डोनाल्ड ट्रंप जब बिल्डर के तौर पर 10 साल पहले आए भारतमुंबई में रोका गया विमान

डोनाल्ड ट्रंप फिर अमेरिका के राष्ट्रपति बन रहे हैं. आधिकारिक तौर पर वह केवल एक बार भारत आए हैं. वर्ष 2020 में तब जब वह अमेरिका के राष्ट्रपति थे. लेकिन इससे पहले भी वह भारत आ चुके हैं, तब क्या हुआ था.

डोनाल्ड ट्रंप जब बिल्डर के तौर पर 10 साल पहले आए भारतमुंबई में रोका गया विमान
हाइलाइट्स ये वर्ष 2014 की बात है जब ट्रंप का विमान न्यूयार्क से मुंबई पहुंचा मुंबई से उसे दूसरे भारतीय शहर जाना था लेकिन उसकी परमिशन नहीं थी तब उन्होंने भारत में अपने नाम के 23 मंजिला टॉवर्स का उद्घाटन किया डोनाल्ड ट्रंप दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति बन रहे हैं. वर्ष 2016 में वह पहली बार राष्ट्रपति बने. फिर 2020 में हार गए. अब फिर जीतकर व्हाइट हाउस में पहुंचेंगे. आधिकारिक तौर पर वह भारत केवल एक बार आए हैं, फरवरी 2020 में. उनके इस दौरे की चर्चा अक्सर भारत में की जाती है. हालांकि वह इससे पहले भी भारत आ चुके हैं लेकिन तब वह राष्ट्रपति नहीं बने थे बल्कि भारत का वो दौरा उन्होंने एक व्यावसायी के तौर पर किया था. तब वह अपने लंबे चौड़े निजी बोइंग विमान से आए. हालांकि उनका ये दौरा अजीब रहा, उनके प्लेन को मुंबई में रोक लिया गया. उसको तीन घंटे क्लियरेंस नहीं मिली. ट्रंप जब अपने प्राइवेट विमान से न्यूयॉर्क से मुंबई पहुंचे तो क्लियरेंस नहीं होने की वजह से उनके बोइंग 757 को काफी देर तक उड़ने की अनुमति नहीं मिली. तब ट्रंप राष्ट्रपति नहीं बल्कि बिजनेसमैन हुआ करते थे. मुंबई से उनका विमान उड़कर फिर देश के किस दूसरे एय़रपोर्ट पर पहुंचा, ये हम आपको आगे बताएंगे. ये वाकया अगस्त 2014 का है. डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका की रिपब्लिकन पार्टी में प्रेसीडेंट कैंडीडेट के तौर पर अपनी दावेदारी पेश कर चुके थे. उसी दौरान वो दुनियाभर में अपने रियल एस्टेट बिजनेस को भी बढ़ा रहे थे. भारत को अपने बिजनेस के लिए काफी संभावनाओं वाला देश मान रहे थे. वह यहां रियल एस्टेट डील के लिए आए थे भारत से उनके पास पुणे और मुंबई के दो अच्छे ऑफर थे. दो बड़े बिल्डर्स ने इन दोनों शहरों में ट्रंप टॉवर बनाने की पेशकश की थी. इसी सिलसिले में ट्रंप अपने आलीशान प्राइवेट प्लेन से उड़कर भारत आ पहुंचे. उनका प्लेन खासतौर पर न्यूयॉर्क से भारत के लिए उड़ा. 11 अगस्त 2020 को ये मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरा. ट्रंप विमान में बैठकर झल्लाते रहे यहां से ट्रंप के विमान को रात 9.00 बजे पुणे के लिए उड़ान भरनी थी. उनके विमान को उड़ने की अनुमति नहीं मिली. वजह ये थी कि उनके पास पुणे के एयरपोर्ट पर उतरने की अनुमति नहीं थी. नतीजतन ट्रंप का विमान मुंबई एयरपोर्ट पर ही खड़ा रहा. ट्रंप विमान के अंदर बैठकर झल्लाते रहे. पुणे का लोहेगांव एयरपोर्ट इंडियन एयरफोर्स के अधीन है. यहां पर किसी भी विदेशी के प्राइवेट प्लेन को उतरने के लिए पहले से एयरफोर्स की अनुमति लेनी जरूरी होती है. ट्रंप को अंदाज नहीं था कि भारत में ये स्थिति आ सकती है. ये ट्रंप और उनके साथ आए लोगों के लिए अजीबोगरीब स्थिति थी. मुंबई एयरपोर्ट के अधिकारियों ने साफ कह दिया कि बगैर परमिशन उनका वापस न्यूयार्क ही जा सकता है लेकिन पुणे नहीं. तब अमेरिकी दूतावास की मदद ली “मुंबई मिरर” में तब प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप का प्लेन एयरपोर्ट पर साढ़े तीन घंटे तक खड़ा रहा. ट्रंप और उनके सहायक विमान में ही बैठे रहे. ट्रंप के विमान के चालक दल की तमाम दलीलों के बावजूद एयरपोर्ट अफसरों का जवाब था बगैर अनुमति वो विमान को किसी हालत में पुणे जाने की अनुमति नहीं देंगे. ट्रंप इस पर काफी खीझे भी. इस बीच ट्रंप की सहायक टीम, अमेरिकी दूतावास और भारत स्थित उनके प्रोमोटर्स सक्रिय हुए. रात ठीक 12.30 बजे उनके विमान को एयरफोर्स मुख्यालय ने पुणे विमान ले जाने की अनुमति दी. फिर पुणे में भी आई मुश्किल इसके बाद भी एक मुश्किल पुणे में भी आनी थी. आधे घंटे की उड़ान