LLB करने के लिए यहां मिलती हैं बेहतर सुविधाएं फीस तो नाम मात्र

एलएलबी करने वाले छात्रों की पहली पसंद मेरठ के दो कॉलेज रहते हैं. इसमें एक एनएएस कॉलेज, तो दूसरा मेरठ कॉलेज है. क्योंकि, इसमें बेहद कम शुल्क में युवाओं की डिग्री कंप्लीट हो जाती है. सुविधा भी बेहतर मिलती है.

LLB करने के लिए यहां मिलती हैं बेहतर सुविधाएं फीस तो नाम मात्र
विशाल भटनागर/ मेरठ: लॉ क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने वाले छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी है.  क्योंकि, NSS व मेरठ कॉलेज में संचालित लॉ विभाग में छात्र कम फीस में विधि की डिग्री में हासिल कर सकते हैं. एनएएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ मनोज कुमार अग्रवाल ने लोकल-18 से खास बातचीत करते हुए बताया कि महाविद्यालय परिसर में संचालित एलएलबी कोर्स रेगुलर के अंतर्गत संचालित किया जाता है. ऐसे में शासन द्वारा निर्धारित सरकारी फीस में ही स्टूडेंट की डिग्री कंप्लीट हो जाती है. उन्होंने बताया कि लगभग 8000 रुपये की फीस में स्टूडेंट को तीनों साल की डिग्री यहां से मिलती है. आगे उन्होंने बताया कि कॉलेज परिसर में 180 सीट संचालित हैं, जिनमें एडमिशन लेने के प्रति युवाओं में काफी रुझान देखने को मिलता है. मेरठ कॉलेज में भी है बेहतर सुविधा मेरठ कॉलेज की प्राचार्या प्रो. अंजली मित्तल ने बताया कि कॉलेज में लगभग 300 सीट है. स्टूडेंट को लॉ डिपार्टमेंट में सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है. सर्वोच्च न्यायालय, उच्च न्यायालय से लेकर विभिन्न न्यायालय में यहां से अध्ययन करने वाले पुरातन स्टूडेंट विधि के क्षेत्र में आयाम स्थापित कर रहे हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश का सबसे पुराना यह कॉलेज आज भी युवाओं की पहली पसंद बना हुआ है. यह है एडमिशन प्रोसेस चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जारी किए गए नियम के अनुसार, एलएलबी कोर्स में एडमिशन प्रक्रिया के लिए स्नातक होना अनिवार्य है. विश्वविद्यालय की मुख्य वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. इसके बाद रजिस्ट्रेशन के आधार पर मेरिट तैयार की जाती है. मेरिट के अनुसार, स्टूडेंट के एडमिशन विधि कोर्स में किया जाता है. बता दें कि मेरठ एनएएस कॉलेज व मेरठ कॉलेज दोनों ही ऐसे शिक्षण संस्थान हैं, जिनमें अध्ययन करने वाले अधिकांश स्टूडेंट न्यायालय प्रणाली में लोगों को न्याय देते हुए नजर आते हैं. . Tags: Local18, Meerut newsFIRST PUBLISHED : May 2, 2024, 10:47 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed