घर में घुसकर बाल काटे बांग्लादेश में बैरिस्टर तुरीन अफरोज की खौफनाक कहानी
घर में घुसकर बाल काटे बांग्लादेश में बैरिस्टर तुरीन अफरोज की खौफनाक कहानी
Bangladesh Crisis:शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़कर जाने के बाद से हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की वारदातें कम होने का नाम नहीं ले रही है. वहीं शेख हसीना के करीबियों की हालत भी कुछ ठीक नहीं है. बांग्लादेश में शेख हसीना के कार्यकाल के दौरान बैरिस्टर रही तुरीन अफरोज ने जो अनुभव बताया है वह बहुत खौफनाक है. आप भी पढ़ें आखिर तुरीन अफरोज ने क्या कुछ कहा...
नई दिल्ली. बांग्लादेश में पिछले कुछ दिनों से अफरा-तफरी मची हुई है. आरक्षण को लेकर बांग्लादेश में चल रहे आंदोलन के दौरान हिंसा की घटनाएं हुई हैं. इसके चलते शेख हसीना को इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा है. बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है. हिंसा की कई कहानियां अब सामने आ रही हैं. हिंसा में शेख हसीना के समर्थकों को भी निशाना बनाया गया. इतना ही नहीं तुरीन अफरोज के साथ भी कट्टरपंथियों ने दुर्व्यवहार किया.
बांग्लादेश में भड़की हिंसा की कई कहानियां अब सामने आ रही हैं. हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों की कहानियां सुनकर हर कोई हैरान है. ऐसा लगता है कि बांग्लादेश में हिंसा का असर सिर्फ अल्पसंख्यकों पर ही नहीं बल्कि शेख हसीना के समर्थकों पर भी पड़ा है. इस लिस्ट में बांग्लादेश के मशहूर शख्स तुरीन अफरोज का नाम भी शामिल है. 5 अगस्त को तुरीन अफरोज कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गईं. बताया जा रहा है कि कुछ लोग उनके घर में जबरन घुस आए थे. आगे जो हुआ उससे आपको बांग्लादेश में आतंक का अंदाजा हो जाएगा.
तुरीन अफरोज पर कट्टरपंथियों ने लगाया क्या आरोप?
तुरीन अफरोज बांग्लादेश के मुख्य अभियोजक के रूप में कार्य कर चुकी हैं. तुरीन अफरोज ने 1971 के आरोपी रजाकार के खिलाफ केस लड़ा था और उसे सजा दिलाई थी. तुरीन अफरोज के घर में घुसपैठ करने वाले कट्टरपंथी अल बद्र और जमात-ए-इस्लामी थे. कट्टरपंथी ने तुरीन अफरोज से कहा था शेख हसीना के कहने पर आपने अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय में कई लोगों को झूठे आरोपों में फंसाया है.
तुरीन अफरोज को था बेटी के रेप होने का डर
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 5 अगस्त को जब बांग्लादेश में हिंसा चल रही थी, तब कुछ लोग जबरदस्ती अफरोज के घर में घुस आए. इनमें से ज्यादातर 18 से 25 साल की उम्र के थे. अफरोज अपनी 16 वर्षीय बेटी के साथ घर में अकेली थी. आतंकियों ने अफरोज के साथ दुर्व्यवहार किया. उन्होंने तुरीन अफरोज के बाल काट दिए और उसे पेंसिल से घायल कर दिया. तुरीन अफरोज के मुताबिक, वह बेहद डरावना दिन था. कट्टरपंथियों ने उनसे पूछा कि आप हिजाब क्यों नहीं पहनती. तुरीन अफरोज को चिंता थी कि कहीं वो लोग उनकी बेटी का रेप न कर दे. वह बहुत डरी हुई थी.
तुरीन अफरोज ने बताया कि कट्टरपंथियों ने मुझे देश छोड़ने की धमकी दी. उन्होंने मुझसे पूछा कि आप अपनी मां शेख हसीना के साथ क्यों नहीं गई? क्या मोदी ने आपको नहीं बुलाया. मैंने कहा कि मेरे माता-पिता चले गए. मैं नहीं जाऊंगी और मैं इसी देश में रहूंगी.
उन्होंने कहा कि यह मेरा देश है. इस घटना के बाद तुरीन ने दो दिनों तक घर में ही रही. वह घर से बाहर नहीं निकली.
Tags: Bangladesh, Bangladesh news, Sheikh hasinaFIRST PUBLISHED : August 15, 2024, 13:59 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed