धोखाधड़ी में चित्रकूट के सपा जिलाध्यक्ष भेजे गए जेल 29 साल पुराना है मामला
धोखाधड़ी में चित्रकूट के सपा जिलाध्यक्ष भेजे गए जेल 29 साल पुराना है मामला
Banda News: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में चित्रकूट के समाजवादी पार्टी जिलाध्यक्ष शिवशंकर सिंह को 29 साल पुराने धोखाधड़ी मामले में जेल भेज दिया गया. हालांकि उन्हें जमानत मिल गई हैं, लेकिन उनकी रिहाई नहीं हो सकी है.
हाइलाइट्स धोखाधड़ी के मामले में चित्रकूट के सपा जिलाध्यक्ष शिवशंकर सिंह यादव जेल भेज दिए गए आरोप है कि 29 साल पहले मालखाने से धोखे से शस्त्र को रिलीज करवा लिया था
बांदा. उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में धोखाधड़ी के मामले में चित्रकूट के सपा जिलाध्यक्ष शिवशंकर सिंह यादव जेल भेज दिए गए. आरोप है कि 29 साल पहले मालखाने से धोखे से शस्त्र को रिलीज करवा लिया था. जिसके बाद डीएम के आदेश पर कोतवाली में धोखधड़ी का केस दर्ज हुआ था. इसके बाद जिलाध्यक्ष हाईकोर्ट चले गए थे और उन्हें स्टे मिल गया था. अब स्टे खत्म होने के बाद जैसे ही उन्होंने सरेंडर किया तो कोर्ट ने जेल भेज दिया. उधर, जनपद न्यायाधीश की अदालत से उनकी जमानत भी स्वीकृत हो गई, लेकिन किन्हीं कारणों की वजह से रिहा नहीं हो सके.
बांदा कोतवाली में वर्ष 1995 में शिवशंकर सिंह यादव के विरुद्ध तत्कालीन डीएम एके खुराना के आदेश पर तत्कालीन सिटी मजिस्ट्रेट/शस्त्र प्रभारी एसएन त्रिवेदी ने गलत तरीके से मालखाने में जमा शस्त्र छुड़ाने का मामला दर्ज कराया था. आरोप था कि शस्त्र छुड़ाने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट के लिपिक से पत्र जारी कराया था. इस केस के विरुद्ध शिवशंकर उच्च न्यायालय इलाहाबाद चले गए थे. उच्च न्यायालय ने उनकी याचिका पर केस में स्टे दे दिया. पहली अगस्त को स्टे खत्म होने के बाद सात अगस्त को शिवशंकर ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। अदालत ने उन्हें जेल भेज दिया.
सूत्रों ने बताया कि शिवशंकर को जनपद न्यायालय से जमानत मिल गई है, लेकिन किन्हीं कारणों की वजह से जेल से रिहा नहीं हो सके. कारागार अधीक्षक का कहना है कि शिवशंकर जेल में हैं. अभी उनकी रिहाई से संबंधित कोई परवाना न्यायालय से नहीं आया है. परवाना आने पर रिहाई संभव हो सकती है.
Tags: Banda News, Chitrakoot NewsFIRST PUBLISHED : August 12, 2024, 12:54 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed