बिहार भाजपा से कौन-कौन सांसद बनेंगे मंत्री ये नाम हुए फाइनल! देखिये लिस्ट
बिहार भाजपा से कौन-कौन सांसद बनेंगे मंत्री ये नाम हुए फाइनल! देखिये लिस्ट
बताया जा रहा है कि केंद्र में भी बिहार फॉर्मूले के तहत मंत्री पद दिया जा सकता है. इसके तहत एनडीए के घटक दलों के बीच एक में जिस जाति के मंत्री रहेंगे, उस जाति के दूसरे में नहीं रहेंगे. इसका मतलब यह कि बीजेपी से कोई ब्राह्मण बनेगा तो जदयू या अन्य पार्टी से कोई ब्राह्मण मंत्री नहीं बनेगा. इस बीच भाजपा के संभावित मंत्रियों के बारे में जानकारी सामने आई है.
पटना. केंद्रीय मंत्रिपरिषद में कौन-कौन शामिल होंगे इसको लेकर कयासबाजियों का दौर जारी है. खास तौर पर बिहार के खाते में इस बार सर्वाधिक 10 मंत्री तक बनाए जाने की बात चर्चा में है. ऐसे में बिहार में जेडीयू, बीजेपी, एलजेपी और हम के खाते से किन्हें मंत्री बनाया जाएगा, इसको लेकर अटकलों का दौर जारी है. हालांकि, सूत्रों के हवाले से अब लगभग पुख्ता जानकारी सामने आ गई है कि बिहार में भाजपा कोटे से तीन मंत्री बनाए जाएंगे. इसके संभावित नाम भी सामने आ गए हैं जिसकी जानकारी आगे दी गई है.
जानकारी के अनुसार, बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह को दोबारा मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है. उन्हें लगातार तीसरी बार लोकसभा चुनाव जीतने का इनाम मिल सकता है. गिरिराज सिंह भूमिहार समाज से आते हैं और 2019 के चुनाव में उन्होंने सीपीआई के कन्हैया कुमार को इसी सीट से मात दी थी तो 2024 में सीपीआई के अवधेश राय के लिए इंडी अलायंस के पूरी ताकत लगाने के बाद भी गिरिराज सिंह जीते हैं. खास बात यह कि वे पीएम मोदी के करीबी कहे जाते हैं.
बिहार के उजियारपुर से एक बार फिर सांसद बनने वाले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की दोबारा मोदी मंत्रिपरिषद में एंट्री हो सकती है. कहा जा रहा है कि कठिन परिस्थितियों में भी हार न मानते हुए जीत हासिल करने के लिए उन्हें मंत्री पद से नवाजा जा सकता है. इसके साथ ही वह गृह मंत्री अमित शाह के मंत्रालय से जुड़े हैं और उनके विश्वासपात्र भी कहे जाते हैं. खास बात यह है कि पिछड़े वर्ग से आने वाले नित्यानंद राय यादव जाति से आते हैं.
राजीव प्रताप रूडी के नाम पर पर लगभग संशय दूर होता हुआ दिख रहा है. उन्होंने सारण लोकसभा क्षेत्र से कठिन लड़ाई में लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य को शिकस्त दी है. यह जीत इसलिए भी बड़ी है कि लालू परिवार के विरुद्ध लगातार उनकी तीसरी जीत है. राजपूत जाति से आने वाले राजीव प्रताप रूडी इससे पहले मोदी कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं और पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट स्किल डेवलपमेंट विभाग का जिम्मा संभाल चुके हैं.
दूसरी ओर दरभंगा से गोपाल जी ठाकुर के नाम की चर्चा है, लेकिन उनके मंत्री बनने की संभावना कम होती जा रही है. दरअसल, दरभंगा से जीतने वाले गोपाल जी ठाकुर ब्राह्मण जाति से आते हैं. ब्राह्मण जाति को साधने और मिथिलांचल क्षेत्र का ध्यान रखते हुए गोपाल जी ठाकुर को बीजेपी कोटे से मंत्री बनाए जाने की चर्चा काफी तेज है. लेकिन, जदयू के राज्यसभा सांसद संजय झा की दावेदारी दमदार लग रही है, ऐसे में गोपाल जी ठाकुर का नंबर आना मुश्किल लग रहा है.
वहीं, वैश्य समाज से आने वाले बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व पूर्वी चंपारण से फिर सांसद चुने गए संजय जायसवाल की बड़ी दावेदारी है. उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है. दरअसल, संजय जायसवाल लगातार लोकसभा चुनाव जीत रहे हैं. साथ ही संगठन में काम करने का उनका लंबा अनुभव है. ऐसे में माना जा रहा है बनिया (वैश्य) वोट बैंक को साथ रखने के लिए जायसवाल को इस बार कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है.
मुजफ्फरपुर से सांसद चुने गए राजभूषण चौधरी ने पहली बार जीत दर्ज की है. वह निषाद समाज से आते हैं और उनका दावा भी जातीय समीकरण के हिसाब से कुछ मजबूत नजर आ रहा है. दरअसल, माना जा रहा है कि तेजस्वी यादव के साथ मिलकर मुकेश सहनी ने बीजेपी ने निषाद वोट बैंक में जबरदस्त सेंधमारी की है. ऐसे में राजभूषण चौधरी को केंद्र में राज्य मंत्री बनाया जा सकता है.
FIRST PUBLISHED : June 8, 2024, 15:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed