काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान से 5 एक सींग वाले गैंडे निकले ग्रामीणों में दहशत
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान से 5 एक सींग वाले गैंडे निकले ग्रामीणों में दहशत
5 one-horned rhinos: काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान से भटक कर आबादी वाले क्षेत्र में पहुंचे इन पांच गैंडो ने ग्रामीणों की नींद उड़ा दी है. गैंडो के हमले से पिछले वर्ष जनवरी में भी एक 50 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.
हाइलाइट्सकाजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान से पांच एक सींग वाले गैंडे भटक गए हैंअसम के नदी द्वीप जिले माजुली में गैंडो ने स्थानीय ग्रामीणों में दहशत पैदा की गैंडो के खुले रूप से घूमने से जान माल का खतरा बढ़ गया है
गुवाहाटी. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के कम से कम पांच एक सींग वाले गैंडे भटक गए और पास के गांव में जा पहुंचे. न्यूज़ एजेंसी ANI की एक रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को असम के नदी द्वीप जिले माजुली में गैंडो ने स्थानीय ग्रामीणों में दहशत पैदा कर दी. रिपोर्ट में कहा गया है कि गैंडों ने पिछले कुछ दिनों से माजुली में विभिन्न स्थानों पर आश्रय लिया है और वर्तमान में जिले के गांवों में घूम रहे हैं. माजुली जिले के एक वन कर्मचारी नृपेन भुइयां ने गैंडो के भटकने की बात को पुष्ट करते हुए कहा कि काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के पांच गैंडे भटक कर माजुली में आ गए.
भुइयां ने आगे बताया कि पांच गैंडों में से एक गैंडा अब केरेला चपोरी इलाके में शरण ले रहा है. बीती रात गैंडा मेजर चपोरी, मलाया चपोरी, कुली चपोरी में घूम रहा था. पांच गैंडों ने माजुली में प्रवेश किया और पांच में से दो अब पश्चिम की ओर बढ़ रहे हैं. गैंडो के खुले रूप से घूमने से जान माल का खतरा बढ़ गया है. आपको बता दें कि इससे पहले जनवरी में भी जिले में गैंडों के हमले में 50 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.
नेपाल और भारत का 70 फीसदी असम में
2,300 से अधिक एक सींग वाले गैंडे काजीरंगा के आर्द्रभूमि और घास के मैदानों में विचरण करते हैं, जो भारत और नेपाल में बचे सभी जंगली गैंडों का लगभग 70 प्रतिशत है. गैंडो के बार बार आबादी वाले क्षेत्रों में जाने की खबरें उनकी बढ़ती तादाद की ओर भी इशारा करती है. काजीरंगा की बढ़ती राइनो आबादी अन्य पार्कों और अभयारण्यों को फिर से भरने का प्राथमिक स्रोत है जो कभी प्रदेश में विलुप्ति की कगार में थी.
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FIRST PUBLISHED : November 17, 2022, 07:47 IST