बचपन में पापा से सीखा अब पूरे देश में बलिया की बॉक्सर प्रीति की चर्चा
बचपन में पापा से सीखा अब पूरे देश में बलिया की बॉक्सर प्रीति की चर्चा
Boxer Preeti Verma Ballia: गोल्ड मेडल से ही शुरू हुई कहानी आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच गई है. अभी हाल ही में गोवा में राष्ट्रीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता के सफलता की तस्वीर प्रीति वर्मा की खूब वायरल हो रही है. प्रीति ने आगे कहा कि उनका राष्ट्रीय के बाद अब अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिए चयन हो गया है.
सनन्दन उपाध्याय/बलिया: इस प्रतियोगी जमाने में बेटियों को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता. हर क्षेत्र में बेटियां अपना दमखम दिखा रही हैं. बात अगर बलिया की करें तो यहां भी प्रतिभावान बेटियों की कमी नहीं है. एक बहुत साधारण परिवार की बेटी प्रीति वर्मा ने सुविधाओं के अभाव में कैसे राष्ट्रीय स्तर तक अपना पहचान बनाई. इसकी कहानी आपके भी दिल को जरूर छू जाएगी.
मजे की बात तो ये रही कि कभी पिता को भी खेलकूद से लगाव था, जिसकी कुछ जानकारी आज बेटी को ऊंचाई पर ले जा रही है. अब प्रीति ने अपनी छोटी बहन दीपावली को भी बॉक्सिंग में एक्सपर्ट बना दिया है. दोनों बहनों को आज तक कभी हार का सामना नहीं करना पड़ा. गोल्ड मेडल से ही शुरू हुई कहानी आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचा दी है. अभी हाल ही में गोवा में राष्ट्रीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता के सफलता की तस्वीर प्रीति वर्मा की खूब वायरल हो रही है.
अब भारत के लिए कुछ करना चाहती हैं बॉक्सर प्रीति
बॉक्सर प्रीति वर्मा ने कहा कि वो बलिया के दादा छपरा गांव की रहने वाली है. उन्होंने कहा कि बचपन में पापा के साथ खेलते-खेलते आज इतनी ऊंचाई तक पहुंची हूं. बलिया शहर के एक विद्यालय में प्रतियोगिता थी, जिसमें मुझे बुलाया गया. जहां पहली बार में ही मैंने गोल्ड मेडल हासिल कर लिया, तो मेरे पापा शहर के जापलिनगंज में स्थित ट्रेनिंग सेंटर में एडमिशन करा दिए. इसके बाद मुझे सीखने में काफी मदद मिलती गई. मुझे इस क्षेत्र में भारत के लिए बहुत कुछ करना है. प्रीति ने आगे कहा कि उनका राष्ट्रीय के बाद अब अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिए चयन हो गया है.
कुछ यूं शुरू हुई प्रीति वर्मा की कहानी
प्रीति वर्मा के पिता सत्येंद्र वर्मा ने कहा की वह एक छोटे से व्यवसायी हैं, जो प्लास्टिक का सामान बेचते हैं. उन्होंने ने बताया कि पहले स्पोर्ट्स में वह भी खेलते थे, तो बेटी प्रीति ने कहने के बाद घर पर ही प्रैक्टिस कराना शुरू कर दिए. प्रीति के अन्दर शुरू से ही बॉक्सर बनने का जोश और जुनून था. अंत में शहर के बॉक्सिंग ट्रेनिंग क्लब में एडमिशन कराया. उसके बाद तो इसने कई गोल्ड मेडल हासिल किए. अभी गोवा में आयोजित राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैम्पियन 65 किलो भार वर्ग में गोल्ड मेडल पाई है. सतीश चंद्र कॉलेज के स्नातक वर्ग के द्वितीय वर्ष की प्रीति वर्मा छात्रा है.
प्रीति के प्रथम शिक्षक ने क्या कहा?
दादा के छपरा के प्राथमिक विद्यालय के शिक्षामित्र रणजीत सिंह ने कहा कि प्रीति की पढ़ाई यहीं से शुरू हुई थी. प्रीति बचपन से ही होनहार रही है. बहुत साधारण परिवार से निकल कर प्रीति ने एक अलग पहचान बनाई है. आज सभी लोगों ने प्रीति का ढोल नगाड़े के साथ स्वागत कर उज्जवल भविष्य की कामना कर बधाई दी है.
Tags: Ballia news, Local18, Sports newsFIRST PUBLISHED : August 2, 2024, 11:56 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed