मैंने तो जस्टिस शेखर यादव पर यह क्या बोल गए चंद्रचूड़ किया बड़ा खुलासा
मैंने तो जस्टिस शेखर यादव पर यह क्या बोल गए चंद्रचूड़ किया बड़ा खुलासा
DY Chandrachud: इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस शेखर यादव को लेकर पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि उन्होंने जस्टिस शेखर यादव की इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज रूप में नियुक्ति को लेकर विरोध किया था.
नई दिल्ली: इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस शेखर यादव इन दिनों विवादों में चल रहे हैं. उन्होंने विश्व हिंदू परिषद के एक कार्यक्रम में कहा था कि “मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि यह हिंदुस्तान है… और देश हिंदुस्तान में रहने वाले बहुसंख्यकों के अनुसार चलेगा.” अब उनके इस बयान पर पहली बार पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने बयान दिया है और एक बड़ा खुलासा भी किया है. चंद्रचूड़ ने कहा कि वे जस्टिस शेखर यादव की नियुक्ति को लेकर शुरू से विरोध में थे. उन्होंने इसके लिए तत्कालीन सीजेआई को पत्र भी लिखा था.
लाइव लॉ से बात करते हुए उन्होंने इस बात का खुलासा किया है. चंद्रचूड़ ने आगे कहा एक कार्यरत न्यायाधीश को हमेशा सावधान रहना चाहिए कि वह न्यायालय के अंदर और बाहर क्या बोल रहा है. उन्होंने स्पष्ट किया कि एक परामर्शदाता न्यायाधीश के रूप में उन्होंने वास्तव में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के जस्टिस शेखर यादव का न्यायाधीश के रूप में उनकी नियुक्ति का विरोध किया था.
चंद्रचूड़ ने कॉलेजियम को लिखा था पत्र
चंद्रचूड़ ने आगे बताया कि उन्होंने तत्कालीन सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाले तत्कालीन कॉलेजियम को पत्र लिखकर न्यायमूर्ति शेखर यादव की इलाहाबाद उच्च न्यायालय के जज के रूप में नियुक्ति का कड़ा विरोध किया था. डीवाई चंद्रचूड़ ने आगे कहा, ‘यह सच है कि मैंने भाई-भतीजावाद, रिश्तेदारी और अन्य संबद्धता जैसे कारकों के कारण उनके नाम का कड़ा विरोध किया था.’
जस्टिस शेखर यादव की हालिया विवादास्पद टिप्पणी पर पूर्व CJI चंद्रचूड़ ने कहा, “एक कार्यरत जज को हमेशा सावधान रहना चाहिए कि वह कोर्ट के अंदर और बाहर क्या बोल रहा है. एक न्यायाधीश के बयान से ऐसा संदेश नहीं जाना चाहिए जिससे न्यायपालिका के पक्षपाती होने की धारणा बने.”
क्या है जस्टिस शेखर यादव का मामला?
मालूम हो कि जस्टिस शेखर यादव विश्व हिंदू परिषद के एक कार्यक्रम में कथित तौर पर मुसलमानों के खिलाफ विवादित बयान दिया था. इस बयान पर काफी विवाद हुआ था. विपक्षी राजनीतिक दलों ने न्यायमूर्ति यादव के खिलाफ महाभियोग की मांग की थी. इसी मामले में उन्हें मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम के सामने भी पेश होना पड़ा था. कॉलेजियम ने उन्हें सलाह दी और कहा कि वे अपने संवैधानिक पद की गरिमा बनाए रखें और सार्वजनिक भाषण देते समय सावधानी बरतें.
Tags: DY Chandrachud, Supreme CourtFIRST PUBLISHED : December 21, 2024, 07:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed