फिर आया ‘नेवी-जैकपॉट’ पटल सकती है आपकी भी किस्‍मत बस इन बातों का रखें ध्‍यान

आपको पता है कि 17 से 21 साल के नौजवानों के पास अपनी किस्‍मत पटलने का एक सुनहरा मौका है. और आपको यह मौका मिलेगा ‘नेवी-जैकपॉट’ के जरिए. क्‍या है ‘नेवी-जैकपॉट’ जानने के लिए पढ़ें आगे...

फिर आया ‘नेवी-जैकपॉट’ पटल सकती है आपकी भी किस्‍मत बस इन बातों का रखें ध्‍यान
Jai Jawan Story Series: यदि आपकी उम्र 17 साल से 21 साल के बीच है, तो ‘नेवी-जैकपॉट’ हासिल करने का बेहतरीन मौका है. यदि आपके हाथ नेवी का यह ‘जैकपॉट’ गया, तो यकीन मानिए आपकी किस्‍तम पलटने से कोई नहीं रोक सकता है. इतना ही नहीं, इस ‘जैकपॉट’ के हाथ लगने के बाद आपको अपनी जिंदगी के अगले 20 साल पीछे मुड़कर देखने की जरूरत नहीं होगी. दरअसल, भारतीय नौसेना ने सेलर पदों के लिए भर्ती निकाली है. सेलर की पोस्‍ट में होने वाली यही भर्ती आपके लिए नेवी का ‘जैकपॉट’ है. चूंकि, सेलर पोस्‍ट के लिए होने वाली ये भर्तियां मेडिकल ब्रांच के लिए हैं, लिहाजा आपके लिए यह जानना बहुत जरूरी हो जाता है कि आपको पोस्‍ट पर नौकरी हासिल करने के लिए आपको फिजिकल फ‍िटनेस टेस्‍ट पास करना होगा या नहीं. क्‍या समुद्र में तैनाती वाले इस सैन्‍य बल में नौकरी के लिए आपको थल सेना की तरह दौड़ भी लगानी होगी. तो चलिए आपको बताते हैं इन सवालों के जवाब और रूबरू कराते हैं इंडियन नेवी में सेलर पोस्‍ट के लिए होने वाली पूरी भर्ती प्रक्रिया से. जहां तक सवाल है इंडियन नेवी यानि नौसेना में भर्ती के लिए आपको फिजिकल फिटनेस टेस्‍ट पास करना होगा, तो इसका जवाब हैं. इंडियन नेवी में चार विभिन्‍न एक्टिविटीज के जरिए कैंडिडेट की शारीरिक क्षमता और दक्षता का आंकलन किया जाता है. चूंकि बहुत से लोगों का यह मानना है कि भारतीय नेवी में सेलर की तैनाती समुद्र में रहती है और उनका दायरा युद्धपोत या पनडुब्‍बी तक ही सीमित रहता है, लिहाजा सेलर पोस्‍ट पर भर्ती के लिए थल सेना की तरह दौड़ व अन्‍य फि‍जिकल एक्टिविटी नहीं होती हैं. यदि आप भी यही मानकर नौसेना में भर्ती की तैयारी कर रहे हैं तो आपका यह मानना पूरी तरह से गलत है. थल सेना से थोड़ा अलग है नेवी का पीएफटी भारतीय नौसेना की भर्ती से जुड़े रहे वरिष्‍ठ अधिकारी के अनुसार, नौसेना में फिजिलक फिटनेस टेस्‍ट (पीएफटी) की शुरूआत दौड़ से ही होती है. यहां पर कैंडिडेट्स को 6 मिनट 30 सेकेंड में करीब 1.6 किलोमीटर की दौड़ पूरी करनी होती है. इसके अलावा, पीएफटी के दौरान कैंडिडेट को 20 उठक बैठक (Squats), 15 पुशअप और करीब इतनी बेंट नी शिटअप करने पड़ते हैं. हां यह सही है कि थल सेना की अपेक्षा नौसेना में थोड़ा