इस बेटी ने ग्लेशियर पर चढ़ रचा इतिहास 5 साल पुराना रिकार्ड भी तोड़ डाला

Firozabad News: फिरोजाबाद में एक चाय बेचने वाले की बेटी ने इतिहास रच दिया है. यहां गांव में तैयारी कर 16 जून को 15,600 फीट चढ़ाई पूरी कर ग्लेशियर पर तिरंगा फहरा दिया. अब वह माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई का सपना पूरा करना चाहती है.

इस बेटी ने ग्लेशियर पर चढ़ रचा इतिहास 5 साल पुराना रिकार्ड भी तोड़ डाला
धीर राजपूत/फिरोजाबादः आज भी समाज में बेटी पैदा होने पर खुशियां कम नजर आती हैं, लेकिन बेटियां अपने कारनामों से सबको चौंका रही हैं. फिरोजाबाद में एक बेटी ने ग्लेशियर की चढाई कर इतिहास रच दिया है. पिता घर का खर्चा चलाने के लिए चाय की छोटी सी दुकान करते हैं. बड़ा परिवार होने के कारण बड़ी मुश्किल से घर का गुजारा होता है, लेकिन चाय वाले की इस बेटी ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है कि हर तरफ उसकी ही चर्चा हो रही है. बेटी ने ग्लेशियर की चढाई कर तिरंगा फहराया है, जिसको लेकर उसके घर में अब खुशी का माहौल है. पिता को बेटी से उम्मीद है कि वह अपनी मेहनत से घर की परिस्थितियों को बदल देगी. बिना किसी कोच के रचा इतिहास फिरोजाबाद के नारखी ब्लॉक मे एक छोटे से गांव तोडिका में रहने वाली 19 साल की पूनम बघेल ने लोकल 18 से खास बातचीत की. पूनम ने बताया कि उनका परिवार काफी बड़ा है, उनके घर में 5 बहनें और 2 भाई हैं. वह छठवें नंबर की हैं और उन्हें शुरू से ही कुछ कर दिखाने का जुनून सवार था. घर के हालात बहुत ही खराब हैं और पिता घर का खर्चा चलाने के लिए गांव के बाहर के पीपल के पेड़ के नीचे चाय की दुकान चलाते हैं. गांव में ही की तैयारी वह गांव में ही रहकर बचपन से दौडने की तैयारी करती थी.उनका भाई सुबह उनकी ट्रेनिंग कराता था, लेकिन गांव के पास में ही एक स्पोर्टस स्टेडियम है. जहां जाकर वह अन्य बच्चों को तैयारी करते हुए देखती थी. तभी उनके मन में दौड़ प्रतियोगिता में भाग लेने का मन हुआ और वह 2 साल पहले आगरा में एक दौड़ प्रतियोगिता में गई. जहां उनकी मुलाकात प्रेमपाल यादव से हुई. वहां उनसे बातचीत हुई और उन्होने माउंट एवरेस्ट का एक फॉर्म भरने की सलाह दी. 27 मई को शुरू की ट्रेनिंग तभी उन्होंने फॉर्म भर कर तैयारी शुरू कर दी. उन्होंने इसके लिए कोई ट्रेनिंग नहीं ली और खुद की मेहनत से ही अपने आप को इस काबिल बनाया कि वह ग्लेशियर पर चढ़ सकें. 25 मई को वह उत्तरकाशी में ग्लेशियर की चढ़ाई के लिए घर से निकल गई और 27 मई को ट्रेनिंग शुरू हुई. ग्लेशियर पर की चढ़ाई नम ने बताया कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी कि प्रेमपाल ने उन्हे इसके बारे में जानकारी दी थी. फिर उन्होंने 5 जून को ग्लेशियर की चढ़ाई शुरू कर दी थी और 16 जून को 15,600 फीट चढ़ाई पूरी कर ग्लेशियर पर तिरंगा फहरा दिया था. पूनम ने बताया कि उन्होंने पांच साल का रिकोर्ड तोड़ते हुए इस चढ़ाई में पांचवा स्थान प्राप्त किया है.अब वह माउंट एवरेस्ट की चढाई का सपना पूरा करना चाहती हैं और घर की आर्थिक स्थिति को भी बदलना चाहती हैं. बेटी बदल देगी घर की तकदीर वहीं, चाय की दुकान करने वाले पिता राजकिशोर ने कहा कि उनकी बेटी बचपन से ही भागने दौडने में अच्छी थी. जैसे-जैसे बडी हुई तो उसने और मेहनत करना शुरू कर दिया. अभी कुछ साल पहले उसने ग्लेशियर की चढ़ाई करने की इच्छा जाहिर की थी. घर पर इतने पैसे नहीं थे, उसे कहीं ट्रेनिंग कराते, लेकिन बेटी की जिद के आगे उनकी एक न चली और जैसे-तैसे कर पैसे लेकर उसे उत्तरकाशी भेज दिया. बेटी ने किया पिता का नाम रोशन जहां अब उनकी बेटी ने ग्लेशियर पर चढ़ाई पूरी कर घर परिवार और जिले का नाम रोशन कर दिया. परिवार में बेटी की सफलता से बहुत ही खुशी है और उनको बेटी पर पूरा यकीन है कि एक दिन उनकी बेटी परिवार की तकदीर बदल देगी. Tags: Firozabad News, Local18FIRST PUBLISHED : June 29, 2024, 13:22 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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