अश्विनी सर की क्लास: प्रेस कांफ्रेंस का बदला मिजाज लोगों को भाया अंदाज

Central Minister Ashwini Vaishnaw: कैबिनेट मीटिंग में लिए गए फैसले अक्‍सर काफी जटिल और तकनीकी होते हैं. आमलोगों की समझ में आसानी से नहीं आते हैं. सरकार के सामने हमेशा से यह एक चुनौती रही है कि कैसे जनोपयोगी फैसलों के बारे में जनता को सीधे तौर से समझाया जा सके.

अश्विनी सर की क्लास: प्रेस कांफ्रेंस का बदला मिजाज लोगों को भाया अंदाज
नई दिल्‍ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट बैठकों के बाद होने वाली प्रेस कांफ्रेस का मिजाज बदला-बदला सा नजर आ रहा है. कारण हैं रेल, आईटी और सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव. अगस्त में हुई कैबिनेट की बैठक में मोदी सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया. इस बैठक में UPS (Unified Pension Scheme) को हरी झंडी दिखाई गई. पहले आम तौर पर सरकार के प्रवक्ता मंत्री प्रेस कांफ्रेस में योजना या फैसले के संबंध में एक रटा रटाया बयान दे देते थे. इसमें सबसे बड़ी मुश्किल बात यह होती थी कि अत्‍यधिक कठिन तकनीकी बातों को आम जनता के दिलो-दिमाग में कैसे बिठाया जाए. फैसले की सारी बातें आम लोगों को कैसे समझ में आ जाए. टीवी और सोशल मीडिया के जमाने में मुश्किल यह है कि मिनटों में इसके पक्ष या विपक्ष में तर्क देश के कोने-कोने में पहुंच जाते हैं. ऐसे में IIT कानपुर से एमटेक और आईएएस रहे केन्द्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपना लैपटॉप संभाला और सामने बैठी प्रेस को सरल भाषा में यूं समझाया मानो एक प्रोफेसर की क्लास चल रही हो. अब मसला पेंशन योजना का था. यह एक बड़ा फैसला था, लिहाजा इस बार सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विणी वैष्णव ने एक प्रयोग करने की ठानी ताकि न पत्रकारों को कोई उलझन रहे और देशभर की जनता को आम आदमी की भाषा में इन जटिल बातों को समझाया जा सके. इसका उद्देश्‍य सकारात्मक संदेश देने का भी था. ‘राइजिंग भारत’ मंच से बोले अश्विनी वैष्णव- रेलवे को दूध देने वाली गाय समझा जाता था, अगले 20 सालों में अलग दिखेगी तस्वीर इसकी शुरुआत UPS पर कैबिनेट की ओर से लिए गए फैसले के साथ हुई. अश्विनी वैष्णव जानते थे कि इस UPS का असर दूरगामी होगा. इसलिए वे PPT यानि पावर प्‍वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिए इसकी तह तक जा पहुंचे. कैबिनेट की बैठक और प्रेस कांफ्रेस के बीच समय कम था, लेकिन अश्‍व‍िनी वैष्णव पूरी तैयारी के साथ आए थे. वहां बैठी प्रेस के लिए यह प्रेस कांफ्रेस जरा हटकर थी, जिसे पूरा देश देख रहा था. अश्विणी वैष्णव ने न्यूज 18 को बताया PPT के साथ समझाने का फैसला उन्‍होंने एकाएक नहीं लिया. इससे पहले वह एक-दो मौकों पर इस अंदाज से प्रेस कांफ्रेंस कर चुके थे. उन्‍होंने बताया कि इसके पहले साल 2021 में मोदी 2.0 के दौरान तब के सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ बैठ कर उन्‍होंने इंश्योरेंस बिल पर ऐसे ही पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन दी थी. उस वक्‍त भी लोगों ने उसे खासा सराहा था. अश्विनी वैष्णव ने न्यूज 18 इंडिया के सालाना कॉन्क्लेव चौपाल में भी पिछले साल रेलवे के विकास पर एक PPT किया था, जो वहां मौजुद लोगों और दर्शकों को खूब भाया था. मोदी 3.0 में सरकार के प्रवक्ता बने अश्विनी वैष्णव ने न्यूज 18 से कहा कि इन्‍हीं सफलताओं के बाद उन्‍होंने तय किया जहां ज्यादा समझने और समझाने की जरूरत है, एक ऐसा ही प्रयोग कर के देखते हैं. अगस्त 2024 में केन्द्रीय कैबिनेट की तीन प्रेस कांफ्रेंस हुई हैं और तीनों प्रेस कांफ्रेंस में सूचना और प्रसारण मंत्री ने योजनाओं को समझाने का अंदाज ही बदल दिया है. एक बात तो साफ है कि पीएम मोदी ने सोशल मीडिया और तकनीक को देश के कोने-कोने में पहुंचाने में फ्रंट से लीड किया है. इंफो-ग्राफिक्स और पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विकासित होते भारत और मोदी 3.0 में लिए गए लोक कल्याण के फैसलों के प्रचार औऱ प्रसार का काम आसान नहीं है. इसलिए आज के मोबाइल फोन आधारित जिंदगी में जटिल बातों को जितना आम आदमी की भाषा में समझाया जाए, सरकार के लिए उतना ही बेहतर होगा. इसलिए अश्विनी वैष्णव की यह पहल मोदी 3.0 में सरकार की योजनाओं के प्रचार औऱ प्रसार में कारगर साबित होगी. Tags: Ashwini Vaishnaw, Modi government, National NewsFIRST PUBLISHED : September 5, 2024, 16:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed