क्या कांग्रेस को गांधी के अलावा कोई और पार्टी अध्यक्ष मिल पायेगा
क्या कांग्रेस को गांधी के अलावा कोई और पार्टी अध्यक्ष मिल पायेगा
Congress President Polls: कांग्रेस की ओर से घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, 22 सितंबर को पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव की अधिसूचना जारी होगी, 24 सितंबर से नामांकन दाखिल किए जा सकते हैं और यदि एक से अधिक उम्मीदवार हुए तो 17 अक्टूबर को मतदान होगा.
नई दिल्ली. लाल किले से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह आह्वान किया था कि जब तक देश में परिवारवाद की राजनीति है तब तक देश आगे नहीं बढ़ेगा. एक तरफ़ जहां कांग्रेस अपना नया अध्यक्ष तलाश रही है, तो दूसरी तरफ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने यह सवाल उठाया है कि क्या चुनाव निष्पक्ष तरीके से होगा और क्या गांधी परिवार के अलावा भी निष्पक्ष तरीके से पार्टी अध्यक्ष चुना जाएगा.
इस पर कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव बल्लव ने News 18 से बातचीत में कहा कि कांग्रेस के संविधान में यह व्यवस्था है. जो चुनाव का शेड्यूल है, हमने तारीख को फ़ाइनल किया है, उसमें सारी डेट्स निर्धारित हैं. उन्होंने कहा, ‘जिसको चुनाव लड़ना है… वह लड़े, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे कि किसी को पता ही ना चले की जेपी नड्डा कैसे अध्यक्ष बने? इसका जवाब किसी को नहीं पता कि अमित शाह कैसे अध्यक्ष बने. किसी को नहीं पता राजनाथ सिंह कैसे अध्यक्ष बने… किसी को नहीं पता कि राजनाथ सिंह से पहले आडवाणी जी कैसे अध्यक्ष बने… किसी को नहीं पता.’
वहीं दूसरी तरफ़ राजनीतिक जानकारों का यह कहना है कि पार्टी को एक नए अध्यक्ष की जरूरत है क्योंकि एक नया अध्यक्ष ही पार्टी को एक नई ऊर्जा दे सकता है. पार्टी के ऊपर कई समय से यह आरोप लग रहे हैं कि पार्टी परिवारवाद से हटकर नहीं सोच रही है, तो आज पार्टी के पास यह मौका है कि इस छवि को दूर करें क्योंकि पार्टी इस वक्त अपना अस्तित्व तलाश रही है. ऐसे में अगर नया अध्यक्ष गांधी परिवार से ना होकर के पार्टी का कोई अन्य सदस्य होगा, तो उससे लोगों के मन में भी परिवारवाद को लेकर जो सवाल उठते हैं, वह कम हो जाएंगे.
पार्टी को पूरी तरह से पुनर्जीवित करने की जरूरत है, लेकिन नेतृत्व के जिस पद को तत्काल भरने की जरूरत है वह स्वाभाविक रूप से कांग्रेस अध्यक्ष का पद है. बड़ा सवाल यह भी है कि पार्टी के अपने नेता को ही यह लगता है कि यह चुनाव निष्पक्ष तरीक़े से होना चाहिए. पार्टी के नेता खुद मान रहे हैं कि अब वक़्त आ गया है कि परिवारवाद को पीछे छोड़कर पार्टी को नई ऊर्जा दी जाए.
बहरहाल, कांग्रेस के लिए बड़ी चिंता का विषय ये है कि पार्टी के बड़े नेता उसका दामन छोड़ते जा रहे हैं, वो भी ऐसे वक्त में जब पार्टी को सबसे ज्यादा अनुभव और अच्छे नेताओं की ज़रूरत है. इन हालातों में पार्टी अध्यक्ष पद का चुनाव कितना निष्पक्ष होगा… ये बड़ा सवाल है. एक सवाल और है कि क्या कांग्रेस पार्टी बिना गांधी परिवार के नाम के बग़ैर अपने पैरों पर दोबारा खड़ी हो पायेगी…?
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी |
Tags: Congress, Rahul gandhi, Sonia GandhiFIRST PUBLISHED : August 30, 2022, 21:16 IST