के बाद जब ट्रंप का विमान वहां उतरा. तो विमान कुछ ज्यादा ऊंचा था. इसमें लगाने लायक सीढ़ियां एयरपोर्ट पर नहीं थीं. तब भी वह विमान में एक घंटे फंसे रहे. फिर उनके विमान के साथ जब एक अस्थायी रैंप बनाया गया, तब ट्रंप विमान से उतरकर बाहर आए पाए. ये ट्रंप का पहला भारतीय दौरा था लेकिन निजी हैसियत से. ट्रंप टॉवर्स का उद्घाटन किया अगस्त 2014 में जब डोनाल्ड ट्रंप पुणे आए तो उन्होंने ट्रंप टॉवर्स का उद्घाटन किया. ये पंचशील रियल्टी द्वारा विकसित एक लक्जरी आवासीय परियोजना थी. इस समारोह में बॉलीवुड और रियल एस्टेट क्षेत्र की प्रमुख हस्तियों मौजूद थीं. पुणे में ट्रंप टावर्स में दो 23-मंजिला टॉवर हैं. भारत में कितने ट्रंप टॉवर्स फिलहाल भारत में पुणे और मुंबई में दो कंपलीट हो चुके ट्रंप टावर्स हैं. इसके अलावा गुरुग्राम और कोलकाता में दो और ट्रंप टावर्स निर्माणाधीन हैं. ट्रंप ऑर्गनाइजेशन, ट्रिबेका डेवलपर्स के साथ साझीदारी के जरिए हैदराबाद, बैंगलोर, लुधियाना और चंडीगढ़ में संभावित परियोजनाओं सहित कई शहरों में कम से कम चार और ट्रंप टावर्स स्थापित करने की योजना बना रहा है. पुणे और मुंबई में मौजूदा ट्रंप टावर्स को अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. वर्ष 2016 में अमेरिका का राष्ट्रपति बनने से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने न्यू यार्क में कई भारतीय बिल्डर्स को बातचीत के लिए बुलाया था. नवंबर 2016 में डोनाल्ड ट्रंप ने न्यूयॉर्क में कल्पेश मेहता सहित कई डेवलपर्स से मुलाकात की थी. प्रेसीडेंट बनने के बाद एक बार आए भारत वर्ष 2016 में वह अमेरिका में प्रेसीडेंट का चुनाव जीतकर प्रेसीडेंट बन गये. उसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें रिपब्लिक डे पर मुख्य अतिथि के तौर पर भारत आने का न्योता दिया. तब वह नहीं आ पाए. अलबत्ता उनकी बेटी इवांका ट्रंप जरूर भारत आईं. यहां उन्होंने कुछ प्रोग्राम्स में भी हिस्सा लिया. ट्रंप आधिकारिक तौर पर भारत तब आए जबकि उनके टर्म के कुछ ही महीने बाकी बचे थे. वह फरवरी 1920 में भारत आए. तब यहां दिल्ली, अहमदाबाद और आगरा गए. अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में उन्हें देखने भारी संख्या में लोग इकट्ठा थे. उसमें उन्होंने नमस्ते ट्रंप इवेंट में हिस्सा लिया. जब उन्होंने वहां आई भीड़ को संबोधित करते हुए “नमस्ते इंडिया” कहा तो पूरा स्टेडियम गूंज उठा. कैसा है ट्रंप का प्राइवेट बोइंग जेट अब बात ट्रंप के खास प्राइवेट जेट की. ट्रंप ने 2011 में माइक्रोसाफ्ट के को-फाउंडर पॉल एलेन से ये बोइंग 757 विमान खरीदा था. उन्होंने ये विमान करीब 700 करोड़ में खरीदा. फिर अपने तरीके से डिजाइन कराया. इस विमान में यूं तो यात्री क्षमता करीब 180 से 200 लोगों की है. लेकिन इस विमान 43 लोग आरामदायक तरीके से बैठ सकते हैं. विमान दुनिया के महंगे प्राइवेट विमानों में एक इसके अलावा इस विमान में ट्रंप का खास बेडरूम, वीडियो कांफ्रेंस रूम, गेस्ट रूम और डायनिंग रूम है. ट्रंप ने वर्ष 2015-16 में अमेरिका में प्रेसीडेंट चुनाव का कैंपेन इसी विमान के जरिए किया था. इसे दुनिया के सबसे महंगे प्राइवेट जेट के रूप में गिना जाता है. साथ ही ये सबसे तेज चलने वाले विमानों में भी है. ये एक घंटे में करीब 500 मील चलता है. ट्रंप के प्राइवेट विमान में सोने की टोटियां इस विमान में रोल्स रॉयस का पॉवरफुल टर्बो इंजन है. अगर ये एक घंटे की उड़ान भरता है तो उस पर करीब 07-08 लाख रुपए खर्च होते हैं. इसमें अंदर सुनहरा इंटीरियर है. कई जगह सोने की प्लेटें और टोटियां लगी हुई हैं. इसकी अंदर की शान अगर एकदम अलग ही है तो ये भी कहना चाहिए कि दुनिया में जितने मौजूदा राष्ट्रप्रमुख हैं, उसमें ट्रंप शायद अकेले शख्स होंगे, जिनके पास अपना प्राइवेट बोइंग जेट है. वो इसे प्यार से टी-बर्ड यानि ट्रंप बर्ड कहते हैं. Tags: Donald Trump, US President, US Presidential Election 2024FIRST PUBLISHED : November 7, 2024, 08:17 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed