दिल्ली के अस्पतालों में हजारों कोविड बेड्स महीनों से आरक्षित क्या DDMA आम मरीजों को देगी आज राहत

देश की राजधानी दिल्ली में आपको कोरोना (Covid-19) से जुड़े कई बंदिशें आज से हटाई जा सकती हैं. आज दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) मास्क पहनने से लेकर कोरोना से जुड़े कई नियमों में ढील दे सकती है. डीडीएमए की कोरोना की समीक्षा के लिए गुरुवार को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है. दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना (LG VK Saxena) और सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) की मौजूदगी में कई तरह के फैसले लिए गए.

दिल्ली के अस्पतालों में हजारों कोविड बेड्स महीनों से आरक्षित क्या DDMA आम मरीजों को देगी आज राहत
नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में आपको कोरोना (Covid-19) से जुड़े कई बंदिशें आज से हटाई जा सकती हैं. आज दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) मास्क पहनने से लेकर कोरोना से जुड़े कई नियमों में ढील दे सकती है. डीडीएमए की कोरोना की समीक्षा के लिए गुरुवार को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है. दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना (LG VK Saxena) और सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) की मौजूदगी में कई तरह के फैसले लिए गए. दिल्ली में कोरोना की स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है. ऐसे में अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित बेड्स की संख्या घटाने से लेकर मास्क पहनने के नियमों में ढील को लेकर भी आज फैसला आ सकता है. दिल्ली डीडीएमए की गुरुवार को हुई बैठक में आम लोगों को राहत देने का फैसला लिया गया था. इस बैठक में निर्णय लिया गया कि अस्पतालों में कोविड के इलाज में जुटे कर्मचारियों, बेड्स की उपलब्धता और इस्तेमाल होने वाले उपकरणों को चरणबद्ध तरीके से कम किया जाएगा. डीडीएमए ने अप्रैल में अपनी पिछली बैठक में लोगों के लिए सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया था और उल्लंघन करने पर 500 रुपये का जुर्माना तय किया था. पहले 2000 के जुर्माने का प्रावधान था, पिछली डीडीएमए बैठक में इसे घटाया गया था. दिल्ली में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या लगातार घट रही है. डीडीएमए कई फैसले ले सकती है आज गौरतलब है कि दिल्ली में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या लगातार घट रही है. अभी दिल्ली में 450 के आसपास मरीज हैं, जो कोरोना संक्रमित हैं, जिनमें से 350 मरीज होम आइसोलेशन में है. वहीं, दिल्ली के सबसे बड़े अस्पताल लोक नायक सहित कई अन्य अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 9,270 बेड्स आरक्षित हैं. इन बिस्तरों में से तकरीबन 50 बेड्स पर ही कोरोना संक्रमित मरीज हैं. ऐसे में संभव है कि अब इन आरक्षित बिस्तरों को आम मरीजों के लिए दिया जाए. क्या है अस्पतालों में कोविड बेड्स की स्थिति दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहते हैं, ‘कोविड मरीजों के लिए कई तरह की सुविधाएं पिछले कई महीनों से इस अस्पताल में आरक्षित है. अब कोरोना के मामले घट रहे हैं तो इन सुविधाओं को आम मरीजों के लिए खोल दिया जाना चाहिए. फिलहाल एलएनजेपी अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए अभी 420 से भी ज्यादा बेड्स आरक्षित हैं, जबकि अस्पताल में कोरोना मरीजों की संख्या मात्र 2 है. कोरोना की वजह से एलएनजेपी अस्पातल के इमरजेंसी सेवाएं कई वार्डों में चालई जा रही हैं, जो कि इमरजेंसी ब्लॉक से काफी दूर है. इससे हो ये रहा हा कि जिस वार्ड में करोना की इमरजेंसी सेवाएं चालई जा रही हैं, उस वार्ड में चलने वाली नियमित सेवाएं वर्षों से बाधित है. वार्ड में इमरजेंसी सेवा चलने से उस वार्ड में मौजूद मरीजों को कई तरह की परेशानी झेलनी पड़ती है. ऐसे में डीडीएमए को चाहिए नियमित सुविधाएं को बाधित होने से बचाने के लिए वार्डों से कोविड इमरजेंसी सेवाएं अस्पताल के इमरजेंसी ब्ल़ॉक में शिफ्ट करे. कोरोना संक्रम‍ित दैन‍िक मरीजों की संख्‍या में भले ही कमी र‍िकॉर्ड की जा रही हो. लेक‍िन संक्रम‍ित मरीजों की मौत का स‍िलस‍िला बदस्‍तूर जारी है. (PTI Photo) ये भी पढ़ें: मोदी सरकार ने राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति के तहत 3 लक्ष्य किए निर्धारित, 2030 तक इतना सस्ता होगा माल भाड़ा दिल्ली में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट और अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या काफी कम हो गई है. ऐसे में अब डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों सहित अस्पतालों में मौजूद संसाधनों को अन्य जरूरतों को पूरा करने में उपयोग किया जा सकता है. हालांकि, कोरोना के मामले में उतार-चढ़ाव जारी हैं. शुक्रवार के जारी आंकड़े से लगता है कि देश में अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Corona Cases in Delhi, DDMA, LNJP Hospital, New Corona Cases in Delhi, Total corona cases in last 24 hoursFIRST PUBLISHED : September 23, 2022, 11:53 IST