धान की फसल में इस्तेमाल करें ये सस्ता देसी नुस्खादाने होंगे चमकदार और मजबूत

डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि सरसों की खली में नाइट्रोजन, बोरान, जिंक, सल्फर, फास्फोरस और पोटाश प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. यह सभी पोषक तत्व पौधों का बेहतर विकास करने के लिए आवश्यक होते हैं.

धान की फसल में इस्तेमाल करें ये सस्ता देसी नुस्खादाने होंगे चमकदार और मजबूत
शाहजहांपुर: पिछले कुछ समय से जैविक और प्राकृतिक खेती की ओर किसानों का रुझान लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में किसान धान के पौधों की अच्छी बढ़वार और बेहतर उत्पादन के लिए कई देसी नुस्खों का इस्तेमाल करते हैं. उनमें खास है सरसों की खली, जिसका पौधों की बढ़वार के लिए इस्तेमाल किया जाता है. एक्सपर्ट का दावा है कि सरसों की खली का इस्तेमाल धान की फसल में कल्लों की संख्या ज्यादा होती है. पौधों की बढ़वार बेहतर और दाने चमकदार होते हैं. कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर के कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनसी त्रिपाठी का कहना है कि सरसों की खली, जिसे आमतौर पर किसान अपने पशुओं को आहार के तौर पर देते हैं. लेकिन सरसों की खली का इस्तेमाल फसलों में इस्तेमाल करने से किसानों को बेहतर परिणाम देखने को मिलते हैं. सरसों की खली पौधों की बढ़वार, कल्लों की संख्या बढ़ाने और पौधे को कीटों से बचने के लिए बेहद ही उपयोगी है. दाने होंगे चमकदार और मजबूत डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि सरसों की खली में नाइट्रोजन, बोरान, जिंक, सल्फर, फास्फोरस और पोटाश प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. यह सभी पोषक तत्व पौधों का बेहतर विकास करने के लिए आवश्यक होते हैं. सरसों की खली का इस्तेमाल करने से दाने चमकदार और मजबूत होते हैं. कब और कैसे करें सरसों की खली का इस्तेमाल? डॉ. एनसी त्रिपाठी ने कहा कि सरसों की खली वैसे तो बेसल डोज में ही देनी चाहिए, खेत की अंतिम जुताई करते समय सरसों की खली को बिखेर कर खेत को जोत कर फसल की रोपाई के लिए तैयार कर लें. जो किसान बेसल डोज में सरसों की खली नहीं दे पाए हैं. वह अब यूरिया के साथ टॉप ड्रेसिंग भी कर सकते हैं. टॉप ड्रेसिंग करने के लिए सरसों की खली को महीन भुरभुरा करने के बाद नाइट्रोजन में मिलाकर खेत में बिखेर दें. Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : July 23, 2024, 20:48 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed