शिंदे को किस बात का सता रहा डर बेटे को Dy CM बनाने का नहीं लेना चाहते रिस्क
शिंदे को किस बात का सता रहा डर बेटे को Dy CM बनाने का नहीं लेना चाहते रिस्क
महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे आए 6 दिन हो गए हैं, लेकिन अभी तक महायुति गठबंधन में सीएम और डिप्टी सीएम के नाम पर पेंच सुलझ नहीं रहा है. आखिर शिवसेना नेता और सीएम एकनाथ शिंदे की वह कौन सी मांग है, जिस पर बीजेपी फैसला नहीं कर पा रही है? पढ़ें यह रिपोर्ट...
नई दिल्ली. महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को ही आ गए थे. नतीजे में महाराष्ट्र में महायुति और झारखंड में इंडिया गठबंधन की जीत हुई थी. इस जीत के बाद 28 नवंबर को झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार ने शपथ भी ले ली, लेकिन महाराष्ट्र में अभी तक सीएम और डिप्टी सीएम के नाम पर पेच फंसा हुआ है. अभी तक महायुति गठबंधन सीएम और डिप्टी सीएम के नाम पर फैसला नहीं कर पाई है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर छह दिन बीत जाने के बाद भी महाराष्ट्र में बीजेपी, शिवसेना (शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार) गुट में क्यों नहीं बन पा रही सहमति? क्या एकनाथ शिंदे सीएम के बदले दो डिप्टी सीएम पद चाहते हैं?
महाराष्ट्र में ये साफ हो चुका है कि भारतीय जनता पार्टी का ही सीएम होगा और 2 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह भी होने जा रहा है. शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी भी शामिल होंगे. लेकिन, अभी तक न ही सीएम पद और न ही डिप्टी सीएम पद को लेकर सस्पेंस खत्म हो रहा है. एनसीपी से अजित पवार का नाम डिप्टी सीएम पद के लिए अगर फाइनल मान लें भी तो फिर शिवसेना शिंदे गुट में पेच कहां फंसा हुआ है?
क्या एकनाथ शिंदे मांग रहे हैं दो डिप्टी सीएम का पद?
महाराष्ट्र की राजनीति को करीब से जानने वाले संजीव पांडेय कहते हैं, ‘ देखिए, एकनाथ शिंदे की अबतक की पॉलिटिक्स को समझेंगे तो आप समझ जाएंगे कि वह हार्ड बार्गेनर हैं. शिवसेना तोड़ने के बाद सीएम बन गए. काफी उठापटक होते रहा, लेकिन वह अपने धुन में ही रहे. कभी भी ऐसा नहीं लगा कि वह बीजेपी के आगे नतमस्तक हो गए. अब जबकि, बीजेपी को जबरदस्त सीटें आई हैं तो वह बीजेपी से कई स्तर पर डील कर रहे हैं. पहला, अगर सीएम पद नहीं मिलता है तो गृह मंत्रालय शिवसेना के खाते में आना चाहिए. दूसरा, अपने लिए महायुति गठबंधन का संयोजक का पद. तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण डिमांड है कि वह सीएम पद के बदले दो डिप्टी सीएम पद मांग रहे हैं. लेकिन, बीजेपी इस पर राजी नहीं हो रही है. क्योंकि तब महाराष्ट्र में दो के बजाए तीन डिप्टी सीएम हो जाएंगे.’
क्यों मुंबई में बात अटक रही है?
आपको बता दें कि राजनीतिक गलियारे में चर्चा यह भी चल रही है कि शिंदे एक डिप्टी सीएम पद बेटा और दूसरा पार्टी के किसी सीनियर लीडर को देना चाहते हैं, ताकी पार्टी में किसी भी तरह के अंसतोष से बचा जा सके. लेकिन, बीजेपी लगातार कह रही है कि महाराष्ट्र में दो डिप्टी सीएम ही रहेंगे. ऐसे में एकनाथ शिंद के सामने धर्मसंकट आ गया है कि वह अपने बेटे को डिप्टी सीएम बनाएं या पार्टी के अंदर किसी वरिष्ठ नेता को डिप्टी सीएम का पद दें?
एकनाथ शिंदे क्या बेटा को नहीं बनाएंगे डिप्टी सीएम?
एकनाथ शिंदे को इस बात का भी डर सता रहा होगा कि एक डिप्टी सीएम पद मिलने पर अगर वह बेटा को डिप्टी सीएम बनाते हैं तो पार्टी के अंदर परिवारवाद का आरोप लगना शुरू हो जाएगा. ऐसे में उद्धव गुट को मौका मिल जाएगा और वह पार्टी में टूट भी हो सकती है. महाराष्ट्र के सभी बड़े नेता एक बार फिर से दिल्ली में जुटने वाले हैं. ऐसे में शनिवार दोपहर तक महाराष्ट्र की राजनीति पूरी तरह से साफ हो जाएगी.
आपको बता दें कि अगले 24 घंटे महाराष्ट्र की पॉलिटिक्स दिल्ली से तय होने वाली है. महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा काफी एक्टिव हो गए हैं. इसकी झलक गुरुवार को भी देखने को मिली, जब पहले एकनाथ शिंदे की मुलाकात जेपी नड्डा से हुई फिर बाद में महाराष्ट्र के तीनों नेताओं की मुलाकात अमित शाह से मुलाकात की. हालांकि, गुरुवार को अमित शाह के आवास पर हुई इस मुलाकात के बाद भी सीएम और डिप्टी सीएम को लेकर स्थिति साफ नही हो सकी. ऐसे में माना जा रहा है कि 2 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह से पहले सीएम और डिप्टी सीएम को लेकर ऐलान हो जाए.
Tags: Eknath Shinde, Maharashtra News, Mumbai News, Shiv Sena newsFIRST PUBLISHED : November 29, 2024, 15:22 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed