वक्फ संशोधन बिल के विरोध को लेकर क्या बड़ी तैयारी कर रहा यह मुस्लिम संगठन

Waqf Amendment Bill News: वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर कई मुस्लिम संगठन अभी भी विरोध में खड़े हैं. इस क्रम में इमारते शरिया फुलवारी शरीफ ने एक मीटिंग कर इसका पुरजोर विरोध करने की बात कही है और यह भी कहा है कि वक्फ अमेंडमेंट बिल को मुसलमान कतई नहीं मानेंगे. इसको लेकर सीएम नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू से विरोध करने की अपील की है.

वक्फ संशोधन बिल के विरोध को लेकर क्या बड़ी तैयारी कर रहा यह मुस्लिम संगठन
हाइलाइट्स वक्फ अमेंडमेंट बिल पर इमारते शरिया फुलवारी शरीफ में बड़ी मीटिंग. वक्फ संशोधन विधेयक किसी भी हाल में स्वीकार नहीं-अमीर-ए-शरीयत. पटना. वक्फ संशोधन बिल को लेकर के फुलवारी शरीफ के इमारत ए शरिया में अमीरे शरियत मौलाना सैयद अहमद बाली फैसल रहमानी के नेतृत्व में एक बड़ी बैठक हुई. इसमें बिहार के तमाम खनकाह के प्रमुख शामिल हुए और मीटिंग में यह निर्णय लिया गया कि वक्फ संशोधन बिल का विरोध किया जाएगा. मीटिंग के बाद वक्तव्य जारी कर कहा गया कि वक्फ संशधन विधेयक हमें स्वीकार नहीं है, इसमें मुसलमानों के हक को छीना जा रहा है. जानकारी के अनुसार, इमरते शरिया ने फुलवारी शरीफ ही नहीं देश के हिस्सों में बैठक की है. इस मामले को लेकर के 13 नवंबर को संयुक्त संसदीय दल के सदस्य भी बिहार आ रहा है. इमारते शरिया ने संयुक्त कार्य योजना तैयार की है. इस मीटिंग के बाद इमारते शरिया के अमीर ए शरिया हजरत मौलाना सैयद अहमद वाली फैसल रहमानी ने कहा है कि हम लोगों ने यह निर्णय लिया है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात कर इस मामले में बिल को वापस लेने के लिए कहेंगे. इन दोनों ने मुसलमानों के लिए बहुत कुछ किया है. ये दोनों प्रमुख हैं अगर ये दोनों पीछे हटते हैं तो इस बिल को समाप्त किया जा सकता है. फैसल रहमनी ने कहा, वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर हमलोगों की टीम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से मिलेगी और उनसे अपील करेगी कि इस बिल पर नाराजगी जतायी जाए. अमीर शरियत सैयद अहमद वली फैसल रहमानी ने कहा कि हम लोगों से इस बिल को लाने से पहले किसी भी तरह का मशवरा नहीं लिया गया. जिन लोगों को यह जिम्मा दिया गया है वह लोग अपने मन से पूरे बिल को ला दिए हैं और बोर्ड जो दान में दी गई जमीन है उसे हथियाने के चक्कर में हैं. फैसल रहमानी ने कहा कि यह खानकाह और वक्फ बोर्ड की मिलकियत है जिसे सरकार अपने कब्जे में लेना चाहती है. लेकिन, उसका क्या उपयोग करेगी अभी तक सरकार ने नहीं बताया है और न ही वह बोर्ड की कमेटी द्वारा बिल में इस बात का जिक्र है. बता दें कि इस दौरान कार्यवाहक महासचिव मौलाना शिवली कासमी भी मौजूद थे. Tags: Bihar News, Chandrababu Naidu, CM Nitish Kumar, Waqf BoardFIRST PUBLISHED : November 5, 2024, 11:21 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed