नहर है कि मैदान-ए-दंग! पानी की एक-एक बूंद के लिए 150 जवान क्यों बहा रहे पसीना
नहर है कि मैदान-ए-दंग! पानी की एक-एक बूंद के लिए 150 जवान क्यों बहा रहे पसीना
Delhi Water Crisis: दिल्ली में जल संकट पर संग्राम है. राज्यों के बीच आरोप-प्रत्यारोप है. आम जनता के साथ-साथ दिल्ली सरकार भी पानी की कमी से परेशान है. इस बीच मुनक नहर पर टैंकर माफियाओं की नजर है. यही वजह है कि टैंकर माफियाओं पर पैनी नजर रखने के लिए 150 से अधिक दिल्ली पुलिस के जवान लगातार गश्त लगा रहे हैं.
नई दिल्ली: भीषण गर्मी से दिल्लीवालों का हाल बेहाल है. लोग बूंद-बूंद को तरस रहे हैं. पानी को लेकर चारों ओर हाहाकार मचा है. दिल्ली में जल संकट का आलम यह है कि पानी का टैंकर देखते ही सैकड़ों की भीड़ पीछे दौड़ पड़ती है. दिल्ली में पानी की किल्लकत की लड़ाई सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुकी है. आलम यह है कि जहां से दिल्ली को पानी मिलता है, वहां पर पुलिस का पहरा है. पहरेदारी भी ऐसी हो रही है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता है. सच कहें तो जेड प्लस सिक्योरिटी भी फेल है. जी हां, दिल्ली में जल संकट के बीच मुनक नहर पर 150 से अधिक पुलिस जवान गश्ती कर रहे हैं. मुनक नहर पर चारों ओर और चौबीसों घंटे पुलिस की मौजूदगी है. पुलिस की भारी-भरकम तैनाती को देखकर हर कोई हैरान है. अब सवाल उठता है कि आखिर दिल्ली का मुनक नहर से क्या कनेक्शन, क्यों यह छावनी बनी हुई है और कैसे यह दिल्ली की प्यास बुझाती है.
दरअसल, दिल्ली में जल संकट पर संग्राम है. राज्यों के बीच आरोप-प्रत्यारोप है. आम जनता के साथ-साथ दिल्ली सरकार भी पानी की कमी से परेशान है. इस बीच मुनक नहर पर टैंकर माफियाओं की नजर है. यही वजह है कि टैंकर माफियाओं पर पैनी नजर रखने के लिए 150 से अधिक दिल्ली पुलिस के जवान लगातार गश्त लगा रहे हैं. वैसे तो मुनक नहर 102 किलोमीटर लंबी है. मगर मुनक नहर पर 21 किलोमीटर के एरिया में 150 से अधिक जवान पानी की पहरेदारी कर रहे हैं. इस नहर के 8 प्वाइंट पर नाके बनाए गए हैं. ये टीमें 24 घंटे तीन शिफ्ट में गश्त लगाती हैं.
मुनक नहर पर पहरेदारी क्यों?
अब सवाल उठता है कि आखिर पुलिस मुनक नहर पर पानी की पहरेदारी क्यों कर रही है? तो इसका जवाब है कि पानी की चोरी करने से रोकने के लिए पुलिस की तैनाती है. दिल्ली सरकार का कहना है कि मुनक नहर से टैंकर माफिया पानी की चोरी कर ले रहे हैं, जिससे दिल्ली में जल संकट गहरा गया है. यहां पानी की चोरी रोकने के लिए समयपुर बादली, बवाना, नरेला और शाहबाद डेरी पुलिस थाने के जवानों को तैनात किया गया है. नहर की सुरक्षा में इतने जवान तैनात हैं, जितने की जेड प्लस सिक्योरिटी में भी नहीं होते हैं.
मुनक नहर दिल्ली के लिए अहम क्यों?
मुनक नहर को दिल्ली की लाइफलाइन कहा जाता है. दिल्ली में पानी की जरूरतों को पूरा करने में इस नहर की अहम भूमिका है. दिल्लीवालों की प्यास बुझाने इसी नहर से बुझने वाली है, क्योंकि हिमाचल प्रदेश से जो पानी छोड़ा गया है, वह वो मुनक नहर से होता हुआ दिल्ली तक पहुंचेगा. मुनक नहर से पानी की चोरी को रोकने के लिए ही दिल्ली पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है. दिल्ली सरकार का कहना है कि मुनक नहर से माफिया टैंकर्स पानी चोरी कर लेते हैं, जिससे दिल्ली की कमी पूरी नहीं हो पा रही है. दिल्ली सरकार का आरोप है कि मुनक नहर से जितनी पानी आनी चाहिए, उतनी पानी नहीं आ रही है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुनक नहर के रास्ते ही दिल्ली को पानी पहुंचना है.
पानी की ब्लैक मार्केटिंग
रिपोर्ट की मानें तो मुनक नहर से पानी की ब्लैक मार्केटिंग होती है. इंडस्ट्रीयल इलाके में इस नहर से पानी लेकर माफिया बेचते हैं और अच्छा मुनाफा कमाते हैं. इसके लिए नहर के आसपास कई अवैध बोरवेल खोदे गए हैं. दिल्ली को पानी का एक बड़ा हिस्सा हरियाणा से ही मिलता है. मुनक नहर को लेकर हरियाणा और दिल्ली के बीच विवाद सालों पुराना है. यह नहर पिछले एक दशक से हरियाणा और दिल्ली के बीच विवाद का विषय बनी हुई है. दिल्ली को मिलने वाले पानी की मात्रा को लेकर विवाद सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली को हरियाणा से पानी मिलना शुरू हुआ है.
Tags: Delhi news, Drinking water crisis, Haryana news, Water CrisisFIRST PUBLISHED : June 14, 2024, 11:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed