Bomb@5:30 इन इंडिगो भिड़े दो विमान गई 583 यात्रियों की जान समझें कनेक्‍शन

इंडिगो की दिल्‍ली से वाराणसी जाने वाली फ्लाइट के टॉयलेट में पेपर नैपकिन पर लिखा Bomb@5:30 और लॉस रोडियोस एयरपोर्ट पर हुए दो विमानों की टक्‍कर में 583 यात्रियों की मौत के बीच क्‍या कनेक्‍शन है, जानने के लिए पढ़ें आगे...

Bomb@5:30 इन इंडिगो भिड़े दो विमान गई 583 यात्रियों की जान समझें कनेक्‍शन
Aviation News: इंदिरा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय एयरपोर्ट पर बीते दिनों वाराणसी जाने को तैयार इंडिगो एयरलाइंस के विमान के टॉयलेट में ‘Bomb@5:30’ लिखा हुई एक पेपर नैपकिन मिला था. पेपर नैपकिन में लिखे इन तीन शब्‍दों की वजह से सीआईएसएफ सहित तमाम सुरक्षा एजेंसियों को न केवल विमान की जांच में करीब 6 घंटे खर्च करने पड़े, बल्कि इतना ही समय इस विमान से हवाई सफर में जाने वाले मुसाफिरों को खर्च करना पड़ा. जिस समय आईजीआई एयरपोर्ट के आइसोलेटेड वे में विमान की सुरक्षा जांच चल रही थी, उसी समय टर्मिनल में इस विमान से हवाई सफर पर जाने वाले कुछ मुसाफिरों के बीच एक वहस जारी थी. बहस का विषय था एयरपोर्ट पर आय दिन आने वाली हॉक्‍स कॉल और बेवजह समय की बर्बादी. कुछ मुसा‍फिरों का मानना था कि जब सुरक्षा एजेंसियों को पता है कि यह सब किसी की बदमाशी का नतीजा है तो बेवजह यात्रियों का समय क्‍यों खराब करते हैं. कितनी जरूरी है हर बम कॉल पर सुरक्षा जांच बम की किसी भी तरह की कॉल के बाद सुरक्षा जांच कितनी जरूरी है, इसका अहसास कराने के लिए आपको आज से करीब 44 साल पीछे ले चलता हूं. यह बात है 27 मार्च 1977 की. कैनरी आइलैंड्स में इंडिपेंडेंस मूवमेंट चल रहा था. मूवमेंट चला रहे अलगाववादियों ने कुछ इसी तरह ग्रैन कैनरिया एयरपोर्ट पर दो बम विस्‍फोट करने की धमकी दी थी, जिसे सुरक्षा एजेंसियों ने बहुत हल्‍के में लिया था. नतीजा यह हुआ कि 27 मार्च 1977 की दोपहर 1:15 मिनट पर पहला बम विस्‍फोट हो गया. यह भी पढ़ें: पसीने ने बढ़ाई विदेश जा रहे यात्री की मुसीबत, जब बैग खुलवाया तो सामने आई ऐसी चीज, खुली की खुली रह गईं सबकी आंखें… पसीने से तरबतर इस यात्री का जब बैग खुलवाया गया तो उसके भीतर एक सीक्रेट लेयर पाई गई. जब इस सीक्रेट लेयर को खोलकर देखा गया तो उसके भीतर से जो निकला, उसे देखकर सीआईएसएफ और कस्‍टम के अधिकारियों की आंखे खुली की खुली रह गई. क्‍या था पूरा मामला जानने के लिए क्लिक करें. विस्‍फोट के बाद डाइवर्ट की गईं सभी फ्लाइट इस बम विस्‍फोट में आठ लोग जख्‍मी हुए थे. इस विस्‍फोट के बाद सुरक्षा एजेंसियों की नींद टूटी और दूसरे बम विस्‍फोट के डर से एयरपोर्ट को सुरक्षा जांच के लिए तत्‍काल बंद कर दिया गया. इसी दौरान, ग्रैन कैनरिया एयरपोर्ट पहुंच रहे केएलएम एयरलाइंस के बोइंग-747 और पैन एयरलाइंस के एम-747 विमान को स्पेन के कैनरी द्वीप स्थित लॉस रोडियोस एयरपोर्ट की तरफ डाइवर्ट कर दिया गया. ये दोनों विमान सुरक्षित लॉस रोडियास एयरपेार्ट पर लैंड कर गए. एयरक्राफ्ट्स को वापस आने की मिली इजाजत उधर, सुरक्षा जांच पूरी होने के बाद ग्रैन कैनरिया एयरपोर्ट को खोल दिया गया. साथ ही, लॉस रोडियास एयरपेार्ट पर फंसे एयरक्राफ्ट को वापस आने की इजाजत दे दी गई. जिसके बाद, केएलएम एयरलाइंस का बोइंग-747 को टेकऑफ करने के लिए कहा गया. चूंकि लॉस रोडियास एयरपेार्ट बेहद छोटा एयरपोर्ट था और उसका रन-वे बड़े विमानों के परिचालन की क्षमता नहीं रखता था, लिहाजा एटीसी ने केएलएम एयरलाइंस के पायलट को रन-वे के अंतिम छोर पर पहुंचकर 180 ड्रिगी घूमने के लिए कहा. घने कोहरे की वजह से नहीं दिख रहा थे विमान इस प्रक्रिया को पूरी करने के बाद केएलएम के पायलट एटीसी को बताया कि अभी क्रू की चेकलिस्‍ट पूरी नहीं हुई है, लिहाजा वह टेकऑफ नहीं कर सकते हैं, थोड़ा इंतजार करना होगा. इसके बाद, एटीसी ने पैन एम-747 के पायलट को आगे बढ़ने की इजाजत दे दी. पैन एम-747 टैक्‍सी कर रन-वे पर पहुंचा ही था, तभी केएलएम के विमान ने दौड़ना शुरू कर दिया. चूंकि, उस समय लॉस रोडियास एयरपेार्ट का मौसम बेहद खराब था और वहां घना कोहरा था, लिहाजा रन-वे के एक छोर पर मौजूद पैन एम-747 और दूसरे छोर पर मौजूद केएमएल के पायलट एक दूसरे को नहीं देख पा रहे थे. यह भी पढ़ें: चिपचिपी चीज ने खोला ‘ड्रीम्‍स ऑफ ग्रीस’ का राज, पंजाब के कई शहरों में हुई छापेमारी, 7 गिरफ्तार… तेहरान में हुए विवाद की आंच दिल्‍ली से होते हुए पंजाब तक पहुंच गई. इस मामले में पहले दिल्‍ली एयरपोर्ट से चार गिरफ्तारियां हुईं. फिर इनकी निशानदेही पर पंजाब के तीन अलग अलग शहरों से कुल तीन गिरफ्तारियां की गई. क्‍या है यह पूरा मामला, जाने के लिए क्लिक करें. आपस में टकराए केएलएम-पैन एयर के विमान अब केएलएम एयरलाइंस का विमान अपनी पूरी गति पर था. टेकऑफ से ठीक पहले दोनों पायलट को एक दूसरे के विमान नजर आ गए. पैन एम-747 के पायलट ने विमान को बचाने के लिए पूरी ताकत से विमान को लेफ्ट की तरफ मोड़ने की कोशिश की. वहीं केएमएम एयरलाइंस का विमान अपनी वी-1 की रफ्तार पार कर चुका था. खुद को बचाने के लिए पायलट ने टेकऑफ के लिए विमान के नोज को ऊपर उठा दिया. लेकिन, उस वक्‍त कुछ और ही मंजूर था. कुछ ही पलों के भीतर दोनों विमान एक दूसरे से टकरा गए. विमान हादसे में हुई 538 मुसाफिरों की मृत्‍यु केएलएम और पैन एम एयरलाइंस के विमान आपस में टकराने के बाद रन-वे पर सिर्फ दोनों विमानों का मलवा, मलवे से उठती आग की तेज लपटें और यात्रियों के शव नजर आ रहे थे. वहीं, इस हादसे में किसी तरह बच गए कुछ यात्री मदद के लिए कराह रहे थे. रिपोर्ट के अनुसार, इस विमान हादसे में कुल 538 यात्रियों की मौत हुई थी, जिसमें केएलएम बोइंग-747 के सभी 234 यात्री और चालक दल के सभी 14 सदस्‍य शामिल थे. इसके अलावा, पैन एम-747 के 396 यात्रियों और चालक दल के सदस्‍यों में 335 लोगों की मृत्‍यु हो गई थी. कहीं न कहीं सुरक्षा अधिकारी भी है जिम्‍मेदार एविएशन एक्‍सपर्ट्स का मानना है कि जांच में इस हादसे की वजह भले ही कुछ भी मानी गई हो, पर कहीं न कहीं इस हादसे के लिए ग्रैन कैनरिया एयरपोर्ट के वह सुरक्षा अधिकारी भी जिम्‍मेदार थे. यदि उन्‍होंने अलगाववादियों की धमकी को गंभीरता से लेते हुए समय रहते इन विमानों को उनके प्रारंभिक एयरपोर्ट पर रोक दिया होता, तो शायद इस बड़े हादसे को टाला जा सकता था. यह भी पढ़ें: रनवे की जगह सूनसान इलाके की तरफ बढ़ा विमान, 100 से अधिक जवानों ने डाला घेरा, पढ़ें दहशत भरे 6 घंटों की पूरी कहानी… एयरपोर्ट पर यात्रियों के बीच डर का आलम यह था कि 174 में से दस यात्रियों ने खुद को ऑफलोड करने की रिक्‍वेस्‍ट एयरलाइंस से कर दी. वहीं, एयर साइड पर चली लगभग 6 घंटे की कवायद के बाद क्‍या सामने आया, जानने के लिए क्लिक करें. इसलिए थ्रेट को गंभीरता से लेती हैं सुरक्षा एजेंसी एविएशन एक्‍सपर्ट्स के अनुसार, इस तरह की ऐसे तमाम हादसे मौजूद हैं, जिनको ध्‍यान में रखते हुए एयरपेार्ट पर आने वाले किसी भी थ्रेट को नजरअंदाज नहीं करते हैं. प्रक्रिया के तहत, अब हर थ्रेट का एक लेबल निर्धारित किया जाता है, थ्रेट के उस लेबल के आधार पर सिक्‍योरिटी ड्रिल को पूरा किया जाता है. भले ही इसमें कितना भी समय लग जाए. सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यात्रियों की सुरक्षा और थोड़ी तकलीफ में थोड़ी तकलीफ ज्‍यादा सही है. Tags: Airport Diaries, Airport Security, Aviation News, CISF, Delhi airport, IGI airport, Indigo Airlines, Indigo flightFIRST PUBLISHED : May 31, 2024, 08:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed