धान की रोपाई : अगले 25 दिनों तक इन 7 स्टेप को करें फॉलोबंपर होगा उत्पादन

कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि धान की रोपाई करने से पहले नर्सरी में कीट प्रबंधन समेत अगले 25 दिनों तक 7 स्टेप को ध्यान रखना बहुत जरूरी है. अगर किसान इन 7 बातों का ध्यान रखते हैं तो धान का बंपर उत्पादन होगा.

धान की रोपाई : अगले 25 दिनों तक इन 7 स्टेप को करें फॉलोबंपर होगा उत्पादन
शाहजहांपुर: खरीफ की फसल धान की इन दिनों रोपाई हो रही है. किसान धान की रोपाई से पहले और रोपाई के बाद अगर कुछ जरूरी एहतियात बरत लें तो किसानों को कम लागत में अच्छा उत्पादन मिलेगा. कृषि एक्सपर्ट का कहना है कि धान की रोपाई से पहले नर्सरी में कीटनाशक दवा का छिड़काव कर दें और रोपाई के दौरान पौधे से पौधे की दूरी का भी विशेष तौर पर ध्यान रखें. इसके अलावा खरपतवार प्रबंधन और उर्वरकों के इस्तेमाल का भी ध्यान रखें. कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि धान की रोपाई करने से पहले नर्सरी में कीट प्रबंधन के लिए दवा का छिड़काव करने के अलावा रोपाई करते समय खेत के अच्छे से तैयारी करें. पौधे से पौधे की दूरी का भी विशेष तौर पर ध्यान रखें. इसके अलावा धान में उर्वरक प्रबंधन की बेहतर तरीके से करें ताकि किसानों को अच्छा उत्पादन मिले. नर्सरी का खेत में ही करें कीट प्रबंधन डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि धान की रोपाई से पहले किसान जरूरी है कि नर्सरी में कीट प्रबंधन के लिए दवा का छिड़काव कर दें. क्योंकि नर्सरी में पत्ता लपेट की बीमारी लग जाती है और अगर समय रहते इसका प्रबंधन नहीं किया जाए तो धान की रोपाई के बाद शुरुआती दिनों में ही पत्ता लपेट की बीमारी फसल को चपेट में ले लेगी, फिर किसानों को ज्यादा क्षेत्रफल में अधिक दवा का इस्तेमाल करना होगा. ऐसे जरूरी है की नर्सरी में ही कीट प्रबंधन कर लें. कब करें पौध की रोपाई? डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि धान की फसल में उत्पादन कल्लों की संख्या पर निर्भर करता है. धान के पौधे में कल्ले की संख्या जितनी ज्यादा होगी, उतनी ही ज्यादा बाली आएंगे और उत्पादन बढ़ेगा. ऐसे में जरूरी है कि कम से कम दिनों की नर्सरी को खेत में रोपाई कर दिया जाए. एक्सपर्ट का कहना है कि 20 से 22 दिन की नर्सरी को खेत में रोपाई कर देना चाहिए. खेत को समतल करने के बाद करें रोपाई डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि धान की रोपाई के लिए खेत तैयार करते समय जरूरी है कि किसान खेत की बेहतर तरीके से जुताई की जाए. सूखे खेत को जोतने के बाद किसान पानी छोड़कर रोटावेटर या फिर हाइड्रोलिक डिस्क हैरो से खेत को जोतकर अच्छे से पाटा लगाकर समतल कर लें ताकि पूरे खेत में एक समान पानी बना रहे. पौधे से पौधे की दूरी का रखें ध्यान डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि किसी भी फसल में पौधे से पौधे और लाइन से लाइन की दूरी बहुत महत्वपूर्ण होती है. धान के पौधों की रोपाई करते समय पौधे से पौधे की दूरी 10 से 15 सेंटीमीटर और लाइन से लाइन की दूरी 18 से 22 सेंटीमीटर होनी चाहिए. अगर दूरी को ध्यान में रखते हुए पौधे रोपित किए जाएंगे तो पौधों में कल्ले ज्यादा आएंगे और अच्छा उत्पादन मिलेगा. उर्वरक प्रबंधन कैसे करें? डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि किसी भी पौधे के विकास और उसकी बढ़वार के लिए अच्छा पोषण मिलना बहुत ही जरूरी है. धान की फसल की रोपाई करने से पहले की जाने वाली अंतिम जुताई के समय एक एकड़ में 50 किलो डीएपी और 25 से 30 किलो पोटाश का इस्तेमाल करना चाहिए. जिससे पौधे की जड़ों का विकास अच्छा होगा और पौधों में कल्ले ज्यादा निकलेंगे और पौधे मजबूत भी होंगे. उसके बाद 20 से 22 दिन की फसल पर यूरिया की टॉप ड्रेसिंग भी कर दें. धान की फसल में 50 किलो यूरिया ही देनी चाहिए और यूरिया दो बार में 25-25 किलो के हिसाब से दे दें. 20 दिन बाद करें खरपतवार प्रबंधन डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि धान की फसल में खरपतवार भी किसानों के लिए बेहद चुनौती के तौर पर सामने आते है. क्योंकि खरपतवार फसल के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं, जिससे पौधों की बढ़वार अच्छी नहीं हो पाती. जिसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ता है. खरपतवार प्रबंधन के लिए जब धान की फसल 15 से 20 दिन की हो जाए. तब नॉमिनी गोल्ड नाम के खरपतवार नाशक का छिड़काव कर देना चाहिए, जिससे सभी तरह के खरपतवार नष्ट हो जाएंगे. 1 एकड़ में 2 बार करें 50 किलो यूरिया का छिड़काव डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि धान की फसल में बेसल डोज के अलावा बाद में भी उर्वरक देने की जरूरत रहती है. 1 एकड़ धान की फसल में दो बार में 50 किलो यूरिया दे दें. इसके अलावा दो बार घुलनशील एनपीके (Nitrogen phosphorus potassium) 19:19:19 का इस्तेमाल करें. वही जब धान की फसल बाली निकालने की स्थिति में पहुंच जाए, तब एमपीके (Mono Potassium Phosphate) 00:52:34 का छिड़काव कर दें. जिससे दानें वजनदार चमकदार और मजबूत होंगे. Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : July 9, 2024, 15:25 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed