SSC घोटाला: पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी ने नहीं दिया था दुर्गा पूजा में 5 हजार का चंदा सोसाइटी का मेंटेनेंस चार्ज भी बकाया

Bengal SSC scam: उत्तर कोलकाता के बेलघरिया स्थित फ्लैट से नकदी मिली है जिसकी मालकिन अर्पिता मुखर्जी हैं.अर्पिता के दो फ्लैट को ताला तोड़कर खोला गया क्योंकि उनकी चाबी नहीं मिली. ईडी को मुखर्जी को उनके दक्षिण कोलकाता स्थित फ्लैट से 21 करोड़ रुपये मिले थे

SSC घोटाला: पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी ने नहीं दिया था दुर्गा पूजा में 5 हजार का चंदा सोसाइटी का मेंटेनेंस चार्ज भी बकाया
हाइलाइट्सईडी को मुखर्जी को उनके दक्षिण कोलकाता स्थित फ्लैट से 21 करोड़ रुपये मिले थे कैश मिलने के एक दिन बाद 23 जुलाई को गिरफ्तार किया थाइस बार उत्तर कोलकाता के बेलघरिया स्थित फ्लैट से नकदी मिली है जिसकी मालकिन मुखर्जी हैं (कमालिका सेनगुप्ता) कोलकाता. इन दिनों हर तरफ पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाला की चर्चा है. मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी इस वक्त ईडी की गिरफ्त में है. ईडी को अर्पिता के एक और फ्लैट से बुधवार को भारी मात्रा में नकदी मिली. मुखर्जी को राज्य के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी का करीबी माना जाता है, जिन्हें एजेंसी ने इसी मामले में गिरफ्तार किया है. ईडी ने मुखर्जी को उनके दक्षिण कोलकाता स्थित फ्लैट से 21 करोड़ रुपये की नकदी मिलने के एक दिन बाद 23 जुलाई को गिरफ्तार किया था. अर्पिता बेलघोरिया में क्लब टाउन सोसाइटी में रहती हैं. यहां उनके दो फ्लैट हैं. उनके घर से लगातार नकदी और समान निकल रहे हैं. लिहाजा सोसाइटी के लोगों की नजर उनके फ्लैट पर टिकी हैं. लोग इतने सारे कैश देख कर हैरान हैं. सोसाइटी के अध्यक्ष कल्लोल सिन्हा रॉय ने up24x7news.com को बताया, ‘हम हैं. हमें विश्वास नहीं हो रहा है कि किसी के घर में इतना पैसा कैसे रखा जा सकता है. मुझे याद है कि हम 2019 में इस महिला से मिले थे; उसके यहां दो फ्लैट हैं. हमने उनसे 5,000 रुपये का दूर्गा पूजा के लिए चंदा मांगा था. उसने कहा कि वो इतना पैसा नहीं दे सकती लेकिन कोशिश करेंगी. हालांकि, हमें कभी पैसा नहीं मिला. इतना ही नहीं, जनवरी 2022 से उनका मेंटेनेंस चार्ज के तौर पर 60,000 रुपये बकाया है. जब हमने दूसरे दिन टीवी पर उसकी तस्वीरें देखीं, तो हमें एहसास हुआ कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी यहां भी आ सकते हैं.’ अन्य पड़ोसियों ने कहा कि मुखर्जी उनके साथ ज्यादा फ्रेंडली नहीं थे, इसलिए कोई भी उनके बारे में ज्यादा नहीं जानता था. मुखर्जी के घर पर गिने जा रहे नोटों पर नजर रखने के लिए मीडिया की तरह सोसाइटी के लोग भी उतने ही उत्साहित थे. वसूली गई राशि जानने के लिए लोग अपने टीवी सेट से चिपके रहे, जबकि कुछ ने व्हाट्सएप और फेसबुक पर नजर रखी. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Bengal, TMCFIRST PUBLISHED : July 28, 2022, 15:06 IST