पारसी थे सायरस मिस्त्री लेकिन हिंदू रीति-रिवाज से क्यों हुआ अंतिम संस्कार जानें पूरा मामला
पारसी थे सायरस मिस्त्री लेकिन हिंदू रीति-रिवाज से क्यों हुआ अंतिम संस्कार जानें पूरा मामला
Cyrus Mistry funeral: मध्य मुंबई के वर्ली में इलेक्ट्रिक शवदाह गृह में हिंदू रीति रिवाजों से उनका अंतिम संस्कार किया गया है. मालूम हो कि मिस्त्री पारसी समुदाय से आते हैं. फिर क्या वजह है कि उनका अंतिम संस्कार पारसी रीति रिवाजों के बजाय हिंदू रीति रिवाजों से किया गया. आइए सब बताते हैं आपको...
हाइलाइट्सटाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री पारसी समुदाय से आते हैं. लेकिन उनका अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाजों से किया गया है. कोरोनाकाल में पारसियों के अंतिम संस्कार के तरीकों पर रोक लगा दी गई थी.
नई दिल्ली. टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की महाराष्ट्र के पालघर में सड़क हादसे में मौत हो गई थी. जिसके बाद आज मंगलवार को मुंबई में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया. मध्य मुंबई के वर्ली में इलेक्ट्रिक शवदाह गृह में हिंदू रीति रिवाजों से उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है. मालूम हो कि मिस्त्री पारसी समुदाय से आते हैं. फिर क्या वजह है कि उनका अंतिम संस्कार पारसी रीति रिवाजों के बजाय हिंदू रीति रिवाजों से किया गया है. आइए सब बताते हैं आपको…
पारसी समुदाय के अंतिम संस्कार का तरीका
आइए सबसे पहले जानते हैं पारसी समुदाय के अंतिम संस्कार के तरीके के बारे में. पारसी समुदाय में अंतिम संस्कार के तरीकों की बात करें तो यह बिल्कुल अलग है. यह ना तो हिंदुओं की तरह शव को जलाते हैं और ना ही ईसाई और मुस्लिम समुदाय की तरह शव को दफनाते हैं. मौत के बाद इस समुदाय में शव को ‘टावर ऑफ साइलेंस’ के ऊपर रख दिया जाता है. जिसके बाद गिद्ध उन शव को आकर खा जाते हैं. गिद्धों का शवों को खाना भी पारसी समुदाय के रिवाज का ही एक हिस्सा है.
इस वजह से हुआ हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार
आइए अब जानते हैं टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का अंतिम संस्कार पारसी रीति रिवाजों के बजाय हिंदू रीति रिवाजों से क्यों किया गया. दरअसल कोरोना महामारी के चलते दुनिया भर में रीति रिवाजों, रहन सहन के तरीकों, शादी समारोह से लेकर अंतिम संस्कार तक के तौर तरीके बदल दिए हैं. महामारी का प्रभाव इस समुदाय के अंतिम संस्कार के तौर तरीकों पर भी पड़ा.
दरअसल केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान एक SoP जारी करते हुए पारसी समुदाय के अंतिम संस्कार के रीति रिवाजों पर रोक लगा दी थी. बाद में सुप्रीम कोर्ट ने भी सरकार के इस SoP के खिलाफ आदेश देने से इनकार कर दिया था. सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर कहा था कि COVID से मौत होने पर अंतिम संस्कार का काम पेशेवरों द्वारा किया जाता है और ऐसे मृत शरीर को खुला नहीं छोड़ा जा सकता है.
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Tags: Cyrus, Road accident, TataFIRST PUBLISHED : September 06, 2022, 14:38 IST