जल्द खत्म क्यों नहीं होती ईवीएम की बैटरी चुनाव आयोग ने दिया हर सवाल का जवाब
जल्द खत्म क्यों नहीं होती ईवीएम की बैटरी चुनाव आयोग ने दिया हर सवाल का जवाब
Battery of EVM: ईवीएम में इस्तेमाल होने वाली बैटरी को लेकर चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट पर सवाल और उनके जवाबों की लिस्ट जारी की है. इनसे कांग्रेस के ईवीएम को लेकर उठाए जा रहे सवालों की सच्चाई सामने आ गई है.
नई दिल्ली. चुनाव में इस्तेमाल होनेवाली ईवीएम में अल्कलाइन बैटरी को लेकर चुनाव आयोग ने वेबसाइट पर 9 सवाल और जवाब जारी किए. ईवीएम में लगनेवाली ईवीएम बैटरी से जुड़े हर सवाल का जवाब चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मौजूद है. गौरतलब है कि हरियाणा चुनाव के नतीजे के बाद कांग्रेस की तरफ से 26 विधानसभा क्षेत्र में ईवीएम की बैटरी से जुड़ी शिकायत दर्ज होने के बाद चुनाव आयोग ने इवीएम में इस्तेमाल होने वाली बैटरी को लेकर चुनाव आयोग की वेबसाइट पर सवालों और जवाबों की सूची जारी की है. चुनाव आयोग ने पूरी तरह साफ किया कि बैटरी में किसी तरह कोई गड़बड़ी संभव नहीं है.
चुनाव आयोग के जवाब से यह सब पता चलता है कि ईवीएम में इस्तेमाल होने वाली अल्कालाइन बैटरी एक तरह की प्राइमरी बैटरी है. 5 अल्कालाइन सेल का इस्तेमाल कंट्रोल यूनिट के पावर पैक्स में और 30 अल्कलाइन सेल का इस्तेमाल वीवीपीएटी के पावर पैक्स में होता है. चुनाव आयोग ने अपने वेबसाइट पर अल्कलाइन बैट्री को लेकर यह भी बताया है कि अल्कलाइन बैट्री का सेल्फ लाइफ 5 साल का होता है. चुनाव आयोग ने बताया है कि ईवीएम में अल्कलाइन बैट्री के इस्तेमाल की कई बड़ी वजहें हैं. अल्कलाइन बैटरी सिंगल यूज बैटरी है यानि इसे रिचार्ज नहीं किया जा सकता. अल्कलाइन बैटरी गर्मी और ठंड के मौसम में बेहतर तरीके से काम करती है. अल्कलाइन बैटरी धीरे-धीरे डिस्चार्ज होती है और इसका परफॉर्मेंस विश्वसनीय है. अल्कलाइन बैटरी इकोनॉमिकल है यानी बहुत महंगी नहीं है.
चुनाव आयोग के वेबसाइट से यह भी जानकारी मिलती है ईवीएम में रिचार्जेबल बैटरी का इस्तेमाल इसलिए नहीं होता क्योंकि रिचार्जेबल बैटरी को समय-समय पर चार्जिंग की जरूरत पड़ेगी. जबकि ईवीएम में चार्जिंग का कोई पोर्ट नहीं होता. क्योंकि ईवीएम में किसी तरह की कनेक्टिविटी के लिए पोर्ट नहीं है. मतदान वाले दिन से 8 से 10 दिन पहले ईवीएम में अल्कलाइन बैट्री का नया पावर पैक लगाया जाता है चुनाव आयोग ने यह जानकारी अपने वेबसाइट पर दी है.
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एक सवाल बार-बार पूछा जा रहा था कि आखिर पूरे दिन वोटिंग के बाद भी कई कंट्रोल यूनिट के बैटरी 99% कैसे दिखा रहे थे. चुनाव आयोग ने अपने वेबसाइट पर इसका जवाब दिया है कि ईवीएम का पावर पैक इस तरह से डिजाइन किया जाता है ताकि एक कंट्रोल यूनिट और 4 बैलट यूनिट को सपोर्ट किया जा सके और कुल 2000 वोट डाला जा सके. चुनाव आयोग ने इसका जवाब दिया है कि एक सीमा से नीचे जाने पर बैटरी बहुत तेज गति से गिरती है. लेकिन जब एक बैलेट यूनिट और एक कंट्रोल यूनिट का इस्तेमाल होता है और 1000 से कम वोट डाले जाते हैं तो बैटरी धीमी गति से खत्म और कम होती है और आउटपुट वोल्टेज 7.4 से कम नहीं जाता है तो 99% शो करती है.
Tags: Central Election Commission, Election commission, Election Commission of IndiaFIRST PUBLISHED : October 30, 2024, 21:17 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed