UP की इस यूनिवर्सिटी में शुरू होगा बुंदेली बोली और कला पर सर्टिफिकेट कोर्स!

बुंदेली कला, संस्कृति और साहित्य को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए बीयू प्रशासन ने एक साल का डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स शुरु करने का फैसला लिया है. जनवरी से यह कोर्स शुरु हो जाएंगे.

UP की इस यूनिवर्सिटी में शुरू होगा बुंदेली बोली और कला पर सर्टिफिकेट कोर्स!
झांसी. बुंदेलखंड की लोक कला और संस्कृति बहुत समृद्ध है. सदियों पुरानी इस कला और संस्कृति को लोग आज भी सहेज कर रखते हैं. युवाओं को बुंदेली संस्कृति से जोड़ने के लिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय खास प्रयास कर रहा है. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय अब बुंदेली बोली, इतिहास, संस्कृति, परंपरा और कला से जुड़े सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स शुरु करने जा रहा है. कोई भी 12 वीं पास युवा इस कोर्स में एडमिशन ले सकता है. देश में बुंदेली कला, संस्कृति और साहित्य की एक अलग पहचान है. बुंदेली कला, संस्कृति और साहित्य को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए बीयू प्रशासन ने एक साल का डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स शुरु करने का फैसला लिया है. जनवरी से यह कोर्स शुरु हो जाएंगे. विश्वविद्यालय की योजना के तहत फाइन आर्ट विभाग बुंदेली पेंटिंग, ड्राइंग और कला पर एक साल का डिप्लोमा कोर्स शुरु करने जा रहा है. बुंदेली बोली पर सर्टिफिकेट कोर्स फाइन आर्ट्स विभाग की समन्वयक डॉ. श्वेता पाण्डेय ने बताया कि डिप्लोमा कोर्स में सैद्धांतिक और प्रयोगात्मक पढ़ाई कराई जाएगी. सैद्धांतिक में बुंदेली कला और पेंटिंग की खासियत पढ़ाने के बाद उसे बनाने के टिप्स भी दिए जाएंगे. कला संकाय के डीन प्रो. मुन्ना तिवारी के अनुसार विदेश में भी इंडोलॉजी का कोर्स पढ़ाया जाता है. इसके तहत भारतीय कला, संस्कृति, इतिहास आदि पढ़ाया जाता है. इसके ही तर्ज पर बुंदेली बोली का 6 महीने का सर्टिफिकेट कोर्स शुरु कराया जा रहा है. Tags: Education, Jhansi news, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : August 28, 2024, 18:03 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed