अनुदान पर कृषि यंत्र के नाम पर हो रही है ठगी किसान हो जाएं सावधान
अनुदान पर कृषि यंत्र के नाम पर हो रही है ठगी किसान हो जाएं सावधान
जनपद के कृषि रक्षा इकाई कार्यालय और विकासखंड स्तरीय कार्यालय पर इसके लिए काउंटर खोला गया है. इसके साथ ही किसानों को अलग-अलग माध्यम से भी जागरूक किया जा रहा है.
आदित्य कृष्ण/ अमेठी: उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार लगातार किसानों को लाभ देने के लिए तरह-तरह की योजनाएं संचालित करती है. इन योजनाओं में एक योजना कृषि विभाग से संचालित है. जिसमें कृषि यंत्र अनुदान का लाभ किसानों को दिया जाता है. जिसमें किसान कृषि यंत्र अनुदान का लाभ लेकर मुनाफा कमा सकते हैं और अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं. ऐसे में किसानों को अब कृषि यंत्र अनुदान के नाम पर ठगी का शिकार बनाया जा रहा है. किसानों को नुकसान ना हो इसके लिए उन्हें जागरूक किया जा रहा है.
जनपद के कृषि रक्षा इकाई कार्यालय और विकासखंड स्तरीय कार्यालय पर इसके लिए काउंटर खोला गया है. इसके साथ ही किसानों को अलग-अलग माध्यम से भी जागरूक किया जा रहा है. वर्तमान समय में देखा जा रहा है कि कई किसान कृषि यंत्र अनुदान के नाम पर ठगी का शिकार हुए हैं. उन किसानों की शिकायत के बाद हरकत में आए कृषि विभाग ने इसके लिए जन जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है. कृषि रक्षा इकाई कार्यालय की तरफ से किसानों को जागरूक किया जा रहा है. इसके लिए इस 9454465472 नंबर पर फोन कर किसान अपनी शिकायत भी कर सकते हैं. साथ ही ठगी से बचने के लिए सही जानकारी भी ले सकते हैं.
किसी नंबर पर ना दें पैसे, सीधे कृषि कार्यालय पर पहुंचकर करें आवेदन
जिला कृषि रक्षा इकाई अधिकारी डॉक्टर हरिओम मिश्रा ने बताया कि किसी भी अनजान नंबर पर या फिर किसी भी नंबर पर किसी को पैसे ना दें. न ही आवेदन से संबंधित कोई बात करें. एग्रीकल्चर कार्यालय पर सीधे जाकर किसान वेबसाइट के माध्यम से अपना आवेदन कर सकते हैं. इसके बाद उन्हें एक टोकन नंबर जारी किया जाएगा. उस टोकन नंबर के बाद ही किसानों को लाभ मिलेगा. मेरी सभी किसानों से अपील है कि वह किसी भी बहकावे में ना आएं और सीधे कृषि कार्यालय पर ऐसे मामलों की तुरंत शिकायत करें, जिस पर कार्रवाई की जाएगी.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : June 14, 2024, 12:38 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed