यह बाबा भगवान हनुमान की गोद में बैठकर करते हैं अनोखी तपस्या! देखें Video

Ghaziabad News: गाजियाबाद में एक महाराज बहुत अनोखी तपस्या करते हैं. तपती धूप में बैठे होने के बाद भी उन्हें गर्मी का एहसास नहीं होता है.

यह बाबा भगवान हनुमान की गोद में बैठकर करते हैं अनोखी तपस्या! देखें Video
विशाल झा /गाजियाबाद: अरे गजब! धूप में चलना लोगों के लिए मुश्किल हो जाता है. गर्मी की वजह से लोग घर से बाहर निकलने से पहले 2 बार सोचते हैं. पर, यूपी के गाजियाबाद में तो कुछ अलग ही हो रहा है. बाबा मछेंद्र पुरी तपती धूप में घंटो बैठकर तपस्या करते हैं. जब महाराज तपस्या पर बैठते है, तो उस वक्त भक्तों की भारी भीड़ भी साधना स्थल के चारों तरफ परिक्रमा करती है. इस आर्टिकल में इस पूरे नजारे का वीडियो भी मौजूद है. तपती धूप में तप्सया करता है यह बाबा मछेंद्र पुरी महाराज से जब बात की गई तो उन्होंने बताया, ‘आजकल के साधु-संत एसी, गाड़ी और सुख सुविधाओं के आदी हो गए हैं. बल्कि अगर आपने भगवा चोला धारण किया है तो इसका मतलब सुख-सुविधाओं के अभाव में रहकर जीवन को जीना है. लेकिन कुछ साधु-संत इस बात को नहीं समझते हैं. अगर कोई संत साधना नहीं करता, तो उसका ईश्वर से जुड़ाव भी नहीं हो पता है.’ क्या है इसके पीछे का मकसद बाबा मछेंद्र पुरी बताते हैं कि इस साधना का केवल एक ही विशेष मकसद होता है कि भारतवर्ष को आने वाली आपदाओं से बचाना. इसके लिए सबसे पहले आदरणीय गुरु की आज्ञा लेनी पड़ती है. उसके बाद महाराज हनुमान जी की आराधना करके तपस्या में बैठ जाते हैं. रोजाना करीब 2.5 से 3 घंटे तपती हुई धूप में वो आधे वस्त्रों में बैठे रहते हैं. इस साधना को करते हुए करीब 15 साल हो चुके हैं. जब यह साधना चल रही होती है, तब महाराज अनाज का सेवन नहीं करते है. भगवान हनुमान से क्या है कनेक्शन जब महाराज से पूछा गया की सामान्य व्यक्ति धूप में 1 मिनट खड़ा रहना नहीं चाहता है. उसमें घंटो बैठना आपको कैसा लगता है, तब मछेंद्र पुरी ने कहां की भगवान हनुमान के वो उपासक हैं. ऐसे में महाराज को तपस्या के वक्त ऐसा महसूस होता है कि उन्हें भगवान हनुमान ने गोद में बैठाया हुआ है, इसलिए गर्मी का बिल्कुल एहसास होता ही नहीं है. Tags: Ajab Gajab, Ghaziabad News, Local18FIRST PUBLISHED : July 8, 2024, 12:42 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed