भारत की मुराद पूरी कर गए अबू धाबी के क्राउन प्रिंस 15 सालों के लिए दी सौगात

अबू धाबी और भारत के बीच कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं. इनमें परमाणु सहयोग और दूसरा एलएनजी सप्लाई सबसे अहम डील है. अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान भारत दौरे पर हैं.

भारत की मुराद पूरी कर गए अबू धाबी के क्राउन प्रिंस 15 सालों के लिए दी सौगात
नई दिल्ली: अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान भारत दौरे पर हैं. सोमवार को उन्होंने पीएम मोदी ने मुलाकात की. अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने पीएम मोदी संग मुलाकात के दौरान दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने पर चर्चा की. दोनों ने ऊर्जा सुरक्षा पर खास ध्यान दिया. इस दौरान अबू धाबी के क्राउन प्रिंस ने भारत को 15 सालों के लिए बड़ी सौगात दी है. दरअसल, भारत ने पांच अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए. इन समझौतों में एक परमाणु सहयोग और दूसरा अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के बीच 15 सालों तक एलएनजी सप्लाई के लिए है. डील के तहत अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (एडनॉक) सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन को सालाना 10 लाख टन तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) की आपूर्ति करेगी. इसके लिए आईओसी ने तीसरे एलएनजी आपूर्ति सौदे पर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की कंपनी एडनॉक के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं. बताया गया कि एडनॉक अपने रूवैस एनजी प्रोजेक्ट से 15 साल तक 10 लाख टन एलएनजी की आपूर्ति करेगी. एक साल से कुछ अधिक समय में एडनॉक और सार्वजनिक क्षेत्र की भारतीय कंपनियों के बीच यह तीसरा एलएनजी आपूर्ति समझौता है। एडनॉक गैस ने पिछले साल जुलाई में सालाना 12 लाख टन तक एलएनजी निर्यात के लिए आईओसी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किये थे. इसका मूल्य 14 साल की अवधि में सात अरब डॉलर से नौ अरब डॉलर के बीच था. दरअसल, क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान का अपने आधिकारिक पद पर काबिज होने के बाद यह पहला भारत दौरा है. वे यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के बेटे हैं. पीएम मोदी के साथ उनके पिता के अच्छे संबंध हैं. संयुक्त अरब अमीरात और भारत के बीच परमाणु सहयोग के लिए एक एमओयू यानी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं. यह समझौता बाराकाह न्यूक्लियर पावर प्लांट के संचालन और रखरखाव के क्षेत्र में एमिरेट्स न्यूक्लियर एनर्जी कंपनी (ENEC) और न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NPCIL) के बीच हुआ है. बाराकाह यूएई का पहला परमाणु संयंत्र है और देश के ऊर्जा स्रोतों में विविधता लाने के प्रयासों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. सरकार की मानें तो परमाणु सहयोग पर समझौता ज्ञापन से परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के संचालन और रखरखाव, भारत से परमाणु वस्तुओं और सेवाओं की सोर्सिंग, आपसी निवेश के अवसरों की तलाश और क्षमता निर्माण में सहयोग बढ़ने की उम्मीद है. वहीं, पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि हमने कई मुद्दों पर उपयोगी बातचीत की. मजबूत भारत-यूएई दोस्ती के प्रति उनका जज्बा साफ ​​दिखाई देता है. दोनों नेताओं ने भारत-यूएई व्यापक रणनीतिक साझेदारी में हाल के वर्षों में हुई उल्लेखनीय प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और द्विपक्षीय सहयोग के सभी क्षेत्रों में साझेदारी को और व्यापक और गहन बनाने के अवसरों पर चर्चा की. इसके अलावा, सार्वजनिक क्षेत्र की गैस कंपनी गेल (इंडिया) लि. ने 10 साल के लिए सालाना पांच लाख टन एलएनजी खरीदने के लिए एडनॉक गैस के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किये थे। इसकी शुरुआत 2026 से होगी. अबू धाबी के वलीअहद (युवराज) शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान की भारत यात्रा के दौरान एलएनजी आपूर्ति को लेकर ताजा समझौते पर हस्ताक्षर किये गये. दीर्घकालिक एलएनजी अनुबंध हाजिर एलएनजी बाजार में अस्थिरता को दूर करने के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं. यह किफायती और भरोसेमंद एलएनजी आपूर्ति की व्यवस्था बनाते हैं. एडनॉक गैस अबू धाबी सरकार की राष्ट्रीय तेल और गैस कंपनी है और पश्चिम एशिया की प्राकृतिक गैस की सबसे पुरानी आपूर्तिकर्ता है. (इनपुट भाषा से) Tags: Abu Dhabi, PM Modi, World newsFIRST PUBLISHED : September 10, 2024, 07:26 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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