CBI के हत्थे चढ़े विजय नायर कौन हैं क्या हैं आरोप और AAP में कितना बड़ा है कद जानें सबकुछ
CBI के हत्थे चढ़े विजय नायर कौन हैं क्या हैं आरोप और AAP में कितना बड़ा है कद जानें सबकुछ
Vijay Nair : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली में आबकारी नीति के कथित घोटाला मामले में मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और कारोबारी विजय नायर को गिरफ्तार किया. इस मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी आरोपी हैं.
नई दिल्ली: दिल्ली में आबकारी नीति के कथित घोटाला मामले में आम आदमी पार्टी से जुड़े रहे इवेंट्स कंपनी ‘ओनली मच लाउडर’ के पूर्व सीईओ विजय नायर को सीबीआई यानी केंद्रीय जांच ब्यूरो ने गिरफ्तार किया है. विजय नायर पिछले आठ साल से आम आदमी पार्टी से जुड़े हैं और शुरू में वह पार्ट टाइम वॉलंटियर थे, मगर अभी वह आम आदमी पार्टी के संचार प्रभारी हैं. कहा जाता है कि इवेंट कंपनी से आम आदमी पार्टी के बैकरूम तक विजय नायर का कद काफी तेजी से बढ़ा है. आम आदमी पार्टी में उनका कद कितना बड़ा है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह अभियान से लेकर नीति निर्माण तक में पार्टी को सलाह देते हैं.
दिल्ली शराब नीति मामले में नामजद 15 आरोपियों में गिरफ्तार होने वाले विजय नायर पहले आरोपी हैं. इसी मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी आरोपी हैं और वह आरोपी नंबर 1 हैं. मनोरंजन और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ‘ओनली मच लाउडर’ के पूर्व सीईओ रहे विजय नायर ने 2017 में पद से इस्तीफा दे दिया था, क्योंकि एक साल पहले उन पर अपने कार्यकाल के दौरान यौन दुराचार के आरोप लगे थे.
पहले क्या थी विजय नायर की भूमिका
आम आदमी पार्टी के साथ वह 2014-15 में जुड़े थे. साल 2014 और 2018-19 के बीच उनकी भूमिका ज्यादातर सोशल मीडिया रणनीति बनाने, पार्टी के इवेंट्स कराने और फंडरेजिंग (धन उगाही) तक सीमित थी. यानी आम आदमी पार्टी के लिए फंड जमा करने के लिए इवेंट ऑर्गनाइज करने की जिम्मेवारी उन्हीं पर थी. हालांकि, 2019 आते-आते चीजें बदल गईं और वह अब न केवल सोशल मीडिया पर रणनीति बनाते बल्कि अब वह राजनीतिक, अभियान और घोषणा-पत्र और नीति-निर्माण में भी पार्टी को सलाह देने लगे थे.
और फिर बढ़ता गया कद
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, पार्टी के एक नेता ने कहा कि विजय नायर ने हमेशा पर्दे के पीछे रहना पसंद किया. हमारे कुछ सबसे स्मार्ट सोशल मीडिया अभियानों और पोस्ट्स के पीछे उन्हीं का दिमाग था. फिर 2019 में उनकी भूमिका बदलने लगी. वह सोशल मीडिया से आगे निकल गए और पार्टी को न केवल संचार बल्कि राजनीति, प्रचार, घोषणापत्र और नीतिगत मामलों पर भी सलाह देना शुरू कर दिया. सूत्रों ने कहा कि 2020 के दिल्ली चुनावों में आम आदमी पार्टी की शानदार जीत के बाद पार्टी में उनका कद बढ़ गया. वह अभी पार्टी के शीर्ष नेताओं में से हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वह राजनीतिक मामलों की समिति (आप की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था) या दिल्ली सरकार के कार्यालय का सदस्य नहीं बनना चाहते हैं.
6 कंपनियों के डायरेक्टर रह चुके हैं विजय नायर
ओएमएल एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड, वेस्टलैंड एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड, ओनली मच लाउडर इवेंट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड, मदर्सवियर एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड, बेबलफिश प्रोडक्शंस प्राइवेट लिमिटेड और ओएमएल डिजिटल प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड, विजय नायर ने इन छह कंपनियों के निदेशक के रूप में काम किया है. इनमें से दो कंपनियां अब भी सक्रिय हैं और 2018 के मध्य में उन्होंने डायरेक्टर बनना छोड़ दिया. ओनली मच लाउडर के साथ विजय नायर ने कई बड़े टिकट वाले लाइव संगीत शो, कॉमेडी शो आयोजित करवाए थे.
विजय नायर को क्यों किया गया गिरफ्तार
बता दें कि काफी समय तक विदेश में रहे विजय नायर को मंगलवार को सीबीआई के कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था. नायर को राष्ट्रीय राजधानी में शराब के ठेकों के लाइसेंस के आवंटन में कथित अनियमितताओं के संबंध में ‘गुटबंदी’ और ‘षडयंत्र’ में संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि सिसोदिया के सहायक अर्जुन पांडे ने विजय नायर की ओर से शराब कारोबारी समीर महेंद्रु से करीब दो से चार करोड़ रुपये नकद लिए थे.
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Tags: CBI, Excise Policy, Manish sisodiaFIRST PUBLISHED : September 28, 2022, 07:16 IST