पटना अग्निकांड में महिला कांस्टेबल की मौत 1 अन्य जवान की भी गयी जान

Bihar News: पटना भीषण अग्निकांड की जांच लगातार जारी है. मिली जानकारी के अनुसार  पाल और अमृत दोनों होटलों आने जाने का कोई वैकल्पिक रास्ता नहीं था. यहां स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं फायर के नियमों की पूरी तरह अनदेखी की गयी थी. यदि भवन में निकलने का वैकल्पिक रास्ता होता तो इतने अधिक लोग भवन के भीतर फंसकर आग में नहीं झुलसते न उनकी मृत्यु होती.

पटना अग्निकांड में महिला कांस्टेबल की मौत 1 अन्य जवान की भी गयी जान
पटना. पटना के कोतवाली थाना क्षेत्र के पटना जंक्शन के समीप बीते 25 अप्रैल को पाल और अमृत होटल  में हुए भीषण अग्निकांड में पांचवें शख्स की पहचान हो गई है. मृत युवक की पहचान तेज प्रताप उर्फ बबलू के रूप में हुई है जो मूल रूप से बिहार के औरंगाबाद के रहने वाले थे. बताया जाता है कि वह इंडियन रिजर्व बटालियन के जवान थे. तेज प्रताप की बहन पटना के ही पीएमसीएच में कार्यरत हैं और उसकी मां सरपंच है. तेज प्रताप का मोबाइल घटना के बाद से बंद आ रहा था. पटना पुलिस ने जब मृतक की तस्वीर जारी की उसके बाद तेज प्रताप की पहचान खुद उसकी बहन ने उसके हाथ में बनाए गए टैटू के आधार पर की. मृतक के परिजन आज पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और युवक की बैग के साथ उसकी कई तस्वीरें घटनास्थल से बरामद की है. वहीं इस हादसे में एक महिला मृतक की पहचान भी पटना पुलिस ने कर ली है. मृतका प्रियंका कुमारी बिहार पुलिस में महिला कांस्टेबल के तौर पर कार्यरत थीं और समस्तीपुर के  रोसड़ा जेल में पदस्थापित थीं. पटना भीषण अग्निकांड की जांच लगातार जारी जानकारी के अनुसार वह मूल रूप से भभुआ की रहने वाली थीं, जो छुट्टी में पटना पहुंची थीं. इस तरह पटना अग्निकांड में मारे गए सभी 6 लोगों की पहचान कर ली गई है. बता दें, पटना भीषण अग्निकांड की जांच लगातार जारी है. मिली जानकारी के अनुसार  पाल और अमृत दोनों होटलों आने जाने का कोई वैकल्पिक रास्ता नहीं था. यहां स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं फायर के नियमों की पूरी तरह अनदेखी की गयी थी. यदि भवन में निकलने का वैकल्पिक रास्ता होता तो इतने अधिक लोग भवन के भीतर फंसकर आग में नहीं झुलसते न उनकी मौत नहीं होती. नियमों की हुई थी हवहेलना डीएसपी विधि व्यवस्था कृष्ण मुरारी प्रसाद ने बताया कि अनुसंधान में मिले साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है. दोषियों की गिरफ्तारी भी हो सकती है. पटना के सदर अंचलाधिकारी के आवेदन में दर्ज प्राथमिकी में बताया गया कि होटल में मात्र एक रास्ता था, जो संकिर्ण पाया गया. जांच के बाद पता चला कि होटल से बाहर आने के लिए दूसरा कोई मार्ग नहीं था. इससे नियमों की अनदेखी कर इस भवन का निर्माण कर व्यवसायिक उपयोग में लाई जा रही थी. आसपास के लोगों से पता चला कि होटल के सबसे निचले तल्ले में जहां प्रवेश द्वार एवं रसोई दोनों ही है. केवल इन दोनों होटल की बात ना करके अगर राजधानी पटना में चल रहे कई होटलों को देखा जाए तो हर जगह अग्निशमन नियमों की अनदेखी चरम पर है. . Tags: Bihar News, Fire, PATNA NEWSFIRST PUBLISHED : April 27, 2024, 20:13 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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