बच्चे की चाहत में बिक रहे घर-बार IVF ने 90% कपल्स को कर्ज में डुबोया

भारत में इनफर्टिलिटी का इलाज परिवारों पर भारी आर्थिक बोझ डाल रहा है. ICMR-NIRRCH के अध्ययन में पता चला कि IVF करा रहे 90% जोड़े गंभीर खर्च के दबाव में हैं. सार्वजनिक अस्पतालों में एक चक्र का खर्च औसतन 1.1 लाख और निजी में 2.30 लाख रुपये तक है. आधे से अधिक जोड़ों को कर्ज लेना पड़ रहा है और सिर्फ 5% के पास बीमा कवरेज है. शोधकर्ताओं ने IVF को PM-JAY में शामिल करने और तीन चक्रों तक पुनर्भुगतान की सिफारिश की है.

बच्चे की चाहत में बिक रहे घर-बार IVF ने 90% कपल्स को कर्ज में डुबोया