शराब छोड़ दो कोर्ट के आदेश से पुलिस का माथा चकराया जांच से खुली पोल
शराब छोड़ दो कोर्ट के आदेश से पुलिस का माथा चकराया जांच से खुली पोल
Ballia News: बलिया में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. बलिया की स्थानीय अदालत में तैनात कर्मचारियों ने जज के फर्जी मोहर और हस्ताक्षर के माध्यम से बलिया पुलिस को धोखा देने का प्रयास किया था. हालांकि सजग पुलिस ने मामले की जांच की और कोर्ट बाबू समेत एक अन्य को अरेस्ट किया है.
बलिया. स्थानीय कोर्ट में पदस्थ बाबू और उसके एक सहयोगी ने बलिया पुलिस को फर्जी आदेश भेज कर सीज की गई शराब रिलीज कराने की कोशिश की थी. इस आदेश पर संदेह होने पर जब पुलिस ने इसकी जांच की तो यह कोर्ट ऑर्डर फर्जी पाया गया. वहीं, आदेश के वेरिफिकेशन के बाद बलिया शहर कोतवाली में न्यायिक दंडाधिकारी न्यायालय प्रथम के लिपिक द्वारा लिखित शिकायत मिलने पर पुलिस ने कोर्ट के स्थायी लिपिक और उसके एक सहयोगी पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. दोनों आरोपियों न्यायालय के लिपिक सुशील कुमार उपाध्याय और दिव्यांशु गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
पुलिस ने जानकारी में बताया है कि यहां सन 2023 और 24 में दर्ज शराब से संबंधित मुकदमे में आरोपियों की सीज शराब को रिलीज करने संबंधित आदेश में जज के फर्जी हस्ताक्षर व मुहर का इस्तेमाल करते हुए उसे पुलिस को भेजा गया था. आदेश के थाने में पहुंचने के बाद उस पर संदेह हुआ. इस पर पुलिस द्वारा आदेश की जांच की गई.जांच में आदेश फर्जी पाया गया. इसके बाद मुकदमा दर्ज करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
कोर्ट ऑर्डर वेरिफाई कराया गया तो वो फर्जी निकला
अपर पुलिस अधीक्षक अनिल झा ने बताया है कि जनपद के सहतवार थाने तथा बलिया सदर कोतवाली में सन 2023 और 24 में शराब से संबंधित दो मुकदमे पंजीकृत किए गए थे. जिसमें चार्जशीट लगाकर आरोपियों को जेल भेज दिया गया था. जिसमें सीज माल के रिलीज आर्डर 9 सितम्बर को पैरोकार के माध्यम से थाने पर पहुंचे. जहां उसे वेरिफाई कराया गया तो वो फर्जी निकला. जिसके उपरांत पुलिस ने न्यायिक दंडाधिकारी न्यायालय प्रथम के लिपिक प्रदीप कुमार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करते हुए दो आरोपियों न्यायालय के लिपिक सुशील कुमार उपाध्याय और दिव्यांशु गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
अन्य मामलों की जांच भी शुरू, एक और फाइल नहीं मिली
पुलिस अफसर अनिल झा ने बताया है कि आरोपी सुशील कुमार उपाध्याय न्यायालय का स्थायी लिपिक से तथा दिपांशु उसके पास प्राइवेट काम देखता था. वहीं, मामला सामने आने के बाद ऐसे अन्य मामलों की जांच भी शुरू हो गई है. इसके बाद जांच के तहत एक और फाइल न्यायालय में नहीं पाई गई है. इसके बाद मामले में एक और मुकदमा दीपांशु गुप्ता तथा शराब के मामले में पहले जेल में बंद रह चुके आरोपी जितेंद्र समेत 5 लोगों के विरुद्ध पंजीकृत किया गया है. इसमें प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जा रही है. अपर पुलिस अधीक्षक अनिल झा ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में आने के बाद पूरे जिले में शराब के प्रकरण चिन्हित कर उनके द्वारा जांच कराई जा रही है और अगर इस तरह का मामले सामने आते हैं तो उनके ऊपर एक्शन लिया जाएगा.
कोर्ट के बाबू ने दी पुलिस को शिकायत, इसके बाद हुआ बड़ा एक्शन
गौरतलब हो कि आदेश के वेरिफिकेशन के बाद बलिया शहर कोतवाली में न्यायिक दंडाधिकारी न्यायालय प्रथम के लिपिक द्वारा लिखित शिकायत किया गया कि न्यायिक दंडाधिकारी न्यायालय प्रथम से मुकदमा अपराध संख्या 22/2024 सरकार बनाम अभिषेक सिंह अन्तर्गत धारा 60/63 आबकारी अधिनियम , थाना सहतवार , जनपद बलिया व मुकदमा अपराध संख्या 25/2024 सरकार बनाम मिथिलेश अन्तर्गत धारा 60 व 63 आबकारी अधिनियम थाना सहतवार से सम्बन्धित रिलीज आदेश पर फर्जी हस्ताक्षर व कार्यालय की फर्जी मुहर लगाकर जारी किया गया है. वह मेरे कार्यालय से जारी नहीं है. इसके बाद पुलिस ने आरोपियों पर एक्शन लेते हुए मामला दर्ज किया है.
Tags: Ballia news, Illegal liquor, UP news, UP policeFIRST PUBLISHED : September 23, 2024, 16:23 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed