बच्चों के बीमार होने का बढ़ गया है खतरा बचाव के लिए बरतें ये सावधानी

मुरादाबाद जिला अस्पताल के बाल रोग विषशज्ञ डॉक्टर अर्जुन टंडन ने बताया कि इस बदलते मौसम में आपको अपने नौनिहालों का किस तरह ख्याल रखना है. उनका कहना है कि बदलते मौसम में बच्चे ज्यादा तादाद में बीमार पड़ रहे हैं.

बच्चों के बीमार होने का बढ़ गया है खतरा बचाव के लिए बरतें ये सावधानी
पीयूष शर्मा/मुरादाबाद: तेज धूप के साथ लू चलने से हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है. शरीर का तापमान बढ़ने के साथ बेहोशी आ सकती है. यह घातक भी हो सकता है. तापमान बढ़ने के साथ ही सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है. खासतौर पर बच्चों के लिए सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है. बेवजह घर से बाहर निकलने से छोटे बच्चों के साथ ही बुजुर्ग भी परहेज़ करें. अगर बच्चे या बूढ़े बीमार पड़ते हैं, तो उनके स्वस्थ होने में ज्यादा समय लग सकता है. क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता नौजवान के मुकाबले कम होती है. मुरादाबाद जिला अस्पताल के बाल रोग विषशज्ञ डॉक्टर अर्जुन टंडन ने बताया कि इस बदलते मौसम में आपको अपने नौनिहालों का किस तरह ख्याल रखना है. उनका कहना है कि बदलते मौसम में बच्चे ज्यादा तादाद में बीमार पड़ रहे हैं. काफी संख्या में जिला अस्पताल में हीट स्ट्रोक और उल्टी, दस्त के बच्चे बड़ी तादाद में आ रहे हैं. उन्होंने कहा ज्यादातर बच्चों को एडमिट करने की नौबत नहीं आ रही. हालांकि, कुछ बच्चों को एडमिट कर उनका इलाज किया जा रहा है. उन्होंने हिदायत दी है कि बाहर के खाने से बिलकुल परहेज करें. बाहर ठेले पर बिकने वाला जूस हरगिज़ न पिएं. कोशिश करें ज्यादा से ज्यादा ताजा फलों का सेवन करें. चिकित्सक ने दी बचाव की यह सलाह  डॉक्टर ने बताया कि हीट स्ट्रोक से बचने के लिए पानी का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें. घर की बनी हुई दही की लस्सी और शकंजी दे सकते हैं. कोल्ड ड्रिंक बिलकुल न पिएं. इसके अलावा घर का बना हुआ सादा भोजन खाएं. बाहर के बने हुए खाने और जूस का बिलकुल भी सेवन न करें. कम मिर्च मसालों से बने खाने का ही सेवन करें. जिला अस्पताल में आ रहे 30 से 35 मरीज जिला अस्पताल की सीएमएस के मुताबिक प्रतिदिन 35 से 40 बच्चे डायरिया, उल्टी, बुखार के जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं. ज्यादातर बच्चों को भर्ती करने की जरूरत नही पड़ रही. कुछ बच्चों को एडमिट कर उनका इलाज किया जा रहा है. धूप में ज्यादा देर रहने पर शरीर से पसीना निकलना बंद हो जाए, तो सतर्क हो जाएं. शरीर का तापमान बढ़ने के साथ बेहोशी आ सकती है. यह घातक भी हो सकता है. कितनी ही कहानियां है हमारे आसपास, हमारे गांव में-हमारे शहर में. किसी की सफलता की कहानी, किसी के गिरने की और उसके उठने की कहानी, किसान की कहानी, शहर की किसी परंपरा या किसी मंदिर की कहानी, रोजगार देने वाले की कहानी, किसी का सहारा बनने वाले की कहानी…इन कहानियों को दुनिया के सामने लाना, यही तो है लोकल-18. इसलिए आप भी हमसे जुड़ें. हमें बताएं अपने आसपास की कहानी. हमें वॉट्सऐप करें हमारे नंबर पर, 08700866366. . Tags: Health tips, Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : April 26, 2024, 15:21 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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