अगस्त के अंतिम दिनों में जरूर करें ये व्रतजाने-अनजाने किए पाप होंगे नष्ट!

ज्योतिषी पंडित कल्कि राम बताते हैं कि हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 29 अगस्त को देर रात्रि 1:19 पर शुरू होकर 30 अगस्त रात्रि 1:37 पर समाप्त होगा. उदया तिथि के मुताबिक अजा एकादशी का व्रत 29 अगस्त को रखा जाएगा.

अगस्त के अंतिम दिनों में जरूर करें ये व्रतजाने-अनजाने किए पाप होंगे नष्ट!
अयोध्या: हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अजा एकादशी का पर्व मनाया जाता है. यह पर्व जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित होता है. इस शुभ तिथि पर भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा आराधना की जाती है. साथ ही व्रत भी रखा जाता हैइस व्रत के पुण्य-प्रताप से साधक द्वारा जाने-अनजाने में किए गए समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं। साथ ही जीवन में सुख, समृद्धि एवं खुशहाली आती है. तो चलिए इस रिपोर्ट में जानते हैं कब है आज एकादशी और इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त. अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम बताते हैं कि हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 29 अगस्त को देर रात्रि 1:19 पर शुरू होकर 30 अगस्त रात्रि 1:37 पर समाप्त होगा. उदया तिथि के मुताबिक अजा एकादशी का व्रत 29 अगस्त को रखा जाएगा. इस दिन कई शुभ संयोग का निर्माण भी हो रहा है जिसमें सिद्धि योग सर्वार्थ सिद्धि योग जैसे दुर्लभ संयोग बन रहे हैं . इस दिन सर्वार्थ सिद्धि और सिद्धि योग में पूजा आराधना करने से कई गुना फल की प्राप्ति भी होती है. अजा एकादशी पर करें ये काम पंडित कल्कि राम बताते हैं कि धार्मिक मान्यता के अनुसार एकादशी तिथि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित होती है. इस शुभ तिथि पर भगवान विष्णु संग मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. साथ ही लक्ष्मी नारायण जी के निमित्त एकादशी का व्रत रखा जाता है.इस दिन एक चौकी पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए उनके मंत्रों का जाप करना चाहिए और भगवान विष्णु की कथा सुननी चाहिए Tags: Ayodhya News, Dharma Aastha, Local18, Religion 18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : August 13, 2024, 16:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed