सब्जियों के छिलके और चाय पत्ती से बना ये जैविक खाद है मनी प्लांट के लिए वरदान

मनी प्लांट को साल भर हरा भरा और विकसित करने के लिए बहुत खर्च करने की जरूरत भी नहीं पड़ती. कुछ ऐसे साधारण उपाय हैं जो घर को कूड़े से निजात दिलाने के साथ ही मनी प्लांट के लिए संजीवनी बूटी साबित होती है.

सब्जियों के छिलके और चाय पत्ती से बना ये जैविक खाद है मनी प्लांट के लिए वरदान
सनन्दन उपाध्याय/बलिया: अगर आप भी चाहते हैं अपने घर को सुंदर और हरा भरा बनाना, तो यह खबर आपके बहुत काम की है. जी हां मनी प्लांट जो न केवल घर को सजाने संवारने का अच्छा साधन होता है, बल्कि देखने वाले लोगों की आंखों को सुकून भी देता है. मनी प्लांट को साल भर हरा भरा और विकसित करने के लिए बहुत खर्च करने की जरूरत भी नहीं पड़ती. कुछ ऐसे साधारण उपाय हैं जो घर को कूड़े से निजात दिलाने के साथ ही मनी प्लांट के लिए संजीवनी बूटी साबित होती है. आइए जानते हैं… श्री मुरली मनोहर टाउन स्नातकोत्तर महाविद्यालय बलिया के मृदा विज्ञान और कृषि रसायन विज्ञान के एचओडी प्रो. अशोक कुमार सिंह ने लोकल 18 से कहा कि मनी प्लांट एक पत्तीदार या कह सकते हैं की सदाबहार रेंगकर चलने वाला क्लाइंबर पौधा है. यह हरा-भरा होता है जो आंखों को बहुत सुकून देता है. 12 महीने इसमें हरियाली लाने के लिए बहुत ज्यादा खर्च नहीं करना है. जिस गमले में मनी प्लांट लगाना है उसमें अच्छी गुणवत्ता वाली ही मिट्टी डालें और पौधा लगाने के बाद यह ध्यान रखें की पानी का ओवरफ्लो न हो. जब मिट्टी में पानी सूख जाए तभी दोबारा डालें. घर पर ऐसे तैयार करें खाद अशोक कुमार सिंह ने बताया कि घर में साग सब्जी के जो छिलके होते हैं उनको प्रतिदिन इकट्ठा करते रहें. प्रतिदिन के छिलके के ऊपर थोड़ा सा मिट्टी भुरभुरा दें. आप देखेंगे की लगभग 2 महीने में यह इतना अच्छा जैविक खाद बन जाता है. जिसके आगे बाजार के जैविक खाद भी फेल हो जाते हैं. इसका उपयोग आप फसल के साथ फूल-पौधे में भी कर सकते हैं. चाय पत्ती का ऐसे करें प्रयोग अशोक कुमार सिंह ने बताया कि घर पर चाय बनाने के बाद अक्सर उसकी पत्ती छानकर फेंक दिया जाता है. यह मनी प्लांट के लिए एक अच्छा जैविक खाद होता है, हालांकि चाय पत्ती सीधे न डाल करके इसको खूब बढ़िया से पानी से धो दें, नहीं तो चीटियां लग जाती है. चाय पत्ती को धोने के बाद सीधे मनी प्लांट के गमले में मिट्टी को खोदकर उसमें मिला दें. इससे यह सालभर हरा भरा और विकसित होता रहता है. यह बिल्कुल फ्री और बेहतर उपाय है. इसके अलावा बाजार में भी कई उर्वरक मिलते हैं, जिसका प्रयोग किया जा सकता है. Tags: Agriculture, Ballia news, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : May 18, 2024, 18:20 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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