5000 साल पुराना है रक्षाबंधन का त्योहार क्या हैं इसके मायने जानें 15 FACTS
5000 साल पुराना है रक्षाबंधन का त्योहार क्या हैं इसके मायने जानें 15 FACTS
Raksha Bandhan Facts: 19 अगस्त को भारत के सबसे प्रमुख त्योहारों में शामिल, रक्षाबंधन का उत्सव मनाया जा रहा है. इस खास अवसर पर भाई-बहन के रिश्ते को सेलिब्रेट किया जाता है. रक्षाबंधन मनाने की परंपरा कब से शुरू हुई, इसके मायने क्या हैं, इसका अंग्रेजों से क्या संबंध है.. जानिए इससे जुड़े सभी फैक्ट्स.
नई दिल्ली (Raksha Bandhan Facts). रक्षाबंधन को हिंदू त्योहार माना जाता है. इसे भाई और बहन के बीच प्यार और सम्मान के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है. यह खास तौर पर भारत और नेपाल जैसे देशों में रहने वालों के बीच ज्यादा लोकप्रिय है. लेकिन अब भारतीयों के विदेशों में बस जाने से अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भी इसे मनाया जाने लगा है. जनरल नॉलेज की कई क्विज में रक्षाबंधन से जुड़े सवाल भी पूछे जाते हैं.
अगर आप किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो रक्षाबंधन के इतिहास की जानकारी भी होनी चाहिए. रक्षाबंधन का पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है. यह ग्रेगोरियन कैलेंडर में आमतौर पर अगस्त में आता है. वक्त के साथ रक्षाबंधन सिर्फ भाई-बहन के बीच के प्रेम का त्योहार नहीं रह गया है. मौजूदा दौर में ननदें अपनी भाभियों को, बेटियां अपने पिता को और बहनें एक-दूसरे को भी राखी बांधती हैं. यह खास त्योहार सामाजिक सद्भाव और भाईचारे का प्रतीक है. जानिए रक्षाबंधन से जुड़े कुछ फैक्ट्स.
रक्षाबंधन क्यों मनाते हैं? जानिए 15 खास फैक्ट्स
1- रक्षाबंधन शब्द ‘रक्षा’ और ‘बंधन’ शब्दों को जोड़कर बनाया गया है. ‘रक्षा’ का अर्थ है- सुरक्षा और ‘बंधन’ का अर्थ है- बंधन. इस प्रकार, रक्षाबंधन का अर्थ है ‘सुरक्षा का बंधन’.
2- रक्षाबंधन के पर्व पर बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी यानी रक्षा सूत्र बांधकर उनसे अपनी रक्षा का वचन लेती हैं. वहीं, भाई अपनी बहनों को सुरक्षा और मदद प्रदान करने का वचन देते हैं. बदलते वक्त के साथ इसमें गिफ्ट्स देने की परंपरा भी शुरू हो गई है.
3- हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब भगवान इंद्र राक्षसों से लड़ने जा रहे थे, तब उनकी पत्नी इंद्राणी ने उनकी कलाई पर एक धागा बांधा था.
4- रक्षा बंधन को देशभर में राखी पूर्णिमा, राखी या राखरी जैसे नामों से भी जाना जाता है.
5- नेपाल के पहाड़ी इलाकों में, रक्षाबंधन के दौरान अपने गुरु की कलाई पर राखी बांधने की परंपरा है.
6- मराठी समुदाय में रक्षाबंधन का त्योहार कुछ अनोखी परंपराओं के साथ मनाया जाता है. इनमें जनेऊ बदलना और समुद्र की पूजा करना शामिल है.
7- रक्षाबंधन सावन का आखिरी दिन होता है. इसीलिए इसे श्रावणी (सावनी) या सलूनो भी कहा जाता है.
8- महाराष्ट्र में रक्षाबंधन को नारियल पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है.
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9- रक्षाबंधन का त्योहार भारत के साथ ही नेपाल और मॉरिशस में भी मनाया जाता है. अब अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में बसे भारतीयों ने भी इसे वहां लोकप्रिय कर दिया है.
10- कलावे की तरह राखी भी लड़कों के दाहिने हाथ की कलाई पर बांधी जाती है. इसके पीछे कई धार्मिक, आध्यात्मिक और वैज्ञानिक कारण हैं.
11- भारत में कई जगहों पर यह त्योहार सिर्फ भाई-बहन तक ही सीमित नहीं है. यहां वृक्षों, पहाड़ों, नदियों, और देवी-देवताओं को भी राखी बांधने की परंपरा है. कहीं-कहीं पर पत्नियां भी पति को राखी बांधती हैं.
12- भगवान शिव के दर्शन के लिए होने वाली अमरनाथ यात्रा गुरु पूर्णिमा को शुरू होकर रक्षाबंधन के दिन समाप्त होती है.
13- ननदें अपनी भाभियों को भी राखी का पवित्र धागा बांधती हैं. यह रस्म उत्तर प्रदेश में ज्यादा लोकप्रिय है. भाभियों की राखी को लुंबा राखी कहा जाता है.
14- राखी का पर्व मुख्य रूप से भारत और दुनियाभर में हिंदुओं और जैनियों द्वारा मनाया जाता है. हालांकि अब कई जगहों पर मुस्लिम, सिख, बौद्ध और ईसाई सहित अन्य धर्मों में भी इसका चलन देखा जा रहा है.
15- 1905 में जब बंगाल का विभाजन हुआ था, तब नोबेल पुरस्कार विजेता रबीन्द्रनाथ टैगोर ने रक्षा बंधन का इस्तेमाल हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच प्रेम और शांति बढ़ाने के लिए किया था.
Tags: Raksha bandhan, Rakshabandhan festival, ReligionFIRST PUBLISHED : August 19, 2024, 10:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed