सिम के नाम पर खेलते थे अजब खेल पलक झपकते ही लगा देते थे लाखों ठिकाने अरेस्ट
सिम के नाम पर खेलते थे अजब खेल पलक झपकते ही लगा देते थे लाखों ठिकाने अरेस्ट
सिम कार्ड डीलर का काम करने वाले आरोपी भोले-भाले लोगों से उनके दस्तावेज लेकर नया बैंक अकाउंट खुलवाते थे और फिर इन अकाउंट्स को ऑन लाइन फ्रॉड करने वाले वाले अपराधियों को 30 फीसदी कमीशन पर बेच देते थे. कैसे पुलिस के हत्थे चढ़ा यह गिरोह, जानने के लिए पढ़ें आगे...
Delhi Police: अपने मोबाइल फोन पर सर्फिंग कर रहीं रेखा शर्मा की नजर इंस्टाग्राम में आए एक मैसेज पर पड़ती है. इस मैसेज में मामूली सा निवेश करने पर मोटे मुनाफे का सब्जबाग दिखाया गया था. रेखा भी इस मैसेज में कही गईं लुभावनी बातों में आ गईं और 10,30,849 रुपए का निवेश कर दिया. वहीं, जब रिफंड की बारी आई तो सामने वाले ने एक भी रुपए वापस करने से इंकार कर दिया. जिसके बाद, रेखा को अहसास हुआ कि वह साइबर फ्रॉड का शिकार हो चुकी हैं.
वहीं, खुद के साथ हुए इस साइबर फ्रॉड के बारे में पता चलते ही रेखा के होश फाख्ता हो गए और वह भागते हुए द्वारका के साइबर पुलिस स्टेशन पहुंच गईं. वहीं, रेखा की शिकायत के आधार पर द्वारका साइबर पुलिस स्टेशन ने एफआईआर दर्ज कर अपनी तफ्तीश शुरू की. मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी अंकित सिंह के नेतृत्व में मामले की तफ्तीश शुरू की गई. टेक्निकल सर्विलांस, कॉल रिकार्ड और बैंक स्टेटमेंट के आधार जल्द ही इन आरोपियों की शिनाख्त कर ली गई. यह भी पढ़ें: पासपोर्ट-वीजा सब था असली, पर चेहरे के ‘नूर’ ने कर दी गड़बड़, एयरपोर्ट पर हुई गिरफ्तारी, और फिर… स्पाइस जेट की फ्लाइट से बैंकॉक जाने के लिए पहुंचे एक यात्री को उसके चेहरे का नूर भारी पड़ गया. पासपोर्ट और वीजा असली होने के बावजूद उसको गिरफ्तार कर लिया गया. क्या थी वजह, जानने के लिए क्लिक करें.
डीसीपी अंकित कुमार सिंह के अनुसार, जांच में पता चला कि जिस एकाउंट में रुपए ट्रांसफर किए गए हैं, वह किसी विपिन कुमार नामक के नाम पर है. इस केस में पहली गिरफ्तारी 30 वर्षीय विपिन कुमार की हुई. पूछताछ के दौरान, आरोपी विपिन कुमार ने खुलासा किया कि वह आजादपुर टर्मिनल में सिम कार्ड बेचने का काम करता है. यहीं पर उसकी मुलाकात मोहित शर्मा और समर्थ डाबर के साथ हुई थी. ये दोनों अक्सर उसके पास सिम कार्ड खरीदने आते थे. जल्द ही तीनों के बीच अच्छी दोस्ती हो गई.
विपिन कुमार ने खुलासा कि एक दिन मोहित शर्मा और समर्थ डाबर उसके पास आए और उससे तिलक नगर स्थिति एक बैंक में नया खाता खुलवाने के लिए बोलने लगे. उन्होंने विपिन कुमार को इस बात का लालच भी दिया कि यदि वह नया एकाउंट खुलवाता है तो इसी बैंक में काम करने वाला उनका दोस्त मुकेश इसके एवज में उसे रुपए भी देगा. वहीं लालच में आकर विपिन कुमार ने अपने एक एकाउंट का ओटीपी सहित अन्य डीटेल मोहित और समर्थ को दे दिया. यह भी पढ़ें: पासपोर्ट के पन्नों में… थाईलैंड से आए शख्स की बढ़ी मुसीबत, लंबी पूछताछ के बाद हुआ गिरफ्तार… थाईलैंड से आए एक युवक के पासपोर्ट पर लगी मलेशिया की इमिग्रेशन स्टैंप मुसीबत का कारण बन गई. इस युवक के पासपोर्ट पर कैसे लगा मलेशिया का इमिग्रेशन स्टैंप, जानने के लिए क्लिक करें.
इसके बाद, मोहित और समर्थ को विपिन के एकाउंट का फुल एक्सेस मिल गया. इसके बाद, समर्थ ने इस एकाउंट को 30 प्रतिशत कमीशन पर टेलीग्राम पर बेच दिया. इसके बाद, विपिन की निशानदेही पर समर्थ और मोहित को भी गिरफ्तार कर लिया गया. मामले की तफ्तीश जारी है. पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इन आरोपियों ने अब तक कितने मासूम लोगों को अपना शिकार बनाया है.
Tags: Cyber Crime, Cyber Fraud, Delhi policeFIRST PUBLISHED : June 27, 2024, 09:03 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed