क्या कनाडा जाने का सपना टूट जाएगा ट्रूडो सरकार के नए फैसले से बढ़ी मुश्किलें

Canada Immigration Rules: कनाडा ने वीजा और इमिग्रेशन फीस में वृद्धि की है, जिससे खासतौर पर अंतरराष्ट्रीय छात्र और कामकाजी लोग प्रभावित होंगे. बता दें कि शरणार्थी मामलों में भी देरी हो रही है, और नए नियम वीजा प्रक्रिया को और कठिन बना रहे हैं.

क्या कनाडा जाने का सपना टूट जाएगा ट्रूडो सरकार के नए फैसले से बढ़ी मुश्किलें
कनाडा की ट्रूडो सरकार ने इमिग्रेशन पर रोक लगाने के लिए एक और बड़ा कदम उठाया है. 1 दिसंबर से कनाडा आने वाले सभी लोगों, जिनमें इंटरनेशनल स्टूडेंट्स भी शामिल हैं, के लिए फीस में भारी बढ़ोतरी की गई है. बता दें कि इस फैसले को पंजाबी समुदाय के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. उनके विदेश में पढ़ाई और बसने के सपने को यह फैसला तोड़ सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि आवेदन फीस (Application Fees) बढ़ने के साथ-साथ प्रोसेसिंग फीस भी दोगुनी हो सकती है. किस-किस पर पड़ेगा असर? फीस बढ़ोतरी में स्टूडेंट वीजा, विज़िटर वीजा, टेंपरेरी रेसिडेंस, स्टडी परमिट और वर्क परमिट जैसे आवेदन शामिल हैं. हालांकि, इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि इन श्रेणियों में आवेदन करने वालों (Applicants in categories) को वीजा मिलेगा. कनाडा में पढ़ाई और नौकरी करने वालों पर असर बता दें कि कनाडा आने वाले विज़िटर्स, वर्कर्स और स्टूडेंट्स के लिए आवेदन और प्रोसेसिंग फीस में बढ़ोतरी का सबसे ज्यादा असर उन पंजाबियों पर पड़ेगा, जो पहले से कनाडा में पढ़ाई कर रहे हैं या किसी संस्था में काम कर रहे हैं. नियम हुए सख्त बता दें कि कनाडा के डिपार्टमेंट ऑफ इमिग्रेशन, रिफ्यूजीज़ एंड सिटीजनशिप (IRCC) ने टेंपरेरी रेजिडेंट्स के कई एप्लिकेशन की फीस बढ़ाई है. इसके अलावा, हाल ही में फेडरल सरकार ने अगले दो सालों में स्थायी निवासियों की संख्या में कमी कर दी है और अस्थायी वर्क परमिट के नियमों को और सख्त कर दिया है. दुकान सामान लेने गईं दो बहनें वापस नहीं लौटीं, रास्ते में ही गायब, घटना से हड़कंप… शरणार्थियों पर असर आंकड़े बताते हैं कि कनाडा में रिफ्यूजी और शरणार्थी मामलों को प्रोसेस करने में औसतन 44 महीने का समय लग रहा है. वहीं, इमिग्रेशन मंत्री मार्क मिलर ने संसद की समिति के सामने कहा कि शरण प्रणाली सही तरीके से काम नहीं कर रही है और इसे पूरी तरह से सुधारने की जरूरत है. अक्टूबर के अंत तक इमिग्रेशन और रिफ्यूजी बोर्ड के पास 2,60,000 से अधिक शरण आवेदन लंबित थे और यह संख्या लगातार बढ़ रही है. Tags: Local18, Special ProjectFIRST PUBLISHED : December 4, 2024, 14:47 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed