बागपत के इस परिवार में सभी हैं रक्तदाता सैकड़ों लोगों की बचा चुके हैं जान
बागपत के इस परिवार में सभी हैं रक्तदाता सैकड़ों लोगों की बचा चुके हैं जान
अभिमन्यु गुप्ता की उम्र 68 वर्ष है और वह 56 बाहर रक्तदान कर चुके हैं. इनकी धर्मपत्नी संतोष गुप्ता ने 66 वर्ष की उम्र में 40 बार रक्तदान किया है और उनके बेटे अनुराग ने 60 बार रक्तदान किया है. साथ ही दूसरे बेटे अश्वनी ने 20 बार और बेटी गरिमा ने 15 और दूसरी बेटी भारती ने 12 बार रक्तदान किया है. यह परिवार अब तक 150 बार नि:शुल्क रक्तदान शिविर लगा चुका है.
बागपत. बागपत में एक दंपति ऐसा है, जिसने सैकड़ों लोगों की जान बचाई है और इस परिवार ने अब तक 200 से अधिक बार रक्तदान किया है. साथ ही 100 से अधिक लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक भी किया है. इसके अलावा 150 से अधिक बार नि:शुल्क रक्तदान शिविर लगाकर लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक किया है.
यह परिवार नहीं चलता-फिरता ब्लड बैंक है, जो लोगों की जान बचाता है. 1996 में शुरु हुआ यह सफर अब भी जारी है. इस परिवार से करीब 120 लोग जुड़े हुए हैं और निरंतर लोगों की जान बचा रहे हैं.
200 बार रक्तदान कर चुका है पूरा परिवार
बागपत के टटीरी कस्बे के रहने वाले अभिमन्यु गुप्ता की उम्र 68 वर्ष है और वह 56 बाहर रक्तदान कर चुके हैं. अभिमन्यु की धर्मपत्नी संतोष गुप्ता ने 66 वर्ष की उम्र में 40 बार रक्तदान किया है और उनके बेटे अनुराग ने 60 बार रक्तदान किया है. साथ ही दूसरे बेटे अश्वनी ने 20 बार रक्तदान किया है. वहीं उनकी बेटी गरिमा ने 15 बार और दूसरी बेटी भारती ने 12 बार रक्तदान किया है. यह परिवार अब तक 150 बार नि:शुल्क रक्तदान शिविर लगा चुका है और इस कड़ी में 100 लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक कर लोगों की जान बचाने में अहम भूमिका निभा चुका है. अभिमन्यु गुप्ता ने लोकल 18 को बताया कि इस सफर की शुरुआत 1996 में हुई थी. एक बार लोगों की जान बचाने का सपना देखा और रक्तदान कर लोगों की जान बचाना शुरू किया.
ब्लडमैन के नाम से जाने जाते हैं अभिमन्यु गुप्ता
अभिमन्यु गुप्ता ने बताया कि अब वह सैकड़ों लोगों की जान बचा चुके हैं और किसी भी व्यक्ति को कहीं पर भी रक्त की जरूरत होती है, तो परिवार या फिर टीम के सदस्य मौके पर पहुंचकर रक्तदान के जरिए उस व्यक्ति की जान बचाते हैं. यह एक ऐसा परिवार है, जो परिवार ना होकर एक ब्लड बैंक की तरह काम करता है. अभिमन्यु गुप्ता को ब्लडमैन भी कहा जाता है. अभिमन्यु गुप्ता ने बताया कि चाहते हैं कि कोई भी व्यक्ति रक्त की कमी से अपनी जान ना गंवा दे. इसी को लेकर 1996 से लेकर अब तक रक्तदान करने का सिलसिला जारी है. अब तक 100 लोगों को जोड़कर 150 बार रक्तदान शिविर लगाकर सैकड़ों लोगों की जान बचा चुके हैं.
Tags: Baghpat news, Blood Donation, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 26, 2024, 18:12 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed