100 साल पुरानी सुरमे की दुकान देश-विदेश तक होता है सप्लाई कैसे है फायदेमंद

100 Year Old Surma Shop: कई घरों में सुरमा यूज होता है. ऐसे में हम आपके लिए लेकर आए हैं बरेली की 100 साल पुरानी सुरमे की दुकान से जुड़ी जानकारी.

100 साल पुरानी सुरमे की दुकान देश-विदेश तक होता है सप्लाई कैसे है फायदेमंद
विकल्प कुदेशिया/बरेली: हर राज्य में कुछ न कुछ खास मिलता है. जैसे बरेली में सुरमा. यहां का सुरमा लोगों को इतना अच्छा लगता है कि वो दूर-दूर से खरीदने के लिए पहुंचते हैं. बरेली में कुतुब खाने के पास 100 पुरानी दुकान है. कई तरह की वैरायटी का सुरमा आपको इस दुकान में मिल जाएगा. लोगों का कहना है कि यहां का सुरमा सिर्फ आंखों की सुंदरता ही नहीं, रोशनी के लिए भी बढ़िया होता है. बरेली में है सुरमे की 100 साल पुरानी दुकान बरेली की 100 साल पुरानी दुकान का सुरमा अमेरिका,दुबई कोलकाता, मुंबई , कन्नौज, आंध्रा, जेसे कई शहरों में सप्लाई किया जाता है. ओल्डेस्ट शॉप ओफ सुरमा पर सुरमा बेचने वाले तौकीर रजा ने लोकल 18 से खास बातचीत के दौरान बताया कि यह दुकान तकरीबन 100 साल पुरानी है. जिसे उनकी कई पीढ़ी चलती आ रही है. हालांकि, इस दुकान पर उनके बड़े भाई आसिफ रजा बैठते हैं. इसके अलावा वो बताते हैं कि इस सुमरे से आंखों से जुड़ी कई परेशानियां खत्म हो जाती हैं. जैसे आंखों में पानी आना, खुजली मचना या आंखों का लाल होना इन सब से यह सुरमा आंखों को बचाता है. कैसे बनता है सुरमा बरेली के सुरमे को बनाने के लिए एक गोल पत्थर लिया जाता है. साथ में एक गुलाब जिसे पहले तो सड़ाया जाता है. फिर उसे सुखाकर उसका पाउडर बना कर बेचा जाता है. सुरमा हाथों से अलग और मशीन से अलग बनता है. यहां आपको ₹50 से लेकर ₹150 तक में सुरमा मिल जाता है. ग्राहकों का क्या है कहना सुरमा लेने आए ग्राहकों ने हमें खास बातचीत के दौरान बताया कि उनके यहां का सुरमा पूरे बरेली में तो फेमस है. यह सुरमा असरदार भी है, जो कि आंखों से जुड़ी सभी परेशानियों से बचाने का काम करता है. नोट: इस दुकान पर मिलने वाले सुरमे के फायदे से जुड़े दावे दुकानदार ने किए है. आप सोच-विचार और फायदे-नुकसान की पड़ताल करने के बाद ही खरीदारी करें. Tags: Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 11:17 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed