UP के इस गांव में नहीं इस्तेमाल होता बैंड-बाजा आतिशबाजी भी कोसों दूर: वजह जान
UP के इस गांव में नहीं इस्तेमाल होता बैंड-बाजा आतिशबाजी भी कोसों दूर: वजह जान
अमेठी का ये गांव हिंदू- मुस्लिम एकता की मिसाल है. और ये परंपरा वर्षों से निभाई जाती है. बैंड- बाजा और आतिशबाजी को फिजूल खर्ची मानकर लोग इससे दूर रहते हैं. वहीं, यहां के लोग गरीब तबके की मदद कर उसकी सामाजिक और आर्थिक जरूरत को पूरा करते हैं.
अमेठी /आदित्य कृष्ण: यूपी के अमेठी में एक ऐसा गांव है, जहां आज भी किसी फंक्शन या त्योहार पर बैंड बाजा और आतिशबाजी नहीं की जाती है. क्योंकि, वहां के लोग एक खास पुरानी परंपरा को आज भी निभा रहे हैं. इस परंपरा को संजोने के लिए छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक एकजुट होकर खड़े हैं.
अजब गजब परंपरा का निर्वाहन करने वाले इस गांव का नाम ऐंठा है. यह वही गांव है, जहां लोग टीवी का भी इस्तेमाल नहीं करते हैं. इस गांव में टीवी के साथ बैंड बाजा और आतिशबाजी भी पूरी तरीके से प्रतिबंधित है. गांव के बड़े बुजुर्ग इसे फिजूल खर्ची बताकर इससे दूर रहने की सलाह देते हैं. तो गांव के अन्य लोग भी परंपरा का बुजुर्गों के साथ-साथ देते हैं. गांव में करीब 150 से अधिक घर हैं. सभी लोग इस परंपरा को मानते हैं.
वर्षों से निभाई जा रही परंपरा
गांव हिंदू- मुस्लिम एकता की मिसाल है. और ये परंपरा वर्षों से निभाई जाती है. बैंड- बाजा और आतिशबाजी को फिजूल खर्ची मानकर लोग इससे दूर रहते हैं. वहीं, यहां के लोग गरीब तबके की मदद कर उसकी सामाजिक और आर्थिक जरूरत को पूरा करते हैं.
विरोध नहीं, हर कोई परंपरा के साथ
गांव में मदरसा के मौलवी और इसी गांव के निवासी मोहम्मद नईम बताते हैं कि इस परंपरा का कभी किसी ने विरोध नहीं किया. सब ने परंपरा का साथ दिया. उनका कहना है कि जब हम सबको समय व्यतीत करना होता है, तो हम सब बाजार चले जाते हैं. लोगों से उनके सुख दुख पूछते हैं और अच्छी बातें करते हैं. इन सब कार्यों में हमारा समय बीत जाता है. इस वजह से कभी इस परंपरा का न तो विरोध हुआ. न ही इसके लिए कोई लालसा रही. वहीं गांव के एक बुजुर्ग बताते हैं कि आजकल के समय और वातावरण के हिसाब से हम सब इस फिजूल के खर्चों से दूर रहते हैं. बेवजह के खर्च और अन्य आर्थिक समस्याओं की भी चिंता नहीं होती है. इसके साथ ही हम सब बचपन से ही इस परंपरा को निभा रहे हैं और आगे भी निभाते रहेंगे. .
Tags: Ajab Gajab news, Amazing story, Amethi news, Khabre jara hatke, Local18, OMG NewsFIRST PUBLISHED : May 29, 2024, 13:25 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed