रिजल्ट से पहले ही मनोज तिवारी को हो गया हार का आभास जानें वायरल वीडियो का सच

रिजल्ट से पहले ही मनोज तिवारी को हो गया हार का आभास जानें वायरल वीडियो का सच
News Checker Fact Check: लोकसभा चुनाव 2024 अब अपने अंतिम पड़ाव की ओर है. 7वें और आखिरी चरण के लिए 1 जून, शनिवार को वोट डाले जाएंगे. चुनाव परिणाम 4 जून को घोषित किए जाएंगे. लेकिन चुनावी नतीजों से पहले ही सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि कुछ प्रत्याशी नतीजों से पहले ही अपनी हार मान चुके हैं. एक ऐसा ही वीडियो दिल्ली की उत्तर-पूर्व लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी मनोज तिवारी के बारे में सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है जिसमें वे चुनावी नतीजों से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर रहे हैं. लेकिन यह वीडियो फेक है. न्यूज चेकर (newschecker.in) की फैक्ट चेक टीम ने वायरल क्लिप पर जिस्ट (Jist) का लोगो मौजूद होने के कारण ‘मनोज तिवारी’, ‘जिस्ट’ और ‘इंटरव्यू’ जैसे कीवर्ड्स को गूगल सर्च किया. खोजबीन के दौरान ‘जिस्ट न्यूज़’ के यूट्यूब चैनल पर 31 मार्च 2024 को अपलोड किया यह वीडियो मिला. यह बीजेपी नेता मनोज तिवारी का एक इंटरव्यू है. इंटरव्यू में करीब 34 मिनट पर वायरल क्लिप वाला हिस्सा नजर आता है, जहां मनोज तिवारी कहते हैं कि “देखो हमें अपनी हार का आभास तो हो गया था …।” इसका सन्दर्भ समझने के लिए इंटरव्यू पूरा देखा और सुना. वीडियो में करीब 27 मिनट पर पत्रकार अनिल शारदा मनोज तिवारी से सवाल पूछते हैं कि “दिल्ली से पहले आप 2009 में योगी आदित्यनाथ के खिलाफ गोरखपुर से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े थे, इस पर प्रकाश डालिये …” इस सवाल का जवाब देते हुए मनोज तिवारी बताते हैं कि किस प्रकार उस समय तक उनकी कोई राजनीतिक कहानी नहीं थी और वह चुनाव उन्होंने अमर सिंह के कहने पर लड़ा था. उन्होंने बताया कि वे उस समय चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे, पर जब अमिताभ बच्चन की मौजूदगी में अमर सिंह ने उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कहा तो वे दृढ़ता से मना नहीं कर पाए. मनोज तिवारी कहते हैं कि उस दौरान गोरखपुर में सपा के कार्यकर्ता तक उनसे पूछ रहे थे कि यहां योगी जी के सामने कहां आ गये. मनोज तिवारी के अनुसार, सपा पदाधिकारी भी उनसे कह रहे थे कि अगल-बगल से लड़ते तो जीत जाते, यहां तो हम खुद आपको वोट नहीं देंगे. जिसके कारण वे चुनाव के दौरान गोरखपुर से मुंबई भी भाग गए थे. इसी क्रम में वे आगे कहते हैं “देखो हमें अपनी हार का आभास तो हो गया था. पर दुःख ये होता था कि मैं बहुत दिनों से जीतता-जीतता-जीतता जा रहा था. मुझे लग गया था कि अब हार आ गयी.” पड़ताल में आगे हमने मनोज तिवारी का यह इंटरव्यू लेने वाले जिस्ट न्यूज के पत्रकार अनिल शारदा से फोन पर बात की. अनिल ने बताया कि वायरल वीडियो भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस दौरान मनोज तिवारी 2009 में सपा की टिकट से योगी आदित्यनाथ के खिलाफ लड़े चुनाव का जिक्र कर रहे थे. अनिल शारदा ने बताया कि मनोज तिवारी बता रहे थे कि किस प्रकार वे अमर सिंह के कहने पर गोरखपुर से चुनाव में खड़े तो हो गए थे, लेकिन योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर में योगी की लोकप्रियता सपा कार्यकर्ताओं तक थी. जिस कारण उन्हें अपनी हार का आभास चुनाव नतीजों से पहले ही हो गया था. जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ है कि मनोज तिवारी का अधूरा वीडियो भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. (This story was originally published by newschecker.in. Fact Check Desk, as part of the Shakti Collective. Except for the headline/excerpt/opening introduction para this story has not been edited by jharkhabar.comindia.com staff) Tags: Fact Check, Fake news, Loksabha Elections, Manoj Tiwari BJPFIRST PUBLISHED : May 25, 2024, 18:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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