मां ने मारा या गोद पुलिस को घुमाया क्या है नवजात की मर्डर मिस्ट्री
मां ने मारा या गोद पुलिस को घुमाया क्या है नवजात की मर्डर मिस्ट्री
एक नवजात की मौत पुलिस के लिए रहस्य बन गया है. पहले मां ने नवजात बच्ची के गायब होने की कहानी गढ़ी मगर, घर के पानी टंकी में शव मिलने के बाद उसकी सच्चाई सामने आ गई. अब वह पुलिस को दूसरी कहानी बता रही है. आखिर नवजात के मौत के पीछे की सच्चाई क्या है.
बेंगलुरु: नवजात के साथ ऐसा कौन करता है भला. कुछ दिनों से नवजात की खोज हो रही थी. मायके में रह रही मां ने कहा कि उसे पता नहीं है कि उसकी बच्ची कहां गायब हो गई है. मगर, एक 45 दिन की बच्ची का शव घर के पानी टंकी में मिलने से हड़कंप मच गया. सोमवार को रहस्यमय रूप से मामला सामने आने के बाद, मां ने स्वीकार किया कि बच्ची को जब दवा दिया था, तब उसकी मौत गोद में ही हो गई थी. उसे समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करे तो उसे दक्षिण-पूर्व बेंगलुरु के सूर्यनगर के इग्गलूर में घर के ओवरहेड टैंक फेंक दिया.
मां ने कथित तौर पर बच्चे को टैंक में फेंक दिया. अपने परिवार के सदस्यों को बताया कि बच्ची गायब है. सोमवार की रात बेंगलुरु ग्रामीण के सूर्यनगर पुलिस ने कैब ड्राइवर मनु और कंप्यूटर साइंस की छात्रा अर्चिता की बच्ची का शव बरामद किया. दलित मनु ने करीब एक साल पहले ऊंची जाति के परिवार से ताल्लुक रखने वाली अर्चिता से शादी की थी. अर्चिता बच्चे को जन्म देने के बाद अपने पिता मुरली के घर में रह रही थी. शुरुआत में, सोमवार दोपहर को अर्चिता ने दावा किया कि बच्ची उसके पालने से गायब है. सबसे पहले उसने अपनी दादी को इसकी जानकारी दी. उन्होंने अर्चिता के पिता को फोन किया, जो एक फैक्ट्री में काम करते थे. इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई.
मामले की जांच कर रहे अधिकारी ने बताया कि मनु और अर्चिता ने नवजात के इलाज पर पहले ही करीब 5 लाख रुपए खर्च कर दिए थे. उन्होंने कहा, ‘यह समय से पहले जन्मा नवजात था. उसे सांस संबंधी समस्याएं थीं. नवजात का इलाज चल रहा था. उसे कुछ सिरप और दवाइयां दी गईं.’ अर्चिता ने पुलिस को बताया कि उसने सुबह करीब 11.30 बजे शिशु को सिरप और दवाइयां दीं, जिसके बाद शिशु की मौत हो गई. पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘उसे डर था कि उसके पति का परिवार और अन्य लोग उसकी मौत के लिए उसे दोषी ठहराएंगे. इसलिए उसने शव को पानी की टंकी में फेंकने और अपहरण और हत्या की कहानी गढ़ने का फैसला किया.’
बेंगलुरु जिले के पुलिस अधीक्षक सीके बाबा ने कहा कि पुलिस फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला से रिपोर्ट का इंतजार कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि शिशु की मौत पानी की टंकी में फेंकने से पहले और बाद में हुई थी या नहीं.
Tags: Karnataka, Karnataka policeFIRST PUBLISHED : November 8, 2024, 14:13 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed