Exclusive: भर्ती घोटाले में ED की 14500 पेजों की चार्जशीट मनी लॉन्ड्रिंग में इस्तेमाल की 6 संस्थाएं
Exclusive: भर्ती घोटाले में ED की 14500 पेजों की चार्जशीट मनी लॉन्ड्रिंग में इस्तेमाल की 6 संस्थाएं
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को कोलकाता में एक विशेष पीएमएलए अदालत के समक्ष पश्चिम बंगाल (West Bengal) के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी कथित सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के खिलाफ स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) भर्ती घोटाले में कुल करीब 14,500 पेज की चार्जशीट पेश की है.
नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को कोलकाता में एक विशेष पीएमएलए अदालत के समक्ष पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी कथित सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के खिलाफ स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) भर्ती घोटाले में 14,500 पेजों की चार्जशीट (Chargesheet) पेश की है. कोर्ट ने इस पर संज्ञान लिया है. दोनों आरोपियों को 23 जुलाई को स्कूल भर्ती घोटाले (Teachers Recruitment Scam) में शामिल मनी ट्रेल की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया था. ईडी ने बताया कि शिक्षक भर्ती घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की 46.22 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है.
इधर, CNN-up24x7news.com को मिले चार्जशीट के विवरण के अनुसार, मनी लॉन्ड्रिंग के लिए 6 संस्थाओं का इस्तेमाल किया गया था. इनमें 5 प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां और एक पार्टनरशिप फर्म शामिल थी. ईडी ने जांच के दौरान दो अलग-अलग जगहों से भारी नकदी का पता लगाया. चार्जशीट के मुताबिक दूसरे नंबर पर अनलिस्टेड प्राइवेट फर्म अनंत टेक्सफैब का ऑफिस था. एजेंसी का कहना है, पार्थ चटर्जी की दिवंगत पत्नी, बेटी और दामाद के पास कंपनी में शेयर थे. हालांकि, ऐसा आरोप है कि सभी शेयर अर्पिता और उनकी कंपनी को बिना किसी प्रतिफल के हस्तांतरित कर दिए गए.
पूर्व मंत्री ने अपने दामाद को 15 करोड़ रुपये नकद दिए-बयान
चार्जशीट में कहा गया है कि अर्पिता के नाम से कुल 31 एलआईसी पॉलिसियां मिलीं, जिनमें पार्थ को नामित किया गया था. एजेंसी का कहना है कि अर्पिता मुखर्जी ने ईडी के सामने सटीक खुलासा किया है, जहां उन्होंने साफ किया है कि बरामद धन का असली मालिक कौन है? इधर, पार्थ चटर्जी के एक रिश्तेदार ने बयान दिया है कि पूर्व मंत्री ने अपने दामाद को 15 करोड़ रुपये नकद दिए थे, जिसका उपयोग बबली चटर्जी मेमोरियल (बीसीएम) इंटरनेशनल स्कूल के निर्माण के लिए किया गया था. बबली चटर्जी, निलंबित तृणमूल कांग्रेस नेता पार्थ की दिवंगत पत्नी का नाम है. पार्थ चटर्जी को उनकी गिरफ्तारी के तुरंत बाद ममता बनर्जी सरकार ने उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया था, जबकि तृणमूल कांग्रेस ने भी उन्हें महासचिव सहित पार्टी में उनके पदों से हटा दिया था. वह इस समय घोटाले के सिलसिले में पूछताछ के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की हिरासत में है.
पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की 46.22 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क
प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को यह भी कहा कि उसने शिक्षक भर्ती घोटाले में धन शोधन जांच के तहत पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की 46.22 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है. एजेंसी ने एक बयान में कहा कि कुर्क की गई संपत्तियों में कुल 40.33 करोड़ रुपये मूल्य का फार्महाउस, फ्लैट और कोलकाता में स्थित ‘प्राइम लैंड’ जैसी 40 अचल संपत्तियां शामिल हैं. इसके अलावा 35 बैंक खातों में 7.89 करोड़ रुपये जमा हैं. ईडी के मुताबिक, कुर्क की गई कई संपत्तियां शेल कंपनियों और चटर्जी के लिए प्रॉक्सी के तौर पर काम करने वाले लोगों के नाम पर दर्ज हैं.
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Tags: Chargesheet Filing, ED, Teachers Recruitment ScamFIRST PUBLISHED : September 19, 2022, 23:02 IST