पहले बदलाव फिर जंगलराज सुशासन और एनडीए का स्वर्णकाल हर दशक में नया अध्याय

Bihar Chunav Result : बिहार की राजनीति कभी ठहरती नहीं-यह लगातार करवट लेती है... कभी लालू की ‘लालटेन’ की रोशनी में तो कभी नीतीश के ‘सुशासन’ की आभा में! 1990 के बाद से हर चुनाव ने एक नया समीकरण, नया नायक और नई कहानी दी है. कभी ‘मंडल बनाम कमंडल’, कभी ‘विकास बनाम भ्रष्टाचार’, तो कभी ‘स्थिरता बनाम सत्ता परिवर्तन’ की बहसें खूब चलीं. तीन दशकों की इस सियासी यात्रा में बिहार ने दिखाया कि यहां का वोटर जाति नहीं, अनुभव और उम्मीद दोनों से फैसला करता है.

पहले बदलाव फिर जंगलराज सुशासन और एनडीए का स्वर्णकाल हर दशक में नया अध्याय