यूपी के इस जिले में हजारों लोगों पर होगी कार्रवाई निरस्त होंगे राशन कार्ड
यूपी के इस जिले में हजारों लोगों पर होगी कार्रवाई निरस्त होंगे राशन कार्ड
उन्होंने बताया कि शासन से आई सूची में इस बात की जानकारी सामने आई है कि इटावा में करीब नौ हजार के आसपास इनकम टैक्स रिटर्न धारकों ने अपने अपने राशन कार्ड बनवा रखे हैं, जिनकी सूची को राशन विभाग के इंस्पेक्टरों को जांच के लिए सुपुर्द कर दिया गया है.
रजत कुमार/ इटावा: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में जिला पूर्ति विभाग गरीबों का राशन डकराने वाले अमीर लोगों के करीब नौ हजार राशन कार्डों को निरस्त करेगा. राशन कार्ड को निरस्त करने की प्रक्रिया एक माह के भीतर पूरी कर ली जाएगी.
इटावा की जिला पूर्ति अधिकारी श्रीमती सीमा त्रिपाठी बताती हैं कि शासन से आई सूची के मुताबिक इटावा में आयकरदाता होते हुए भी गरीबों का राशन लेने, विधवा पेंशन के लाभार्थी और बड़े किसान इस राशन कार्ड निरस्तीकरण की प्रक्रिया की जद में आए हैं.
उन्होंने बताया कि शासन से आई सूची में इस बात की जानकारी सामने आई है कि इटावा में करीब नौ हजार के आसपास इनकम टैक्स रिटर्न धारकों ने अपने अपने राशन कार्ड बनवा रखे हैं, जिनकी सूची को राशन विभाग के इंस्पेक्टरों को जांच के लिए सुपुर्द कर दिया गया है, सभी के राशन कार्डों को निरस्त करने की प्रक्रिया करीब एक माह के भीतर पूरी कर ली जाएगी. उन्होंने बताया कि इस सूची में 5500 आयकर दाता, 2500 विधवा पेंशन के लाभार्थी ओर 800 ऐसे किसान शामिल हैं, जिनके पास दो हेक्टेयर से अधिक खेतिहर जमीन है.
उन्होंने बताया कि शासन की यह जांच प्रकिया आधार कार्ड ओर पेन कार्ड कनेक्ट होने के बाद पूरी हुई है. राशन कार्ड धारक ने अपने अपने बैंक खातों में जैसे ही इस प्रक्रिया को पूरा किया है वैसे ही असलियत सामने आ गई है. जिसके बाद आयकरदाता, विधवा पेंशन लाभार्थी और बड़े किसानों को राशन कार्ड से वंचित करने की सूची तैयार कर दी गई है.
सरकारी दुकानों से वितरित किए जाने वालानिशुल्क राशन सिर्फ गरीबों के लिए है लेकिन इटावा में हजारों ऐसे अमीर है जो विभागीय कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों की सांठ-गांठ से मुफ्त राशन डकार रहे हैं. धोखाधड़ी कर मुफ्त राशन लेने वाले कार्ड धारकों की सूची शासन ने इटावा के पूर्ति विभाग को भेजी है, जिसे सत्यापन के बाद ऐसे कार्ड धारकों पर कार्रवाई की जाएगी, जो अमीर होते हुए भी गरीबों का हक मार रहे थे.
जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय की ओर से जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक इटावा जिले में करीब साढे 5000 से अधिक आयकर दाता राशन कार्ड धारक है। इसके अलावा 2500 महिलाएं विधवा पेंशन का लाभ लेने के बाद भी राशन ले रही है. वहीं दूसरी ओर 800 ऐसे किसान भी है जो 5 एकड़ से अधिक खेती के मालिक है जिनके राशन कार्ड बने हुए तो है ही वह प्रत्येक माह राशन भी ले रहे हैं.
इटावा जिले में नगर क्षेत्र,बसरेहर, ताखा, महेवा, चकरनगर, जसवंतनगर, सैफई, भरथना ओर बढ़पुरा विकास खंडों में यह राशन कार्ड बने हुए हैं. इटावा जनपद में 296552 राशन कार्ड धारक और 1194619 यूनिट है जिनको प्रति माह राशन दिया जाता है. इनमें से पात्र गृहस्थी के 1053484 ओर अंतोदय के 141135 उपभोक्ता है. अंतोदय कार्ड धारक को प्रत्येक माह 35 किलो और पात्र गृहस्थी धारक को प्रत्येक यूनिट 5 किलो मुक्त राशन दिया जाता है। इनमें गेहूं और चावल का वितरण होता है. गरीबों के बीच बड़ी संख्या में अपात्र लोग विभाग को गुमराह कर राशन हड़प रहे हैं. 5000 से अधिक आयकरदाता के अलावा कई ऐसे लोग भी हैं जिनकी कृषि जमीन मानक से कहीं अधिक हैं . कुछ अन्य मानकों से इतर है ऐसे सभी उपभोक्ताओं का सत्यापन के बाद राशन कार्ड तत्काल प्रभाव से निरस्त किए जाएंगे.
शासनादेश के मुताबिक इटावा शहर में रहने वाली आबादी के 64 फ़ीसदी और ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले 79 फ़ीसदी उपभोक्ताओं को ही राशन कार्ड से जोड़ा जा सकता है. इटावा जिले में जो राशन कार्ड बने हैं वह 2011 की जनगणना के आधार पर बने हैं. वर्ष 2016 में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत राशन कार्ड बनाए गए हैं. उसके बाद से जनसंख्या में करीब 30 फ़ीसदी के आसपास वृद्धि हो चुकी है, लेकिन राशन कार्डों की संख्या नहीं बढ़ी है.
इटावा में कई ऐसे पात्र हैं जिनका आज तक राशन कार्ड बना ही नहीं है. ऐसे में उनको सरकार की योजना नसीब नहीं हो पाती है. वह राशन कार्ड बनवाने के लिए आवेदन के बाद लगातार विभाग में संपर्क करते रहते हैं विभाग लक्ष्य पूरा होने का हवाला देकर उनको लौटा देता है. बीच-बीच में अपात्रों के राशन कार्ड काटने के बाद पात्रों के कार्ड बनाए भी जाते हैं.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : August 11, 2024, 17:08 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed