इस संगठन से गरीब बच्चों के भविष्य को मिला सहारा फ्री में करेंगे पढ़ाई

National Youth Awareness Organization: बरेली के बाल संस्कार केंद्र सैदपुर हकीम स्कूल है. इस स्कूल में राष्ट्रीय युवा जागरण संगठन के अध्यक्ष ने बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया. साथ ही स्कूल के बच्चों को कॉपी, किताब, पेंसिल और रबर का फ्री में वितरण किया.

इस संगठन से गरीब बच्चों के भविष्य को मिला सहारा फ्री में करेंगे पढ़ाई
विकल्प कुदेशिया/बरेली: कहा जाता है कि शिक्षा का दान सबसे महत्वपूर्ण दान होता है. इसी को ध्यान में रखते हुए बरेली में बाल संस्कार केंद्र सैदपुर में हकीम स्कूल संचालित किया जा रहा है. यहां राष्ट्रीय युवा जागरण संगठन ने बच्चों के लिए कॉपी, किताब, पेंसिल, रबर का फ्री वितरण किया. बता दें कि इस स्कूल में उन बच्चों को शिक्षा प्रदान करने का कार्य किया जाता है जो कि या तो स्कूल जाते ही नहीं हैं या जाते हैं तो प्राइमरी के बच्चे हैं. इसके अलावा जिन बच्चों ने बीच में पढ़ाई छोड़ दी है. इसलिए इस स्कूल में ऐसे बच्चों को पढ़ाया जाता है. जिससे कि वह अपनी पढ़ाई आगे तक आसानी से कर सकें. इसके साथ बच्चे यहां अपना होमवर्क, क्लास, वर्क भी कर सकते हैं और जो बच्चे स्कूल पढ़ने नहीं जाते हैं. उन्हें स्कूल जाकर पढ़ने की प्रेरणा भी दी जाती है. राष्ट्रीय युवा जागरण के अध्यक्ष ने बताया राष्ट्रीय युवा जागरण संगठन के अध्यक्ष अमित भारद्वाज ने लोकेल 18 से खास बातचीत के दौरान बताया कि शिक्षा का दान सबसे महत्वपूर्ण दान होता है. जिसे हमारे भाई सुरेंद्र पटवा जी इस संस्था के माध्यम से बच्चों में निशुल्क शिक्षा प्रदान करने के लिए कॉपी किताबें आदि का वितरण कर रहे हैं. इसके अलावा यह संगठन बाल संस्कार केंद्र से सदैव जुड़ा रहेगा और बच्चों के शिक्षा में योगदान देने में तत्पर रहेगा. इस संगठन में अमित भारद्वाज, सुरेंद्र पटवा ने अपना सहयोग दिया. शिक्षा में संगठन का योगदान जानें राष्ट्रीय युवा जागरण संगठन के कार्यकर्ताओं ने बताया कि उनका मकसद बच्चों में शिक्षा का दान करना है, जो कि सबसे महत्वपूर्ण दान माना जाता है. इसलिए उनके साथ ही सुरेंद्र पटवा इस संगठन की मदद से बच्चों में कॉपी, किताब आदि शिक्षा की चीज वितरित कर रहे हैं. इसके अलावा प्रार्थना करते हैं कि बाल संस्कार केंद्र स्कूल उनके संगठन से सदैव जुड़ा रहे, जिससे कि वह इसी तरह बच्चों के शिक्षा में सहयोग देते रहें. जानें कैसे बच्चे पहुंचते हैं पढ़ने  बाल संस्कार केंद्र स्कूल के संचालक सुरेंद्र पटवा ने बताया कि यहां पढ़ने आने वाले बच्चे या तो वह होते हैं, जो कि प्राइमरी में पढ़ते हैं, या तो वो पढ़ाई ही नहीं करते हैं. इसके अलावा ऐसे भी बच्चे हैं, जो जिनकी पढ़ाई बीच में रुक गई थी. यहां स्कूल में बच्चों को बेहतर शिक्षा दी जाती है. वहीं, इस स्कूल में बच्चे अपने होमवर्क के साथ-साथ क्लास वर्क भी संपन्न करते हैं.  इसके साथ ही विद्यालय में पढ़ने आने वाले बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया जाता है. वह स्लम एरिया में जाकर लोगों से बच्चों को पढ़ाने की अपील करते हैं. Tags: Bareilly Big News, Bareilly city news, Bareilly latest news, Bareilly news, Local18FIRST PUBLISHED : July 18, 2024, 11:23 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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