कुरान या हदीस किसी का कत्लबांग्लादेश हिंसा पर भड़के अयोध्या के संत

बांग्लादेश में मचे घमासान के बीच बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रही बर्बरता और मंदिर तोड़े जाने की घटना को लेकर अयोध्या के संतों और मुस्लिम समुदाय के लोगो ने नाराजगी व्यक्त की है

कुरान या हदीस किसी का कत्लबांग्लादेश हिंसा पर भड़के अयोध्या के संत
अयोध्या: बांग्लादेश में हो रही हिंसा और हिंदुओं पर अत्याचार की घटनाओं को लेकर अयोध्या के संतों और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है. बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने भी मुस्लिम समाज को आईना दिखाते हुए कहा कि इस्लाम में कहीं भी इस तरह की बर्बरता की इजाजत नहीं दी गई है. किसी भी धर्म के धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाना गलत है. राम मंदिर समर्थक बबलू खान ने भी इन घटनाओं का विरोध किया और कहा कि हिंदू बहन-बेटियों के साथ हो रही बर्बरता और मंदिरों को तोड़ना अनुचित है. अगर इस पर सुधार नहीं हुआ, तो भारत में बसे रोहिंग्या मुसलमानों के साथ भी सख्त कार्रवाई करनी पड़ेगी. इकबाल अंसारी ने कहा, “हम भारत के मुसलमान हैं और मंदिरों का सम्मान करते हैं. बांग्लादेश के मुसलमान जो मंदिरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, वह बिल्कुल गलत है. इस्लाम इसकी इजाजत नहीं देता. अगर ये लोग वास्तव में मुसलमान होते, तो वे ऐसा नहीं करते. हमें बहुत तकलीफ होती है जब हम सुनते हैं कि कोई मुसलमान मंदिरों में नुकसान कर रहा है. हम चाहते हैं कि बांग्लादेश के मुसलमान इस तरह की हरकतें बंद करें.” घोर निंदा करता हूं… राम मंदिर समर्थक बबलू खान ने कहा, “सोशल मीडिया पर बांग्लादेश में हो रही हिंसा, नरसंहार, और हिंदू बहन-बेटियों पर अत्याचार की जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, वे बहुत ही चिंताजनक हैं. मैं इसकी घोर निंदा करता हूं. कुरान या हदीस में कहीं भी बेवजह किसी का कत्ल करने या किसी की इज्जत लूटने की इजाजत नहीं है. मैंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है, जिसमें भारत में बसे रोहिंग्या मुसलमानों को खदेड़ने की मांग की है. बांग्लादेश में हो रही बर्बरता पर किसी भी मुस्लिम नेता का बयान नहीं आना दुखद है. बांग्लादेश के मुसलमानों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इसमें सुधार नहीं आया, तो भारत में बसे बांग्लादेशी मुसलमानों के साथ भी सख्ती से निपटा जाएगा.” वहां हिंदुओं के साथ बर्बरता की जाती है सरयू आरती के अध्यक्ष शशिकांत दास ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जहां भी किसी विशेष समुदाय के लोग अधिक संख्या में होते हैं, वहां हिंदुओं के साथ बर्बरता की जाती है. बांग्लादेश में जब मुश्किल वक्त था, तो भारत ने उनकी मदद की थी. बांग्लादेश में बसे मंदिरों ने 75 दिनों तक भोजन की व्यवस्था की थी. आज वहीं लोग जब सुखी और संपन्न हो गए हैं, तो वहां के मंदिरों और हिंदू समुदाय को नुकसान पहुंचा रहे हैं. भारत सरकार से विनम्र प्रार्थना है कि वहां के हिंदुओं की रक्षा की जाए.” Tags: Bangladesh news, Local18FIRST PUBLISHED : August 8, 2024, 14:24 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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