उर्स-ए-रिजवी को लेकर बरेली में है खास तैयारी विदेशों से भी पहुंच रहे जायरीन

नासिर कुरैशी ने बताया कि 29 अगस्त को उर्स-ए-रिजवी इस्लामिया मैदान में उल्लास के साथ मनाया जाएगा. वहीं इस बार यहां साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, मॉरीशस, दुबई, नेपाल, सऊदी अरब समेत कई देशों के मेहमान आने वाले हैं. यह तीन दिन तक मनाया जाएगा. इसके लिए प्रशासन ने इस्लामिया मैदान पर बड़े स्तर पर तैयारी भी शुरू कर दी है.

उर्स-ए-रिजवी को लेकर बरेली में है खास तैयारी विदेशों से भी पहुंच रहे जायरीन
बरेली. उर्स-ए-रिजवी का पर्व बरेली में हर साल धूमधाम से मनाया जाता है. दरगाह आला हजरत के उर्स में शिरकत करने के लिए जायरीन दूर-दराज से आते हैं. इससे बरेली का प्राचीन इतिहास भी जुड़ा हुआ है क्याेंकि बरेली का नाम बरेली शरीफ पर ही पड़ा था. इसी कारण उर्स-ए-रिजवी मनाई जाती है. इस बार 29 अगस्त को मौलाना सुब्हान राजा खान( सुहानी मियां ) सजादानशीन हजरत मुफ्ती एहसान राजा कादरी सीन हजरत मुफ्ती, अहसन रजा कादरी की सरपरस्ती में मनाया जाएगा. कई देशों के जायरीन करेंगे शिरकत इस दरगाह से जुड़े नासिर कुरैशी ने बताया कि उर्स-ए-रिजवी इस्लामिया मैदान में उल्लास के साथ मनाया जाएगा. वहीं इस बार यहां साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, मॉरीशस, दुबई, नेपाल, सऊदी अरब समेत कई देशों के मेहमान आने वाले हैं. यह तीन दिन तक मनाया जाएगा. इसके लिए प्रशासन ने इस्लामिया मैदान पर बड़े स्तर पर तैयारी भी शुरू कर दी है. उर्स स्थान इस्लामिया गेट की रंग-रोगन के अलावा आला हजरत की लिखी किताबों का स्टॉल भी लगाने की तैयारी की जा रही है. उर्स की तैयारियों को लेकर लंगर कमेटियों की बैठक दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां की सरपरस्ती में सज्जादानशीन मुफ्ती आहसन मियां को सदारत और सैय्यद आसिफ मियों की मौजूदगी में हो चुकी है. बरेली जिले के चारों तरफ और इस्लामिया गेट के पास पुलिस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. नूरी मरकज में है जायरीनों के लिए लंगर की व्यवस्था आला हजरत परिवार के मन्नान रजा खान मन्नानी मियां ने जायरीन की खिदमत की तैयारियों पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि इस बार भी बाकरगंज के मदरसा जामिया नूरिया रजविया में कुल शरीफ की रस्म 30 अगस्त को दोपहर 2:38 मिनट पर अदा की जाएगी. इसके बाद उलमा-ए-इकराम सय्यद अमीनुल कादरी, सय्यद जामी अशरफ, मुक्ती अशरफ जिलानी अजहरी आदि अपनी तकरीर और नातो मनकबत के जरिए आला हजरत की शानो शख्सियत को बयां करेंगे. दरगाह आला हजरत के नूरी मरकज में देश-विदेश से आए जायरीन के लिए लंगर का इंतजाम रहेगा. विज्ञान के साथ-साथ 55 विषयों में निपुण थे आला हजरत आला हजरत विज्ञान के साथ-साथ पूरे 55 विषयों में निपुण थे. जिनके बारे में मुफ्ती सैयद अजीमुद्दीन अजहरी ने बताया कि आला हजरत दुनिया की तकरीबन 100 यूनिवर्सिटी में उनकी जिंदगी और खिदमत पर कार्य हो रहा है. उन्होंने बताया जी जैसे-जैसे उनकी जिंदगी पर कार्य किया जा रहा है, उनकी जिंदगी से जुड़ी कई बातें सामने आ रही है. इसके अलावा दुनिया के बड़े-बड़े बुद्धिजीवी भी यह देखकर हैरान हैं कि इमान अहमद रजा खां इतने विषयों में कैसे निपुण थे. इसके साथ-साथ आला हजरत ने साढ़े सात घंटे में कुरान ए पाक के 30 पारे याद कर लिए थे. दुनिया में एक वक्त ऐसा आया कि सिक्के कम होने लगे और करेंसी यानी नोटों को बढ़ावा मिलने लगा. उस समय कई बड़े अलिमों ने नोटों का प्रयोग करना हराम बता दिया था. आला हजरत ने शरीयत की रोशनी में एक किताब लिखकर नोटों के प्रयोग को जायज बताया था. आला हजरत की स्मृति में बनेगा उर्स-ए-रिजवी इस्लामी स्टडी सेंटर आला हजरत की स्मृति में उर्स-ए-रिजवी इस्लामी स्टडी सेंटर में मनाया जाएगा. इसके बारे में जानकारी देते हुए जमात रजा ए मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उर्स प्रभारी सलमान मियां ने बताया कि इसको लेकर तैयारी शुरू हो गई है. बारिश के मौसम को देखते हुए उर्स का स्टेज वाटरप्रूफ बनवाया जाएगा. इसके लिए मुरादाबाद की एक कंपनी से संपर्क किया है. इसके अलावा जमात रजा ए मुस्तफा के राष्ट्रीय महासचिव फरमान मियां ने बताया कि मथुरापुर में जायरीन के ठहरने साथ ही लंगर की व्यवस्था की गई है और उर्स स्थल पर मेडिकल कैंप लगाए जाएंगे. सिटी स्टेशन से जायरीन के लिए मुफ्त बस की व्यवस्था मयुरापुर तक के लिए रहेगी. Tags: Bareilly news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 27, 2024, 13:12 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed