इस दिन से शुरू होगा पवन पुत्र का प्रिय माह अयोध्या के ज्योतिष से जानें

धार्मिक मान्यता के मुताबिक इस महीने में संकट मोचन हनुमान की मुलाकात भगवान श्री राम से भी हुई थीं.  इसलिए इस महीने में पड़ने वाले प्रत्येक मंगलवार को व्रत रखा जाता है.  पवन पुत्र हनुमान की विशेष पूजा आराधना की जाती है.  ऐसा करने से सभी तरह के संकटों से छुटकारा मिलता है.

इस दिन से शुरू होगा पवन पुत्र का प्रिय माह अयोध्या के ज्योतिष से जानें
अयोध्या: हिंदू धर्म में साल का 12 माह बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. पंचांग के अनुसार वैशाख माह का समापन पूर्णिमा तिथि से होता है. इसके बाद हिंदू पंचांग का तीसरा माह यानी कि जेष्ठ माह शुरू हो जाता है. कहा जाता है कि इस महीने में गर्मी अपने चरम पर रहती है. इस माह में सूर्य के तेज प्रकाश के कारण नदी और तालाब भी सूख जाते हैं.  इस वजह से इस महीने में जल का अधिक महत्व माना जाता है. धार्मिक मान्यता के मुताबिक जेष्ठ के महीने में पवन पुत्र हनुमान, भगवान सूर्य, वरुण देव की पूजा आराधना करने का विधान है. तो चलिए इस रिपोर्ट में आज जानते हैं. कब से शुरू हो रहा जेष्ठ का माह क्या है इसकी धार्मिक मान्यता. दरअसल अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि हिंदू पंचांग के मुताबिक इस वर्ष जेष्ठ माह की शुरुआत 24 मई 2024 से शुरू हो रही है.  इसका समापन 23 जून को होगा.  मान्यता के मुताबिक इस महीने जल का दान करने से जातक को सभी तरह के पापों से छुटकारा मिलता है. जीवन सुखमय होता है. धार्मिक मान्यता के मुताबिक इस महीने में संकट मोचन हनुमान की मुलाकात भगवान श्री राम से भी हुई थीं.  इसलिए इस महीने में पड़ने वाले प्रत्येक मंगलवार को व्रत रखा जाता है.  पवन पुत्र हनुमान की विशेष पूजा आराधना की जाती है.  ऐसा करने से सभी तरह के संकटों से छुटकारा मिलता है. इस महीने गर्मी अधिक पड़ने की वजह से पानी की खपत बढ़ जाती है.  ऐसी स्थिति में इस महीने में लोगों को जल की सेवा करनी चाहिए.  ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है.  देवी देवता प्रसन्न होते हैं.  इसके अलावा इस महीने पशु पक्षी को भोजन और जल की व्यवस्था करनी चाहिए.  इससे पुण्य की प्राप्ति होती है. Tags: Ayodhya News, Local18FIRST PUBLISHED : May 13, 2024, 12:10 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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