भगवान नहीं पुलिस को संकटमोचक मानती है ये महिला रोज करती हैं ये काम
भगवान नहीं पुलिस को संकटमोचक मानती है ये महिला रोज करती हैं ये काम
Bengaluru: एक महिला ने समाज में पुलिस के प्रति भरोसे और सम्मान को नए तरीके से व्यक्त किया. उनकी कहानी प्रेरणादायक है, जो आम जनता को पुलिस प्रणाली के महत्व और उनकी मदद की सराहना करने का संदेश देती है.
बेंगलुरु के भारतीनगर में रहने वाली बेगम्मा नाम की महिला का मानना है कि मुसीबत के समय भगवान नहीं, बल्कि पुलिस ही मदद के लिए आगे आती है. उनकी सोच अनोखी और प्रेरणादायक है. वह पुलिस स्टेशन को मंदिर और पुलिस को भगवान मानती हैं. इसी विश्वास के चलते उन्होंने पुलिस का कर्ज चुकाने के लिए थाने के नियमित चक्कर लगाने की प्रथा शुरू की.
पुलिस को मानती हैं परिवार का हिस्सा
बेगम्मा का कहना है कि जब भी किसी को कोई समस्या होती है, तो भगवान नहीं बल्कि पुलिस ही उनकी मदद के लिए पहुंचती है. उन्होंने कहा, “भगवान नहीं, पुलिस घर में आती है. फोन करने पर पुलिस तुरंत मदद करती है, जबकि भगवान को बुलाने से कोई जवाब नहीं मिलता.” उनकी इस सोच ने उन्हें भारतीनगर पुलिस स्टेशन का नियमित चक्कर लगाने के लिए प्रेरित किया.
हर दिन करती हैं पांच परिक्रमा
बेगम्मा हर दिन पुलिस स्टेशन आती हैं और वहां पांच चक्कर लगाकर अपनी आस्था व्यक्त करती हैं. उनका मानना है कि इन परिक्रमा से सभी समस्याएं हल हो जाती हैं. उन्होंने बताया कि जब उन्होंने अपनी पारिवारिक समस्या पुलिस को बताई थी, तो पुलिस ने उनकी मदद की और समस्या का समाधान किया. इस अनुभव ने उनकी आस्था को और मजबूत कर दिया.
पुलिस का अनोखा सम्मान
पुलिस ने भी बेगम्मा की इस भावना को सराहा और उन्हें सम्मानित किया. भारतीनगर थाने की पुलिस ने बेगम्मा को फूलों का गुलदस्ता देकर उनका धन्यवाद किया. पुलिस का कहना है कि बेगम्मा ने आम जनता को पुलिस प्रणाली पर भरोसा करने के लिए प्रेरित किया है.
लोगों को प्रेरित करती हैं बेगम्मा
बेगम्मा की कहानी उन लोगों के लिए एक मिसाल है जो पुलिस पर भरोसा करने में हिचकिचाते हैं. उनकी यह पहल न केवल पुलिस के प्रति सम्मान को बढ़ावा देती है, बल्कि यह दिखाती है कि मुसीबत के समय पुलिस हमारी सबसे बड़ी मददगार होती है.
Tags: Bangalore news, Local18, Special ProjectFIRST PUBLISHED : January 5, 2025, 20:10 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed