पीतल की इस मूर्ति की हो रही है जबरदस्त डिमांड घर और ऑफिस में रखने से

Vastu shastra for peace and happiness: प्राचीन समय से ही हिंदू शास्त्रों और वेदों में गौ माता की पूजा और गाय पालन को बहुत महत्व दिया गया है. गौ माता 33 कोटि देवी देवताओं का वास माना गया है. वहीं वास्तु और फेंगशुई शास्त्र के अनुसार घर और ऑफिस में.... 

पीतल की इस मूर्ति की हो रही है जबरदस्त डिमांड घर और ऑफिस में रखने से
पीयूष शर्मा/मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश का मुरादाबाद पूरी दुनिया में पीतल नगरी के नाम से जाना जाता है. यहां के पीतल के सामान देश-विदेश में एक्सपोर्ट किए जाते हैं. यहां के शिल्पगुरु पीतल के सामान और अन्य चीजों पर नक्काशी करके इन्हें और ज्यादा खूबसूरत और आकर्षक बनाते हैं और उनमें चार चांद लगाते हैं. यहां बने पीतल के सामान देश-विदेश में काफी पसंद किए जाते हैं. इन दिनों लोगों को पीतल की गाय की मूर्ति बहुत पसंद आ रही है. लोग जमकर इस मूर्ति को खरीद रहे है. यह मूर्ति वास्तु शास्त्र में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जा रही है. 33 कोटी देवी देवताओं का है वास प्राचीन समय से ही हिंदू शास्त्रों और वेदों में गौ माता की पूजा और गाय पालन को बहुत महत्व दिया गया है. गौ माता को सबसे बड़ी पूंजी और गाय माता में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास माना गया है. वास्तु और फेंगशुई शास्त्र के अनुसार घर और कार्यस्थल पर सुख समृद्धि बनाए रखने के लिए कामधेनु गाय की मूर्ति को रखना और पूजा अत्यंत शुभ होता है. पीतल कारोबारी विपुल अग्रवाल ने बताया कि लोग वास्तु के कारण गाय बछड़े की मूर्ति को अपने घर में या अपने दफ्तर में लगाते हैं. उन्होंने कहा कि गाय में देवी-देवता निवास करते हैं. जब गाय का दूध पीता हुआ बछड़ा घर में होता है तो वहां सुख शांति और प्यार बना रहता है. इसी तरह दफ्तर में भी सुख शांति और प्यार बना रहे इसलिए गाय बछड़े की मूर्ति को लगाया जाता है. इसके साथ ही यह ऑल ओवर वर्ल्ड में पसंद किया जाता है. और एक नहीं बल्कि कई साइज में यह तैयारी किया जाता है. Tags: Local18, Vastu tipsFIRST PUBLISHED : July 20, 2024, 10:49 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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