पीएफटी थोड़ा आसान है. थल सेना के कैंडिडेट्स को 1.6 किमी की दौड़ पूरी करने के लिए सिर्फ 5.30 मिनट का ही समय मिलता है. इसके अलावा, वहां कैंडिडेट्स को 9 फीट की लंबी कूद और जिग-जैग बैलेंस पूरा करना पड़ता है. यह भी पढ़ें: इस भर्ती परीक्षा में क्या हुआ ऐसा, 30% नौजवानों पर लटकी रिजेक्‍शन की तलवार, 20 प्‍वाइंट में समझें पूरा मामला… भर्ती परीक्षा के दौरान इन 20 वजहों के चलते पुलिस या सेना में भर्ती का सपना देख रहे नौजवानों को निराशा का सामना करना पड़ता है. यदि आप भी कर रहे हैं पुलिस या सेना में भर्ती की तैयारी, तो जान लें कुछ खास बातें. विस्‍तृत खबर के लिए क्लिक करें. क्‍या है नौसेना में सेलर्स की पूरी भर्ती प्रक्रिया चूंकि, फिलहाल नौसेना ने मेडिकल ब्रांच के लिए भर्तियां निकाली हैं, लिहाजा फिलहाल वही कैंडिडेट्स आवेदन कर सकते हैं, जिन्‍होंने 10+2 (12वीं कक्षा) में फिजिक्‍स, केमेस्‍ट्री और बायलॉजी की पढ़ाई की है. नौसेना की भर्ती प्रक्रिया तीन चरणों में पूरी होती है. पहले चरण में 10+2 (12वीं कक्षा) की परीक्षा में फिजिक्‍स, केमेस्‍ट्री और बायलॉजी में मिले अंकों के आधार पर कैंडिडेट्स को शार्ट लिस्‍ट करती है. यह शार्टलिस्टिंग राज्‍यवार की जाती है. दूसरे चरण में, शार्टलिस्‍ट किए गए कैंडिडेट्स को फिजिकल फि‍टनेस टेस्‍ट (पीएफटी) और लिखित परीक्षा के लिए बुलाया जाता है. पहले पीएफटी होता है, जिसमें दौड़, पुशअप, उठकबैठक आदि कराई जाती है. पीएफटी में सफल होने वाले कैंडिडेट्स को लिखित परीक्षा के लिए बुलाया जाता है, जिसमें अंग्रेजी, विज्ञान, बायलॉजी, जनरल अवेयनेस और रीजन‍िंग से जुड़े 100 सवाल पूछे जाते हैं. ऑब्‍जेक्टिव टाइप की इस परीक्षा में हिंदी और अंग्रेजी में अपने जवाब दे सकते हैं. लिखित परीक्षा में पास होने वाले कैंडिडेट्स को रिक्‍यूटमेंट मेडिकल एग्‍जामिनेशन के लिए बुलाया जाता है. इस एग्‍जाम में सफल होने वाले कैंडिडेट्स की मेरिट लिस्‍ट जारी की जाती है. मेरिट लिस्‍ट में स्‍थान पाने वाले कैंडिडेट्स को प्रि-इनरोलमेंट एग्‍जामिनेशन के लिए बुलाया जाता है. यह एग्‍जाम ओडिसा के आईएनएस चिलका में होता है. मेरिट लिस्‍ट में स्‍थान पाने वाले कैंडिडेट्स को आखिर में फाइनल मेडिकल एग्‍जामिनेशन के लिए बुलाया जाता है. मेडिकल एग्‍जामिनेशन में सफल होने वाले कैंडिडेट्स को ट्रेनिंग के लिए उड़ीसा स्थित आईएनएस चिलका भेज दिया जाता है. Tags: Army Bharti, Govt Jobs, Indian Army newsFIRST PUBLISHED : September 12, 2024, 12:43 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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